Last Updated:September 24, 2025, 18:57 IST
Ganga River: पिछले तीन दशकों के भीतर गंगा नदी 'अभूतपूर्व' सूखा देखने को मिला है. वैज्ञानिकों ने चेताया कि अगर यही ट्रेंड जारी रहा तो यह उत्तर भारत की 1300 साल की सबसे बड़ी जल आपदा साबित हो सकती है.

नई दिल्ली: गंगा जैसी जीवनदायिनी नदी भी अब सूखे की चपेट में आ चुकी है. ताजा रिसर्च के मुताबिक पिछले 30 सालों में गंगा के जल प्रवाह में जो गिरावट दर्ज हुई है, वह 1300 साल के रिकॉर्ड में सबसे भयावह है. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) गांधीनगर और अमेरिका की एरिजोना यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने बताया कि 1991 से 2020 तक गंगा का बहाव लगातार घटता रहा. यह स्थिति 16वीं शताब्दी में आए सूखे से भी 76 फीसदी ज्यादा खतरनाक है.
गंगा सूखी तो… 60 करोड़ लोगों पर संकट
गंगा सिर्फ नदी नहीं, बल्कि उत्तर भारत की जीवनरेखा है. 60 करोड़ से ज्यादा लोग पीने के पानी, सिंचाई और खेती के लिए इसी पर निर्भर हैं. रिपोर्ट कहती है कि अगर यही हालात रहे तो जल और खाद्य सुरक्षा दोनों पर खतरा मंडरा जाएगा.
क्यों घट रहा है गंगा का बहाव?
वैज्ञानिकों ने इसे सीधे दक्षिण-पश्चिम मानसून से जोड़ा है. जून से सितंबर के बीच कम बारिश, भूजल स्तर का न बढ़ पाना और सिंचाई के स्रोतों का सूखना… ये सभी कारण गंगा को कमजोर कर रहे हैं. स्टडी के मुताबिक 1951 से 2020 के बीच बारिश में औसतन 9.5 प्रतिशत गिरावट आई है. खासकर पश्चिमी भारत में यह कमी 30 फीसदी से भी ज्यादा है.
रिसर्च बताती है कि हिंद महासागर की तेज गर्मी और उपमहाद्वीप में घटते तापमान ने मानसून को कमजोर किया है. पहले माना जाता था कि ग्लेशियर पिघलने और बारिश बढ़ने से गंगा का जलस्तर बढ़ेगा, लेकिन हकीकत उलट साबित हो रही है.
गंगा को बचाने के लिए इतिहास से लेना होगा सबक
वैज्ञानिकों ने बताया कि गंगा का दूसरा सबसे बड़ा सूखा 1501 से 1530 के बीच आया था. तीसरी सबसे बड़ी कमी 1344 से 1373 में दर्ज की गई थी. लेकिन 1991 से शुरू हुई मौजूदा गिरावट दोनों से ज्यादा गंभीर है. रिसर्चर्स का कहना है कि भविष्य का अनुमान बेहद कठिन है. जलवायु परिवर्तन तेज हुआ तो पानी की उपलब्धता और बिगड़ेगी. भूजल रिचार्ज नहीं होगा तो खेत सूख जाएंगे, शहरों को पानी नहीं मिलेगा और गंगा का प्रवाह और कमजोर हो जाएगा.
Deepak Verma is a journalist currently employed as Deputy News Editor in News18 Hindi (Digital). Born and brought up in Lucknow, Deepak's journey began with print media and soon transitioned towards digital. He...और पढ़ें
Deepak Verma is a journalist currently employed as Deputy News Editor in News18 Hindi (Digital). Born and brought up in Lucknow, Deepak's journey began with print media and soon transitioned towards digital. He...
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
September 24, 2025, 18:57 IST