NATO Summit 2025: नाटो को सता रहा रूस का डर, सदस्य देश डिफेंस पर खर्च करेंगे GDP का 5 फीसदी धन; हेग में लिया प्रण

5 hours ago

NATO Hague Conference 2025 Declaration: उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन यानी NATO के सदस्य देशों ने अपने डिफेंस खर्च में बढ़ोतरी करने की प्रतिबद्धता जताई है. इसके लिए उन्होंने 2035 तक अपने देश की जीडीपी का 5 प्रतिशत डिफेंस पर खर्च करने का प्रण लिया है. यह फैसला नीदरलैंड की राजधानी हेग में बुधवार को संपन्न हुए नाटो सम्मेलन में लिया गया. इस सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप समेत सभी सदस्यों के राष्ट्राध्यक्ष शामिल हुए. 

नाटो शिखर सम्मेलन के बाद बुधवार को जारी घोषणा के अनुसार, सैन्य गठबंधन के 32 राष्ट्राध्यक्षों और शासनाध्यक्षों ने अपनी सैन्य क्षमताओं को बढ़ाने का संकल्प लिया. कहा गया कि रूस के बढ़ते खतरों और आतंकवाद की लगातार चुनौती को देखते हुए नाटो के सदस्य देश सामूहिक रक्षा सिद्धांत के तहत मिलकर जवाब देंगे. 

'अपनी रक्षा के लिए नाटो एकजुट'

घोषणापत्र में कहा गया है, 'हम उत्तरी अटलांटिक गठबंधन के राष्ट्राध्यक्ष और सरकार के प्रमुख, इतिहास के सबसे मजबूत गठबंधन नाटो और ट्रान्साटलांटिक बंधन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करने के लिए हेग में एकत्र हुए हैं. हम वाशिंगटन संधि के अनुच्छेद 5 में निहित सामूहिक रक्षा के प्रति अपनी दृढ़ प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं कि एक पर हमला सभी पर हमला है. हम अपने एक अरब नागरिकों की रक्षा करने, गठबंधन की रक्षा करने और अपनी स्वतंत्रता और लोकतंत्र की रक्षा करने के अपने संकल्प में एकजुट और दृढ़ हैं.'

हेग डिक्लेरेशन में आगे कहा गया,'गंभीर सुरक्षा खतरों और चुनौतियों, विशेष रूप से यूरो-अटलांटिक सुरक्षा के लिए रूस की ओर से उत्पन्न दीर्घकालिक खतरे और आतंकवाद का लगातार खतरे का सामना करते हुए सभी सदस्य देश एकजुट हैं. सभी सहयोगी वाशिंगटन संधि के अनुच्छेद 3 के अनुसार, अपने सामूहिक दायित्वों को सुनिश्चित करने के लिए 2035 तक सालाना जीडीपी का 5 प्रतिशत रक्षा कार्यों पर खर्च करेंगे.' 

डिफेंस पर खर्च करेंगे 5 फीसदी धनराशि

घोषणापत्र में 5 प्रतिशत खर्च को दो हिस्सों में बांटा गया है. इसमें कुल जीडीपी का 3.5 प्रतिशत हिस्सा मुख्य रक्षा आवश्यकताओं और नाटो की क्षमता बढ़ाने  लक्ष्यों को पूरा करने पर खर्च होगा. जबकि बाकी शेष 1.5 प्रतिशत हिस्से को अहम बुनियादी ढांचों की सुरक्षा, नेटवर्क की रक्षा, नागरिक तैयारी, तकनीकी रिसर्च बढ़ाने और रक्षा औद्योगिक आधार को मजबूत करने में खर्च किया जाएगा. यह कार्य 2029 तक करने का टारगेट सेट किया गया है. 

नाटो के हेग सम्मेलन में रक्षा पर जीडीपा का 5 फीसदी खर्च करने का प्रस्ताव भले ही पास हो गया हो लेकिन सभी सदस्य इससे सहमत नहीं है. नाटो के प्रमुख मेंबर स्पेन ने इस घोषणा पत्र पर अमल करने में असमर्थता जताई है. स्पेन ने कहा कि वह प्रस्तावित 5 प्रतिशत रक्षा खर्च लक्ष्य को पूरा नहीं कर पाएगा. स्पेनिश प्रधान मंत्री पेड्रो सांचेज़ ने कहा कि उनकी सरकार मौजूदा 2 प्रतिशत बेंचमार्क का पालन करेगी, जिसे रूस की ओर से 2022 में यूक्रेन पर हमले शुरू करने के बाद बढ़ाया गया था. 

स्पेन ने जताई अपनी असमर्थता

अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, स्पेन वर्तमान में सबसे कम रक्षा खर्च करने वाले नाटो सदस्य देश है. वर्ष 2024 में उसने रक्षा के लिए अपने सकल घरेलू उत्पाद का केवल 1.24 प्रतिशत आवंटित किया था. इसके साथ ही वह नाटो के उन 9 देशों में शामिल हो गाय था, जो डिफेंस पर अपने खर्च को 2 प्रतिशत तक बढ़ाने में भी विफल रहे थे. 

#WATCH | Hague, Netherlands: US President Donald Trump says "...The most important of all, India and Pakistan...I ended that with a series of phone calls on trade. I said if you're going to go fighting each other, we're not doing any trade deal. The General from Pakistan was in… pic.twitter.com/xQpQl86jbA

— ANI (@ANI) June 25, 2025

'मैंने बंद करवाया भारत-पाकिस्तान संघर्ष'

इसी सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम का श्रेय लेने की कोशिश की. बड़बोले ट्रंप ने पीएम मोदी को महान सज्जन व्यक्ति और पाकिस्तानी आर्मी चीफ को अहम जनरल बताया. ट्रंप ने कहा, "...सबसे महत्वपूर्ण, भारत और पाकिस्तान...मैंने व्यापार पर फोन कॉल की एक श्रृंखला के साथ इसे समाप्त किया. मैंने कहा कि यदि आप एक-दूसरे से लड़ने जा रहे हैं, तो हम कोई व्यापार सौदा नहीं करेंगे. पिछले सप्ताह पाकिस्तान के जनरल मेरे कार्यालय में थे. प्रधानमंत्री मोदी मेरे बहुत अच्छे मित्र हैं. वह एक महान सज्जन व्यक्ति हैं, वह एक महान व्यक्ति हैं. मैंने उन्हें समझाया, और मैंने कहा, यदि आप लड़ने जा रहे हैं तो हम व्यापार सौदा नहीं करेंगे. उन्होंने कहा, नहीं, मैं व्यापार सौदा करना चाहता हूँ. हमने परमाणु युद्ध रोक दिया..."

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