UN General Assembly: बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस इन दिनों अमेरिका के न्यूयॉर्क में आयोजित संयुक्त राष्ट्र महासभा के 80वें सत्र में पहुंचे हैं. इस दौरान यूनुस को अमेरिका से बड़ा झटका लगा है. वह भारत में अमेरिका के मोननीत राजदूत सर्जिया गोर के सामने दक्षिण एशिया क्षेत्रीय सहयोग संगठन (SAARC) की बैठक ने होने का मुद्दा उठा रहे थे. उन्होंने कहा कि साल 2014 के बाद से ही इसकी बैठक नहीं हुई है. इसके लिए उन्होंने अमेरिका से मदद मांगी, हालांकि उनके हाथों कुछ नहीं लगा.
SAARC का उठाया मुद्दा
ट्रंप प्रशासन की ओर से हाल ही में सर्जिया गोर को साउथ और मिडिल एशिया के लिए विशेष दूत नियुक्त किया गया है. यूनुस ने भी न्यूयॉर्क पहुंचकर गोर से मुलाकात की और SAARC को वापस बहाल करने की बात कही, हालांकि इसको लेकर गोर की ओर से कुछ भी नहीं कहा गया. सर्जियो गोर और मोहम्मद यूनुस के बीच हुई बातचीत के बाद अमेरिका ने एक बयान जारी किया. इसमें कहा गया कि दोनों लोगों के बीच क्षेत्रीय सहयोग को लेकर बातचीत हुई, हालांकि बयान में SAARC का कोई जिक्र नहीं किया गया.
यूनुस के हाथों लगी मायूसी
अमेरिका के बयान के बाद पाकिस्तान के इशारे में नाच रहे बांग्लादेश को बड़ा झटका लगा है. दरअसल मोहम्मद यूनुस बीते अगस्त के महीने पाकिस्तानी विदेश मंत्री इशाक डार से मिले थे, जहां उन्होंने कुछ ऐसा ही राग अलापते हुए SAARC को पाक-बांग्लादेश के लिए बेहद अहम बताया था. डार के साथ बातचीत में यूनुस ने SAARC को वापस एक्टिव करने पर जोर दिया था. पाकिस्तान भी लगातार SAARC के मुद्दे पर ऐसा ही राग अलापता रहता है. उसने तो SAARC बैठक न होने के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराया है.
क्यों नहीं हो रही बैठक?
बता दें कि साल 2016 में पाकिस्तान के इस्लामाबाद में आयोजित होने वाली SAARC बैठक को उरी आतंकी हमले के बाद रद्द कर दी गई थी. आमतौर पर SAARC देशों की बैठक हर 2 सालों में आयोजित की जाती है. इसका आखिरी शिखर सम्मेलन साल 2014 में नेपाल के काठमांडू में हुआ था. भारत उरी हमले के बाद लगातार यह कहते आया है कि पाकिस्तान के लगातार आतंकवाद को समर्थन देने के कारण SAARC वार्ता अव्यवहारिक हो गई है.
FAQ
SAARC की आखिरी बैठक कब हुई थी?
SAARC की आखिरी बैठक 2014 में नेपाल के काठमांडू में हुई थी. इसके बाद 2016 में पाकिस्तान में होने वाली बैठक उरी आतंकी हमले के कारण रद्द कर दी गई थी.
SAARC की बैठक के लिए क्या आवश्यक है?
SAARC की बैठक के लिए सदस्य देशों के बीच सहयोग और विश्वास की आवश्यकता है. इसके लिए आतंकवाद और तनाव जैसे मुद्दों पर काम करने की जरूरत है.