Iran Israel and America War: पिछले 12 दिनों से एक दूसरे पर जमकर हमले करन के बाद अब ईरान और इजरायल में सीजफायर हो गया है. 12 दिन पहले अचानक इजरायल ने ईरान के कई ठिकानों पर हमले किए और कहा कि हमने उसके परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया है. हालांकि यह हमला अचानक हुआ था लेकिन इस जंग को लेकर एक प्रोफेसर ने बहुत पहले ही भविष्यवाणी कर दी थी.
एक रिपोर्ट के मुताबिक 29 मई 2024 को चीनी प्रोफेसर और इतिहासकार जियंग श्यूचिन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें उन्होंने अमेरिका डोनाल्ड ट्रंप और ईरान जंग को लेकर चौंकाने वाली भविष्यवाणी की थी. वीडियो में प्रोफेसर श्यूचिन कह रहे हैं कि ट्रंप दोबारा राष्ट्रपति बनेंगे और यहूदी लॉबी अमेरिका को ईरान के साथ जंग के लिए उकसाएगी. श्यूचिन की गई भविष्यवाणी अब सच भी साबित होती दिखाई दे रही है.
क्या थी भविष्यवाणी?
उन्होंने अमेरिका-ईरान के बीच होने वाली जंग की तुलना प्राचीन एथेंस के जरिए 415 ईसा पूर्व में सिसिली पर हमले से की है. श्यूचिन के मुताबिक अगर अमेरिका ईरान के साथ जंग लड़ता है तो यह उसके पतन की शुरुआत होगी. श्यूचिन का कहना है कि अमेरिका यह मानकर चलता है कि वह कोई भी जंग जीत सकता है लेकिन ईरान जानबूझकर अमेरिका को जंग में घसीटना चाहता है. उन्होंने यह भी कहा कि अगले 3 से 4 सालों में यह जंग हो सकती है.
अमेरिका के जरिए ईरान पर हमले के लिए जो वजह बताई गई हैं वे भी श्यूचिन की भविष्यवाणी से मेल खा रही हैं.
ईरान में राजनीतिक और धार्मिक विरोध को दबाने के खिलाफ अमेरिका का 'लोकतंत्र रक्षक' के तौर पर दखल देगा.
ईरान की परमाणु हथियार की संभावित योजना को लेकर डर बनेगा.
स्ट्रेट ऑफ होर्मुज और रेड सी में हौथी विद्रोहियों के जरिए तेल आपूर्ति पर हमला, जिससे वैश्विक तेल बाजार खतरे में.
नाकाम हो जाएगी रणनीति
श्यूचिन ने वार्निंग दी थी कि शुरुआत में अमेरिका अपनी सैन्य ताकत दिखाएगा, लेकिन जल्द ही उसकी रणनीति नाकाम हो जाएगी. ईरान की भौगोलिक स्थिति, पहाड़ों से घिरा इलाका और विशाल जनसंख्या इसे अमेरिका के लिए एक बेहद मुश्किल युद्धक्षेत्र बना देती है. उन्होंने कहा कि युद्ध जीतने के लिए अमेरिका को 30 लाख सैनिकों की जरूरत होगी और रसद पहुंचाना बेहद कठिन होगा.
क्या है यह भविष्यवाणी?
जियांग श्यूचिन की सोच “साइकोहिस्ट्री” नाम की एक काल्पनिक वैज्ञानिक अवधारणा पर आधारित है, जिसे अमेरिकी लेखक और वैज्ञानिक आइजैक असिमोव ने विकसित किया था. इसमें इतिहास, समाजशास्त्र और गणित का इस्तेमाल करके बड़े समाजों के व्यवहार का पूर्वानुमान लगाया जाता है. हालांकि उनकी सभी भविष्यवाणियां बिल्कुल वैसी नहीं घटीं, लेकिन कई बातें हैरान करने वाली सटीकता के साथ सामने आई हैं.