भारत के आसमान में बंटवारा: पहाड़ सफेद, दिल्ली गैस चैंबर,कोहरे का लॉकडाउन

2 hours ago

21 दिसंबर की सुबह जैसे ही देश की नींद खुली, आसमान ने मौसम का एक अजीबोगरीब बंटवारा पेश कर दिया. उत्तर भारत में मौसम ने अपने रंग ऐसे बदले कि कहीं पहाड़ बर्फ से सफेद हो गए, तो कहीं मैदानी इलाके घने कोहरे की चादर में लिपटे नजर आए. राजधानी दिल्ली में जहां प्रदूषण का ‘जहर’ हवा में घुला रहा, वहीं कश्मीर ने बर्फबारी के साथ ‘चिल्लई कलां’ का स्वागत किया. मौसम का यह खेल सिर्फ ठंड तक सीमित नहीं रहा, इसने उड़ानों को रोका, सड़कों की रफ्तार धीमी की और लोगों को घरों में दुबकने पर मजबूर कर दिया. आख‍िर ऐसा हुआ क्‍यों?

दिल्ली: धुंध और प्रदूषण का जानलेवा कॉकटेल

राजधानी दिल्ली में रविवार की सुबह दोहरी मार लेकर आई. एक तरफ घना कोहरा और दूसरी तरफ जहरीली हवा. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, दिल्ली का औसतन वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 377 दर्ज किया गया, जो ‘बेहद खराब’ श्रेणी में आता है. हालात इतने बदतर थे कि शहर के 40 निगरानी स्टेशनों में से 16 पर हवा ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज की गई. यानी सांस लेना दूभर हो गया है.

कोहरे का कहर: पालम और सफदरजंग इलाके में दृश्यता 200 से 300 मीटर तक गिर गई. इसका सीधा असर हवाई यातायात पर पड़ा. दिल्ली एयरपोर्ट पर घने कोहरे के कारण रविवार को कुल 97 उड़ानें रद्द कर दी गईं और 200 से अधिक उड़ानों में देरी हुई.

तापमान में सुधार : पिछले कुछ दिनों की कड़ाके की ठंड के बाद, रविवार को न्यूनतम तापमान थोड़ा सुधरकर 9.4 डिग्री सेल्सियस पर रहा, जो सीजन के औसत से 1.3 डिग्री ज्यादा है. मौसम विभाग का अनुमान है कि सोमवार को भी मध्यम कोहरा छाया रहेगा.

कश्मीर: ‘चिल्लई कलां’ का बर्फीला आगाज

वादी-ए-कश्मीर में 21 दिसंबर का दिन खास रहा. आज से 40 दिनों का कड़ाके की ठंड का दौर, जिसे स्थानीय भाषा में ‘चिल्लई कलां’ (Chillai-Kalan) कहा जाता है, शुरू हो गया है. और इसका आगाज कुदरत ने बर्फबारी के तोहफे के साथ किया. श्रीनगर: शहर में रात का तापमान 4 डिग्री सेल्सियस रहा, जो इस सीजन की सबसे गर्म रात थी. यह सामान्य से 6 डिग्री ज्यादा था, जिसकी वजह आसमान में बादलों का होना है.
गुलमर्ग और सोनमर्ग: प्रसिद्ध पर्यटन स्थल गुलमर्ग में लगभग दो इंच बर्फ गिरी, जबकि सोनमर्ग और साधना टॉप (तंगधार सेक्टर) में भी अच्छी बर्फबारी हुई. गुलमर्ग एकमात्र ऐसी जगह थी जहाँ तापमान शून्य से नीचे (-1.5 डिग्री) दर्ज किया गया. राहत की सांस: यह बर्फबारी और बारिश कश्मीर के लिए एक अच्छी खबर है. लंबे समय से चल रहे सूखे (dry spell) का अंत हुआ है, जिससे लोगों को खांसी-जुकाम जैसी बीमारियों से राहत मिलने की उम्मीद है. स्थानीय लोग ‘चिल्लई कलां’ के पहले दिन बर्फबारी को शुभ संकेत मानते हैं.

3. पंजाब-हरियाणा: कोहरे की सफेद दीवार

मैदानी इलाकों में ठंड ने अपना असली रूप दिखाना शुरू कर दिया है. पंजाब और हरियाणा में ‘कोल्ड डे’ (Cold Day) जैसे हालात बने रहे.हरियाणा का नारनौल सबसे ठंडा रहा जहां पारा 5.2 डिग्री तक लुढ़क गया. वहीं पंजाब में गुरदासपुर 6.8 डिग्री के साथ सबसे ठंडा स्थान रहा. दोनों राज्यों की राजधानी चंडीगढ़ में तापमान 8.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. घने कोहरे ने दोनों राज्यों में सुबह के समय दृश्यता को शून्य के करीब पहुंचा दिया, जिससे सड़कों पर गाड़ियां रेंगती नजर आईं.

4. उत्तर प्रदेश: 50 मीटर से कम विजिबिलिटी

उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में कोहरा इतना घना था कि दृश्यता 50 मीटर से भी कम रह गई. मौसम विभाग (IMD) ने पूर्वी उत्तर प्रदेश में 23 दिसंबर तक रात और सुबह के समय घने से बहुत घने कोहरे की चेतावनी जारी की है. राज्य के कुछ इलाकों में ‘कोल्ड डे’ से लेकर सीवियर कोल्ड डे की स्थिति बनी हुई है.

5. राजस्थान: पश्चिमी विक्षोभ ने दी थोड़ी राहत

रेगिस्तानी राज्य राजस्थान में मौसम ने करवट ली है. एक पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के असर से तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी हुई है, जिससे लोगों को कड़ाके की ठंड से मामूली राहत मिली. फतेहपुर में तापमान 5.4 से बढ़कर 8.9 डिग्री और सीकर में 5.8 से बढ़कर 9 डिग्री हो गया. हालांकि, यह राहत थोड़े समय के लिए है. मौसम विभाग का कहना है कि 24 दिसंबर से उत्तरी हवाओं के कारण तापमान में फिर से 2-3 डिग्री की गिरावट आएगी और कोहरा भी लौटेगा.

ट्रेनें लेट होने की वजह से पटना में स्‍टेशनों पर भारी भीड़ नजर आई.

झारखंड: कोहरे और ठंड का ऑरेंज अलर्ट

झारखंड में भी ठंड का सितम जारी है. मौसम विभाग ने गढ़वा, पलामू, लातेहार, चतरा और हजारीबाग जैसे 5 जिलों के लिए घने कोहरे का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. यहाँ न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से नीचे चला गया है. रांची मौसम केंद्र के अनुसार, अगले 72 घंटों तक तापमान में बड़े बदलाव की उम्मीद नहीं है, लेकिन उसके बाद ठंड और बढ़ेगी.

दक्षिण भारत: तेलंगाना और कर्नाटक में भी ठिठुरन

ठंड का असर केवल उत्तर भारत तक सीमित नहीं है. मौसम विभाग के बुलेटिन के अनुसार, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक और तेलंगाना के कुछ हिस्सों में भी ‘शीतलहर’ की स्थिति देखी गई है.

मौसम का यह ‘बंटवारा’ क्या कहता है?

21 दिसंबर का यह मौसम मानचित्र एक दिलचस्प कहानी बयां करता है. जहां पहाड़ बर्फ की सफेद चादर ओढ़कर सैलानियों को बुला रहे हैं, वहीं दिल्ली-एनसीआर प्रदूषण की काली चादर में लिपटे हैं. पंजाब, हरियाणा और यूपी कोहरे की ‘सफेद दीवार’ के पीछे छिपे हैं, तो राजस्थान में पश्चिमी विक्षोभ ने पारे को थोड़ा चढ़ा दिया है. आने वाले दिनों में यह ‘बंटवारा’ और गहराने वाला है. ‘चिल्लई कलां’ के 40 दिन कश्मीर को जमाएंगे, तो मैदानी इलाकों में शीतलहर और कोहरे का डबल अटैक देखने को मिलेगा. अगर आप यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो उड़ानों और ट्रेनों की स्थिति चेक करके ही घर से निकलें, क्योंकि आसमान में मौसम की मनमर्जी अभी जारी रहेगी.

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