यादगार छुट्टी, चंद मिनटों में मौत, और मातम...कोलकाता की आग में उजड़ा परिवार

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Last Updated:May 01, 2025, 11:53 IST

Kolkata Rituraj fire incident: कोलकाता के होटल ऋतुराज में लगी आग में तमिलनाडु के प्रभु ने अपने दो मासूम बच्चों और ससुर को खो दिया. एक यादगार छुट्टी का सपना, चंद मिनटों में मौत और मातम में बदल गया.

यादगार छुट्टी, चंद मिनटों में मौत, और मातम...कोलकाता की आग में उजड़ा परिवार

ऋतुराज होटल हादसा

कोलकाता के होटल ऋतुराज में मंगलवार रात लगी भीषण आग ने तमिलनाडु के करूर निवासी प्रभु के परिवार को उजाड़ दिया. प्रभु के 10 साल की बेटी दीया, 3 साल का बेटा ऋथन और 61 साल के ससुर एस मुथु कृष्णन इस हादसे में झुलसकर जान गंवा बैठे. यह हादसा उस वक्त हुआ जब परिवार अपनी 12 दिन की लंबी छुट्टी के बाद घर लौटने ही वाला था. प्रभु का कहना है कि, “काश हम एक घंटा पहले निकल गए होते, या फिर वहीं रुककर हम सब साथ चले जाते.”

घूमने निकले थे, लौटे सिर्फ ग़म के साथ
17 अप्रैल को त्रिची से शुरू हुई इस यात्रा में प्रभु और उनका परिवार दिल्ली, सिक्किम और दार्जिलिंग घूम चुका था. कोलकाता यात्रा ससुर मुथु कृष्णन के कहने पर जोड़ी गई थी. 29 अप्रैल को वे कोलकाता पहुंचे और 30 अप्रैल की रात 11:45 बजे ट्रेन से घर लौटने का प्लान था. सभी का सामान पैक हो चुका था और रात का खाना लेने के लिए प्रभु और उनकी पत्नी मधुमिता होटल से बाहर निकले थे.

लौटे तो जल रहा था होटल
जब प्रभु और मधुमिता खाना लेकर लौटे, तो उनके होश उड़ गए. होटल की तीसरी मंज़िल, जहाँ उनके बच्चे और ससुर थे, आग की लपटों में घिरी हुई थी. होटल में आग लगने का समय 7:30 बजे से 8 बजे के बीच बताया गया है. प्रभु ने बताया, “होटल में सही तरीके से कोई आपातकालीन निकास नहीं था. कुछ लोगों को तो निकाला गया, लेकिन हमें कुछ समझ नहीं आ रहा था.”

पिता की बेबसी और आख़िरी कोशिश
प्रभु को अपने ससुर का कॉल आया था, जिसमें उन्होंने धुएं की जानकारी दी थी. जैसे ही उन्होंने होटल में घुसने की कोशिश की, आग की लपटों ने रास्ता रोक लिया. अग्निशमन दल के पहुंचने से पहले ही हालात बेकाबू हो चुके थे. प्रभु ने दमकलकर्मियों की सीढ़ी से तीसरी मंजिल तक पहुंचने की कोशिश की. उन्होंने ईंट से खिड़की का शीशा तोड़ा और अंदर घुसे. लेकिन कमरा बाथरूम निकला और जैसे ही दरवाजा खोला, धुएं ने आंखें बंद कर दीं. उन्होंने कपड़े से मुंह ढंकने की कोशिश की, लेकिन दम घुटने लगा और उन्हें मजबूरन नीचे लौटना पड़ा.

मां के दिल से उठती चीख
प्रभु की पत्नी मधुमिता सदमे में हैं. उनका कहना है, “अब भी यकीन नहीं होता कि हमारे बच्चे और पिताजी अब हमारे साथ नहीं हैं. सब कुछ खत्म हो गया.” एक पल में हंसता-खेलता परिवार उजड़ गया. इस हादसे ने परिवार के साथ-साथ पूरे इलाके को सदमे में डाल दिया.

Location :

Kolkata,West Bengal

homenation

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