Last Updated:July 01, 2025, 18:15 IST
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस दावे को फिर से खारिज कर दिया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम की मध्यस्थता की थी.

जयशंकर ने ट्रंप के सीजफायर कराने के दावे का एक बार फिर खंडन किया है.(Image:X)
नई दिल्ली. भारत-पाकिस्तान संघर्ष के बारे में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के लगातार किए जा रहे झूठे दावों के मद्देनजर, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने फिर से स्थिति साफ करने की कोशिश की है. जयशंकर ने कहा है कि भारत, अमेरिका के कहने पर युद्ध विराम के लिए सहमत नहीं हुआ था. ‘न्यूजवीक’ के साथ एक इंटरव्यू में जयशंकर ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के साथ बातचीत में युद्धविराम पर सहमति नहीं जताई, लेकिन कहा कि भारत किसी भी पाकिस्तानी हमले का मुंहतोड़ जवाब देगा.
जयशंकर ने कहा- ‘मैं कमरे में था’
जयशंकर ने कहा कि ‘मैं आपको बता सकता हूं कि मैं उस समय कमरे में था जब 9 मई की रात को उपराष्ट्रपति वेंस ने पीएम नरेंद्र मोदी से बात की थी और कहा था कि पाकिस्तान भारत पर बहुत बड़ा हमला करेगा. हमने कुछ चीजों को कबूल नहीं किया और प्रधानमंत्री पाकिस्तान की धमकियों के प्रति उदासीन थे. इसके विपरीत पीएम मोदी ने संकेत दिया कि हमारी ओर से जवाब दिया जाएगा. जयशंकर ने कहा कि अगली सुबह अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने फोन किया और कहा कि पाकिस्तानी बातचीत के लिए तैयार हैं.
ट्रंप का दावा थोथा
जयशंकर ने बताया कि बाद में पाकिस्तानी डीजीएमओ मेजर जनरल काशिफ अब्दुल्ला ने भारतीय डीजीएमओ से युद्धविराम का अनुरोध किया. जयशंकर ने कहा कि ‘इसलिए, मैं आपको केवल अपने निजी अनुभव से बता सकता हूं कि क्या हुआ था.’ गौरतलब है कि ट्रम्प और उनके अधिकारियों ने लगातार झूठा दावा किया है कि मई में जब भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध हुआ था, तब उनके हस्तक्षेप के कारण ही दोनों देशों के बीच युद्ध विराम हुआ था. उन्होंने कहा है कि व्यापार ने दोनों पक्षों को शांति स्थापित करने के लिए प्रेरित किया. भारत का कहना है कि पाकिस्तानी सेना पर हो रहे हमलों के कारण ही देश को युद्ध विराम का अनुरोध करना पड़ा, जिसे भारत ने स्वीकार कर लिया.
पहलगाम हमले के जवाब में ‘ऑपरेशन सिंदूर’
6-7 मई को भारत ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के जवाब में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया. पहलगाम हमले में 26 लोग मारे गए थे. भारत ने 6 और 7 मई की रात को पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (POJK) और पाकिस्तान में नौ आतंकवादी ठिकानों पर हमला किया. अगले दिन जब पाकिस्तानी सेना ने भारतीय सैन्य और नागरिक ठिकानों पर हमले किए, तो भारत ने भी पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों पर हमले किए, जिनमें एयरबेस, एयर डिफेंस साइट्स और रडार इंस्टॉलेशन शामिल थे. चार दिनों तक चली इस मार-काट के बाद पाकिस्तान ने 10 मई को युद्ध विराम का अनुरोध किया.
Rakesh Singh is a chief sub editor with 14 years of experience in media and publication. affairs, Politics and agriculture are area of Interest. Many articles written by Rakesh Singh published in ...और पढ़ें
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