हाफिज सईद और मसूद अजहर का US में ग्रैंड वेलकम? आतंकवाद को लेकर UN का सबसे हास्यास्पद एक्शन!

1 day ago

Pakistan in UN: आपने एक कहावत जरूर सुनी होगी-बंदर के हाथ में उस्तरा. इसका सीधा मतलब होता है किसी मूर्ख इंसान के हाथ में कोई शक्तिशाली हथियार या ताकत आ जाना और अब यूनाइटेड नेशन्स ने पाकिस्तान को आतंकवाद का मुकाबला करने वाली 2 कमेटी में महत्वपूर्ण भूमिका सौंप कर शहबाज शरीफ के हाथ में भी उस्तरा पकड़ा दिया है. आप जानकर हैरान होंगे कि आतंक फैलाने के लिये बदनाम पाकिस्तान अब UN के 193 सदस्य देशों को ये सुझाव देगा कि टेररिज्म के खिलाफ क्या कदम उठाए जाएं. किस आतंकी संगठन की संपत्ति फ्रीज होनी चाहिए. अगर आपको ये बातें सुनकर मजाक लग रही हों तो जान लीजिए कि हम आपको 100% सच्ची खबर बता रहे हैं.

पाकिस्तान को जिम्मेदारी क्यों दी?

पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की तालिबान प्रतिबंध कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. इसके अलावा पाकिस्तान को आतंकवाद रोधी समिति का उपाध्यक्ष भी बनाया गया है.

यानी जिस पाकिस्तान में हाफिज, मसूद, लखवी, मक्की और दाऊद जैसे आतंकी खुलेआम घूमते हैं. वो देश अब यूएन की तरह आतंकी हमलों का खंडन करेगा..किसी देश में आतंकी हमले होंगे तो उसकी निंदा भी करेगा..और ये देखने के बाद दुनिया के देश यूएन को कितनी गंभीरता से लेंगे ये बताने की जरूरत नहीं है.

सबसे पहले आपको पाकिस्तान से संबंधित दोनों फैसलों का मतलब बताते हैं.

आसान भाषा में ये कुछ ऐसा है मानो पाकिस्तान पर आतंक फैलाने के लिये प्रतिबंध लगाने के बदले उसे इनाम दिया गया है. फिलहाल ऐसा लग रहा है मानो इस फैसले ने पाकिस्तान को तालिबान से संबंध सुधारने का मौका दे दिया है.

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की तालिबान प्रतिबंध कमेटी का मकसद अफगानिस्तान में शांति स्थापित करना है. इस कमेटी के पास अधिकार हैं कि ये उन व्यक्तियों, समूहों और संस्थाओं की संपत्ति फ्रीज करने, यात्रा और हथियारों पर प्रतिबंध लगा सकती है, जो अफगानिस्तान की शांति, स्थिरता और सुरक्षा के लिए खतरा माने जाते हैं. गुयाना और रूस इस कमेटी के उपाध्यक्ष के तौर पर काम करेंगे.

अब पाकिस्तान तालिबान प्रतिबंध समिति से जुड़ी बैठकों की अध्यक्षता करेगा, सिफारिशें तैयार करेगा. आप सोचिये जिस पाकिस्तान ने तालिबान को पैसे-हथियारों-आतंकियों की मदद दी है अब उसे ही तालिबान की निगरानी करने का मौका मिल रहा है. अब आपको अगली कमेटी के बारे में बताएंगे. उससे पहले हमारे मन में यूएन में पाकिस्तान की भूमिका को लेकर कुछ सवाल हैं.

हमें आशंका है कि पाकिस्तान के आतंकवाद प्रेम का असर आने वाले दिनों में यूएन में दिख सकता है. इस समय आपकी स्क्रीन पर दो तस्वीरें हैं..पहली तस्वीर यूनाइटेड नेशन्स का मौजूदा LOGO है. और दूसरी तस्वीर यूएन का संभावित LOGO हो सकती है.

पाकिस्तान को इन कमेटियों में शामिल करने के बाद हम दुनिया की सबसे बड़ी संस्था से ये पूछना चाहेंगे कि क्या वो अपने LOGO में से शांति का प्रतीक जैतून की टहनियों को हटाकर..उसके बदले में AK-47 राइफलें लगाने वाले हैं. ये राइफल पाकिस्तानी आतंकियों का पसंदीदा हथियार है. क्या पाकिस्तान को सम्मान देने के लिये आने वाले दिनों में यूएन ये कदम भी उठाने वाला है?

इस समय यूएन के सेक्रेटरी जनरल एंटोनियो गुटेरेस हैं. और वो चाहें तो अपने ऑफिस में पाकिस्तान के कुख्यात आतंकवादियों जैसे हाफिज और मसूद अजहर की पिक्चर लगवा सकते हैं. पाकिस्तान में मिले एक और आतंकी ओसामा बिन लादेन को दुनिया अच्छी तरह से जानती है..तो इन तस्वीरों के साथ क्या गुटेरेस का दफ्तर आने वाले दिनों में कुछ ऐसा दिखेगा?

पाकिस्तान को जिस दूसरी कमेटी का उपाध्यक्ष बनाया गया है. उसका नाम है काउंटर टेररिज्म कमेटी. ये भी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का हिस्सा है. ये दुनिया भर के देशों को आतंकवाद के खिलाफ लड़ने के लिये एकजुट करती है. आप क्या इस बात की कल्पना कर सकते हैं कि पाकिस्तान अपने आतंकियों के खिलाफ इस कमेटी से कोई कार्रवाई होने देगा.

ये कमेटी आतंकियों को धन मुहैया कराने और सुरक्षित पनाहगाह देने से रोकती है. पर सबसे हैरान करनेवाली बात ये है कि पाकिस्तान बतौर उपाध्यक्ष यूएन के सदस्य देशों को ये सुझाव देगा कि वो आतंकवाद के खिलाफ क्या कदम उठाएं..अब हम पाकिस्तान को एक्सपोज करने वाले कुछ आंकड़े दिखाएंगे. जिसे देखकर यूएन के अधिकारी चाहें तो वो शर्मिंदा भी हो सकते हैं.

#DNAWithRahulSinha | UN ने 'बंदर के हाथ में उस्तरा' थमा दिया! आतंक के खिलाफ अब UN में बोलेंगे हाफिज-मसूद?#DNAWithRahulSinha #DNA #Pakistan #ShehbazSharif #UnitedNations@RahulSinhaTV pic.twitter.com/p13ExoKY9C

— Zee News (@ZeeNews) June 4, 2025

पाकिस्तान आतंकवादियों की वैश्विक शरणस्थली

- आप सोचिये जिस पाकिस्तान में यूएन की प्रतिबंधित लिस्ट में मौजूद 150 आतंकवादी या आतंकी संगठन मौजूद हैं वो आतंक रोकने पर दुनिया को लेक्चर देगा.
- यूएन ने करीब 343 बड़े आतंकवादियों या आतंकी संगठनों को बैन किया है और उसका करीब 44 प्रतिशत पाकिस्तान में मौजूद है. हालांकि असली आंकड़ा इससे कहीं ज्यादा भी हो सकता है.
- दुनिया के कई एक्सपर्ट्स मानते हैं कि पाकिस्तान में दुनिया के सबसे ज्यादा आतंकवादी मौजूद हैं.
- इन आतंकियों को लेकर वर्ष 2011 में अमेरिका की तत्कालीन विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने एक बयान दिया था जो बहुत चर्चित है. हिलेरी ने कहा था कि अगर आप सांप पालते हैं तो ये उम्मीद नहीं रख सकते कि वो सिर्फ आपके पड़ोसी को ही काटेंगे.
- ये कहावत अब सच हो गई है और पाकिस्तान दुनिया का दूसरा सबसे ज्यादा आतंक प्रभावित देश बन गया है. वहां वर्ष 2024 में करीब 1100 आतंकी हमले हुए यानी हर दिन कम से कम तीन अटैक हुए.

इसका मतलब है कि पाकिस्तान के आतंकी अब अपने घर में ही धमाके करने लगे हैं. और इस पाकिस्तान में यूएन को आतंक के खिलाफ एक्शन लेने वाला मसीहा दिख रहा है. इसकी वजह समझिये दुनिया में आतंक फैलाने के लिये पाकिस्तान जितना कुख्यात है..यूएन ने उस टेरर को रोकने के लिये कभी कुछ नहीं किया है.

अपनी स्थापना के 80 सालों बाद भी यूएन अब तक आतंकवाद की परिभाषा तक तय नहीं कर पाया है. और अब पाकिस्तान को आतंक रोकने की कार्रवाई में बड़ी भूमिका मिलना कुछ ऐसा है, मानो किसी अपराधी को ही उसके जुर्म का फैसला देनेवाला जज और पुलिस बना दिया जाए.

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