Last Updated:June 15, 2025, 15:59 IST
ईरान में फंसे भारतीयों की माताओं ने पीएम मोदी से मदद की अपील की है. विदेश मंत्रालय ने टेलीग्राम लिंक से जुड़ने का निर्देश दिया है ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत संपर्क किया जा सके.

भारत ने ईरान में रह रहे नागरिकों को एक टेलीग्राम लिंक पर जुड़ने को कहा. (Image:News18)
हाइलाइट्स
मुस्लिम महिलाओं ने पीएम मोदी से मदद की अपील की.विदेश मंत्रालय ने टेलीग्राम लिंक से जुड़ने का निर्देश दिया.ईरान में भारतीयों को सावधानी बरतने का निर्देश.नई दिल्ली. इजरायल के हवाई हमले के बाद ईरान में फंसे हुए भारतीयों की माताओं ने पीएम नरेंद्र मोदी से उनको तुरंत ईरान से बाहर निकालने की अपील की है. इन महिलाओं ने रोते हुए कहा कि उनके बच्चों की हालत ईरान में बहुत खराब है. वो कल से कुछ भी खा या पी नहीं रहे हैं. उनके दुखी होने के कारण वो भी कुछ नहीं खा या पी नहीं रहे हैं. पीएम नरेंद्र मोदी से इस अपील का तत्काल असर देखने को मिला है. भारत के विदेश मंत्रालय ने ईरान में मौजूद अपने सभी नागरिकों के लिए एक टेलीग्राफ लिंक से जुड़ने का निर्देश जारी किया. भारतीयों को सावधानी बरतने का निर्देश दिया गया. साथ ही उनको ईरान में अनावश्यक आवाजाही न करने का भी दिशानिर्देश जारी किया गया.
ईरान में हाल के दिनों में इजरायल के हमले के बाद बढ़ती अस्थिरता को देखते हुए भारत सरकार ने वहां रह रहे अपने नागरिकों के लिए अलर्ट जारी किया है. भारतीय दूतावास ने खासतौर पर टेलीग्राम लिंक के जरिए रजिस्ट्रेशन करने की अपील की है ताकि जरूरत पड़ने पर सभी नागरिकों से तुरंत संपर्क किया जा सके. इस चेतावनी के पीछे ईरान की मौजूदा हालात को लेकर चिंता है.
दिल्ली स्थित विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि यह एक एहतियाती कदम है. भारत नहीं चाहता कि उसके नागरिक किसी अनचाहे हालात का शिकार हों. एक अधिकारी के मुताबिक ‘हमने टेलीग्राम के ज़रिए एक लिंक साझा किया है जिससे हर भारतीय नागरिक अपना नाम और लोकेशन दर्ज कर सकेगा. इससे अगर कोई संकट उत्पन्न होता है तो उन्हें तुरंत मदद दी जा सकेगी.’ टेलीग्राम लिंक का मकसद यह सुनिश्चित करना है कि भारत सरकार हर एक नागरिक तक वक्त पर पहुंच सके. साथ ही, इससे यह भी मालूम होगा कि ईरान में कितने भारतीय मौजूद हैं और वो कहां हैं.
बीते कुछ महीनों से कई देशों ने अपने नागरिकों को ईरान से दूर रहने की सलाह दी है. भारत ने अभी अपने लोगों को वहां से निकालने का कोई आदेश नहीं दिया है, लेकिन लगातार स्थिति पर नजर रखी जा रही है. विशेषज्ञों का मानना है कि भारत की यह रणनीति नरमी से सख्ती की मिसाल है– यानी बिना घबराए, लेकिन पूरी तैयारी के साथ नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देना. जो भारतीय नागरिक ईरान में रह रहे हैं, उनसे अपील की गई है कि स्थानीय प्रशासन व भारतीय दूतावास की हर सलाह को गंभीरता से लें.
Rakesh Singh is a chief sub editor with 14 years of experience in media and publication. affairs, Politics and agriculture are area of Interest. Many articles written by Rakesh Singh published in ...और पढ़ें
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New Delhi,Delhi