Last Updated:September 02, 2025, 13:53 IST
PM Modi Full Speech on Mother Abuse: बिहार में ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान हुई घटना को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने अपना दर्द बयां किया है. उन्होंने कहा कि मेरी मां को अपशब्द कहे जाने से मुझे गहरा दुख पहुंचा है....और पढ़ें

PM Modi Full Speech on Mother Abuse: पीएम मोदी ने मंगलवार को अपनी मां के अपमान पर दर्द बयां किया. बिहार के दरभंगा में राहुल गांधी-तेजस्वी यादव के मंच से पीएम मोदी की मां को गाली दी गई थी. इस पर पीएम मोदी का दर्द छलका और उन्होंने भावुक होकर कहा कि कांग्रेस और राजद छठी मैया से माफी मांगनी चाहिए. पीएम मोदी ने कहा कि मां ही हमारा स्वाभिमान होती है. मेरी मां को भद्दी-भद्दी गालियां दी गईं. बिहार में जो हुआ, उसकी मैंने क्या, किसी व्यक्ति ने कल्पना नहीं की थी. मां का जिक्र करते हुए पीएम मोदी भावुक हो गए. चलिए जानते हैं पीएम मोदी ने भारत माता, छठी मैया और देवता-पित्तर का जिक्र कर मां के अपमान पर क्या-क्या कहा?
आज मंगलवार के दिन बहुत मंगल काम की शुरुआत हो रही है. बिहार की माताओं-बहनों को आज एक नई सुविधा मिलने जा रही है. जीविका निधि साख सहकारी संघ. इससे गांव-गांव में जीविका से जुड़ी बहनों को अब और आसानी से पैसा मिलेगा, उन्हें आर्थिक मदद मिलेगी. इससे वो जो काम या व्यवसाय करती है, उसे आगे बढ़ाने में बहुत मदद मिलेगी. मुझे ये देखकर भी बहुत खुशी है कि जीविका निधि की व्यवस्था पूरी तरह डिजिटल है. विकसित भारत का बहुत बड़ा आधार है, भारत की सशक्त महिलाएं. महिलाओं को सशक्त करने के लिए बहुत जरूरी है कि उनकी जिंदगी से हर प्रकार की मुश्किलें कम हों. इसलिए, हम माताओं-बहनों-बेटियों की जिंदगी को आसान बनाने के लिए अनेक काम कर रहे हैं. हमने महिलाओं के लिए करोड़ों शौचालय बनवाए ताकि उन्हें खुले में शौच की मजबूरी से मुक्ति मिले. हमने पीएम आवास योजना के अंतर्गत पक्के घर बनवाए और इसमें ये भी ध्यान रखा कि वो घर हो सके तो महिलाओं के नाम पर हो. महिला जब घर की मालकिन होती है, तो उसकी आवाज का भी वजन बढ़ जाता है. केंद्र सरकार आज मुफ्त राशन की योजना भी चला रही है. इस योजना ने हर मां को, इस चिंता से मुक्ति दिलाई है कि आज घर में बच्चों का पेट कैसे भरेगा. महिलाओं की आमदनी बढ़ाने के लिए हम उन्हें लखपति दीदी, ड्रोन दीदी और बैंक सखी भी बना रहे हैं. ये सारी योजनाएं माताओं-बहनों की सेवा का एक बहुत बड़ा महायज्ञ है. आज इस कार्यक्रम में मैं आपको ये भरोसा देता हूं कि आने वाले महीनों में बिहार की NDA सरकार इस अभियान को और तेज करने जा रही है. कुछ दिनों बाद नवरात्र का पावन पर्व शुरू होने वाला है. पूरे देश में नवदुर्गा की पूजा होगी. यानी मां के नौ रूपों की पूजा होगी. लेकिन बिहार और पुरबिया इलाके में नवदुर्गा के साथ सतबहिनी पूजा की परंपरा भी पीढ़ियों से है. मां के रूप में सात बहनों की पूजा की परंपरा, मां के प्रति श्रद्धा और विश्वास, ये बिहार की पहचान है. बिहार में कुछ दिनों पहले जो हुआ…उसकी मैंने कल्पना भी नहीं की थी. बिहार में RJD-कांग्रेस के मंच से मेरी मां को गालियां दी गईं… ये गालियां सिर्फ मेरी मां का अपमान नहीं है…ये देश की मां-बहन-बेटी का अपमान है. मुझे पता है कि आप सबको भी ये देखकर और सुनकर कितना बुरा लगा है. मैं जानता हूं कि इसकी जितनी पीड़ा मेरे दिल में है, उतनी ही तकलीफ मेरे बिहार के लोगों को भी है. इसलिए आज जब इतनी बड़ी तादात में बिहार की लाखों माताओं-बहनों के दर्शन मैं कर रहा हूं, तो आज मेरा मन और मैं अपना दुख आपसे साझा कर रहा हूं. ताकि आप माताओं-बहनों के आशीर्वाद से मैं इसे झेल पाऊं. मैंने हर दिन, हर क्षण अपने देश के लिए पूरी मेहनत से काम किया है. और इसमें मेरी मां की बहुत बड़ी भूमिका रही है. मुझे मां भारती की सेवा करनी थी… इसलिए मुझे जन्म देने वाली मेरी मां ने मुझे अपने दायित्वों से मुक्त कर दिया था. उस मां के ही आशीर्वाद से मैं चल पड़ा था. इसलिए, मुझे आज इस बात की पीड़ा है कि जिस मां ने मुझे देशसेवा का आशीर्वाद देकर भेजा, खुद से अलग करके मुझे जाने की इजाजत दी. आप सब जानते हैं कि अब मेरी मां का शरीर तो इस दुनिया में नहीं है. कुछ समय पहले 100 साल की उम्र पूरी करके, वो हम सबको छोड़कर चली गई. मेरी उस मां को जिसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है, जिसका शरीर भी अब नहीं है. मेरी उस मां को RJD-कांग्रेस के मंच से भद्दी-भद्दी गालियां दी गई. ये बहुत ही दुख, कष्ट और पीड़ा देने वाला है. उस मां का क्या गुनाह है कि उसे भद्दी गालियां सुना दी गई. एक गरीब मां ऐसे ही तपकर अपने बच्चों को शिक्षा-दीक्षा देती है, ऊंचे संस्कार देती है. इसलिए मां का स्थान देवी-देवताओं से भी ऊपर माना जाता है. बिहार के ही संस्कार हैं और हर बिहारी के मुंह से तो ये बात यूंही निकलती है – माई के स्थान, देवता पित्तर से भी ऊपर होला! इन्हें लगता है कि कुर्सी इन्हें ही मिलनी चाहिए. लेकिन आपने देश की जनता जनार्दन ने एक गरीब मां के कामदार बेटे को आशीर्वाद देकर प्रधानसेवक बना दिया. ये बात नामदारों को पच नहीं रही है. एक गरीब मां की तपस्या, उसके बेटे की पीड़ा ये शाही खानदानों में पैदा हुए युवराज नहीं समझ सकते. ये नामदार लोग तो सोने-चांदी का चम्मच लेकर पैदा हुए हैं. देश और बिहार की सत्ता इन्हें अपने खानदान की विरासत लगती है. कोई पिछड़ा, अति-पिछड़ा आगे बढ़ जाए, ये कांग्रेस को तो कभी बर्दाश्त नहीं हुआ है. इनको लगता है नामदारों का तो अधिकार है कामदारों को गालियां देना… इसलिए ये गालियों की झड़ी लगा देते हैं. मां को गाली देने वाली सोच, बहन को गाली देने वाली सोच, महिलाओं को कमजोर समझती है. ये मानसिकता महिलाओं को शोषण और अत्याचार की वस्तु मानती है. इसलिए जब-जब महिला विरोधी मानसिकता को सत्ता मिली है, सबसे ज्यादा तकलीफें माताओं-बहनों-बेटियों को ही झेलनी पड़ी है. RJD के दौर में जब बिहार में अपराध और अपराधी बेलगाम थे. जब हत्या, फिरौती और बलात्कार सामान्य बात थी. RJD सरकार हत्यारों और बलात्कारियों को संरक्षण देती थी. RJD के उस राज की सबसे ज्यादा चोट किसे उठानी पड़ती थी? बिहार की महिलाओं को उठानी पड़ती थी. बिहार लंबी लड़ाई लड़कर उस अंधेरे से बाहर निकला है. RJD को हटाने और बार-बार हराने में बिहार की आप सभी महिलाओं की बहुत बड़ी भूमिका रही है. इसलिए, RJD हो या कांग्रेस, ये लोग आज सबसे ज्यादा आप सभी महिलाओं के प्रति भी बौखलाए हुए हैं. ये लोग आपसे बदला लेना चाहते हैं, ये मौके की तलाश में हैं, ताकि आपको सजा दे सकें. मैं बिहार की जनता के सामने मां को गाली देने वालों से कहना चाहता हूं… मोदी तो तुम्हें एक बार माफ कर भी देगा… लेकिन, भारत की धरती ने मां का अपमान कभी बर्दाश्त नहीं किया है. RJD और कांग्रेस वालों से आपको जवाब मांगना चाहिए. हर गली-मोहल्ले से एक ही आवाज आनी चाहिए- मां को गाली… नहीं सहेंगे, नहीं सहेंगे. इज्ज़त पर वार… नहीं सहेंगे, नहीं सहेंगे. RJD का अत्याचार… नहीं सहेंगे, नहीं सहेंगे. कांग्रेस का वार…नहीं सहेंगे, नहीं सहेंगे. मां का अपमान… नहीं सहेंगे, नहीं सहेंगे.Shankar Pandit has more than 10 years of experience in journalism. Before News18 (Network18 Group), he had worked with Hindustan times (Live Hindustan), NDTV, India News Aand Scoop Whoop. Currently he handle ho...और पढ़ें
Shankar Pandit has more than 10 years of experience in journalism. Before News18 (Network18 Group), he had worked with Hindustan times (Live Hindustan), NDTV, India News Aand Scoop Whoop. Currently he handle ho...
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First Published :
September 02, 2025, 13:51 IST