Last Updated:May 09, 2025, 22:49 IST
भारत और पाकिस्तान के बीच जंग का माहौल है. पिछले तीन दिनों में इंडियन आर्मी ने पाकिस्तान की हालत को पतला कर दिया है. आसिम मुनीर की सेना भारत के डर से थर-थर कांप रही है. भारत के पास साइलेंट किलर वेपन सिस्टम की...और पढ़ें

ब्रह्मोस मिसाइल: यह भारत-रूस की ज्वाइं परियोजना है. ब्रह्मोस 2.8 मैक की गति यानी लगभग 3,400 किमी/घंटा की रफ्तार से उड़ता है. इसकी रेंज 290-450 किलोमीटर है, जिसे बढ़ाकर 600 किमी कर दिया गया. यह स्टील्थ तकनीक और लो-एल्टीट्यूड उड़ान के कारण रडार से बच सकता है. तबाही की क्षमता: परमाणु और पारंपरिक वॉरहेड ले जाने में सक्षम. यह मिसाइल जमीन, समुद्र, या हवा से लॉन्च हो सकता है. इसकी कम ऊंचाई पर उड़ान और मल्टीपल ट्रैजेक्ट्री रडार डिटेक्शन को मुश्किल बनाती है. (News18)

रुद्रम-1 एंटी-रेडिएशन मिसाइल: यह भारत का स्वदेशी मिसाइल है जो विशेष रूप से Suppression of Enemy Air Defenses यानी SEAD मिशनों के लिए डिज़ाइन किया गया है. यह सुखोई-30 MKI से लॉन्च हो सकती है. रुद्रम 100-250 किमी की रेंज में मार कर सकता है. दुश्मन के रडार और एयर डिफेंस सिस्टम को नष्ट करने में सक्षम है. ऑपरेशन सिंदूर में इसका इस्तेमाल पाकिस्तानी रडार सिस्टम को निष्क्रिय करने के लिए हुआ. पैसिव होमिंग और स्टील्थ डिज़ाइन इसे रडार की नजर से छिपाने में मदद करता है. (News18)

Kh-31P एंटी-रेडिएशन मिसाइल: यह एक रूसी मूल की मिसाइल है जिसे सुखोई-30 MKI से लॉन्च किया जा सकता है. यह 110-250 किमी की दूरी तक दुष्मन को खत्म कर सकता है. यह रडार सिग्नल्स को ट्रैक कर दुश्मन के एयर डिफेंस को नष्ट कर सकता है. पाकिस्तान के चीनी HQ-9 एयर डिफेंस सिस्टम को बेकार करने की क्षमका इसके पास है. ऑपरेशन सिंदूर में इसका उपयोग SEAD रणनीति के तहत हुआ. इसकी हाई-स्पीड और लो-एल्टीट्यूड उड़ान इसे रडार डिटेक्शन से बचाती है. (News18)

स्काई स्ट्राइकर (कामिकेज़ ड्रोन): यह ड्रोन मिसाइल भारत-इजरायल ने मिलकर बनाया है. यह ऑटोनॉमस लॉइटरिंग म्युनिशन है जो 20-100 किमी की रेंज में वार कर सकता है. यह ड्रोन 6 घंटे तक हवा में रहने की क्षमता रखता है. यह लक्ष्य को लॉक कर स्वयं हमला करता है. यह ड्रोन छोटे आकार और स्टील्थ डिज़ाइन के कारण रडार से बचकर सटीक हमले करता है. कम रडार क्रॉस-सेक्शन और ऑटोनॉमस नेविगेशन इसे लगभग अदृश्य बनाता है. (News18)

SCALP मिसाइल: यह एक फ्रांसीसी मूल की स्टील्थ क्रूज मिसाइल है जिसे राफेल विमानों से लॉन्च किया जा सकता है. इसकी क्षमता 300-560 किमी की है. जो लो-एल्टीट्यूड उड़ान भर दुष्मन को तबाह कर सकता है. यह गहरे बंकरों और आतंकी ठिकानों को नष्ट करने में सक्षम. स्टील्थ डिज़ाइन और टेरेन-फॉलोइंग नेविगेशन इसे रडार से बचाने में माहिर बनाता है. (News18)

SPICE-2000: स्पाइस यानी स्मार्ट प्रिसिजन इम्पैक्ट म्युनिशन इजरायली मूल का स्मार्ट बम है, जिसे मिराज-2000 और जगुआर विमानों से लॉन्च किया जा सकता है. इसकी रेंज 60-100 किमी दूरी की है. यह GPS/इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल गाइडेंस मिसाइल है, जिसका इस्तेमाल बालाकोट स्ट्राइक (2019) में किया गया था. ग्लाइड बम होने के कारण रडार द्वारा इसके पकड़ने की संभावना कम है. (News18)

SPICE-2000: स्पाइस यानी स्मार्ट प्रिसिजन इम्पैक्ट म्युनिशन इजरायली मूल का स्मार्ट बम है, जिसे मिराज-2000 और जगुआर विमानों से लॉन्च किया जा सकता है. इसकी रेंज 60-100 किमी दूरी की है. यह GPS/इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल गाइडेंस मिसाइल है, जिसका इस्तेमाल बालाकोट स्ट्राइक (2019) में किया गया था. ग्लाइड बम होने के कारण रडार द्वारा इसके पकड़ने की संभावना कम है. (News18)

HAROP ड्रोन: यह एक सेल्फ डिस्ट्रक्टिव ड्रोन है जिसकी रेंज लगभग 1,000 किलोमीटर है, जो इसे दुश्मन के भीतर गहराई तक हमला करने में सक्षम बनाती है. यह ड्रोन 6 घंटे तक हवा में मंडरा सकता है, जिससे यह सही समय और लक्ष्य का इंतजार कर सकता है. इसमें इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल सेंसर लगे होते हैं जो दिन-रात में लक्ष्य की पहचान कर सकते हैं. HAROP की गति करीब 185 किमी/घंटा होती है और यह सटीकता से टारगेट पर हमला करता है. इसकी खासियत है कि इसे लॉन्च करने के बाद इंसानी दखल की जरूरत नहीं होती. यह फायर एंड फॉरगेट तकनीक पर काम करता है और दुश्मन के रडार को खत्म करने में माहिर है. (News18)