भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत! FATF ने माना- बिना फंडिंग नहीं हो सकता पहलगाम हमला

12 hours ago

Last Updated:June 17, 2025, 08:02 IST

FATF ने पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है, जिसमें 26 लोग मारे गए थे. भारत ने पाकिस्तान पर कार्रवाई की मांग की है. FATF की रिपोर्ट से पाकिस्तान पर दबाव बढ़ सकता है.

भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत! FATF ने माना- बिना फंडिंग नहीं हो सकता पहलगाम हमला

पाकिस्तान फिर से एफएटीएफ की सूची में आ सकता है.

हाइलाइट्स

FATF ने पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा की.भारत ने पाकिस्तान पर कार्रवाई की मांग की है.FATF का बयान पाकिस्तान के लिए बड़ा झटका.

अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत को एक और बड़ी कूटनीतिक सफलता मिली है. दरअसल, वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (FATF) ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए भयानक आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है. इस हमले में आतंकवादियों 26 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी. यह पहली बार है जब इस वैश्विक आतंक-विरोधी फंडिंग वॉचडॉग ने किसी खास घटना पर इतनी स्पष्ट टिप्पणी की है. FATF के बयान में कहा गया है कि हम गंभीर चिंता के साथ इस क्रूर आतंकी हमले की निंदा करते हैं. ऐसे हमले बिना पैसे और फंड ट्रांसफर के सिस्टम के बिना संभव नहीं हो सकते. FATF के इस बयान को भारत के हिसाब से काफी अहम माना जा रहा है.

भारत का दबाव

यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत ने FATF से मांग की है कि वह पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई करे. भारत की दलील है कि पाकिस्तान लंबे समय से उसके खिलाफ आतंकी गतिविधियों को समर्थन देता रहा है. इसमें हाल का पहलगाम हमला भी शामिल है. 1989 में स्थापित यह एजेंसी अब भारत की दलीलों से सहमत दिखती है. भारत चाहता है कि पाकिस्तान को फिर से FATF की ग्रे लिस्ट में डाला जाए. पाकिस्तान 2018 से 2022 तक ग्रे लिस्ट में रहा. ग्रे लिस्ट में होने की वजह से उसकी वैश्विक वित्तीय लेन-देनों पर सख्त निगरानी रखी गई थी. ऐसा पाकिस्तान द्वारा मनी लॉंड्रिंग और आतंक फंडिंग रोकने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाए जाने की वजह से हुआ था. तीन साल पहले ही ग्रे लिस्ट से बाहर निकले पाकिस्तान के लिए FATF का यह बयान एक बड़ा झटका है.

पहलगाम हमले के बाद भारत की रणनीति

पहलगाम हमले के तुरंत बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ एक अभियान शुरू किया है, जिसमें बहुपक्षीय सहयोग को रोकने और उसकी फंडिंग पर लगाम लगाने की कोशिश की जा रही है. विदेश मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार भारत ने FATF को ठोस सबूत पेश किए हैं, जो इस बात की ओर इशारा करते हैं कि आतंकी गतिविधियों के लिए फंडिंग का स्रोत पाकिस्तान से जुड़ा हो सकता है.

FATF की वैश्विक अपील

FATF ने आतंकवाद से निपटने के लिए वैश्विक एकता पर जोर दिया है. उसने अपने बयान में कहा कि कोई भी अकेला देश, कंपनी या प्राधिकरण इस चुनौती से नहीं लड़ सकता. हमें वैश्विक आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होना होगा. आतंकवाद को सफल होने के लिए सिर्फ एक मौका चाहिए, जबकि हमारी परीक्षा हर समय होती है. एजेंसी ने बताया कि 200 से अधिक देशों के नेटवर्क के जरिए वह आतंकवाद को फंडिंग (CFT) के खिलाफ कड़े कदम उठा रही है. इसमें फाइनेंशियल इंटेलिजेंस का रणनीतिक इस्तेमाल भी शामिल है. यह आतंकी नेटवर्क तोड़ने का एक पुख्ता हथियार माना जा रहा है.

आतंक फंडिंग पर रिपोर्ट की तैयारी

FATF ने घोषणा की कि वह जल्द ही आतंकवाद को फंडिंग पर एक विस्तृत विश्लेषण जारी करेगी, जिसमें अपने वैश्विक नेटवर्क से मिले मामलों का समावेश होगा. इस रिपोर्ट से यह स्पष्ट हो सकता है कि किस देश या संगठन ने पहलगाम जैसे हमलों के लिए फंडिंग की. विशेषज्ञों का मानना है कि यह रिपोर्ट भारत के पक्ष को मजबूत कर सकती है और पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ा सकती है.

भारत के विदेश सचिव ने कहा कि पहलगाम हमला आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई में एक सबक है. हम FATF के साथ मिलकर काम करेंगे ताकि आतंक के आर्थिक स्रोतों को खत्म किया जा सके. इस बीच सुरक्षा एजेंसियां कश्मीर में अतिरिक्त सतर्कता बरत रही हैं, क्योंकि आतंकवादी गतिविधियों की आशंका अभी बनी हुई है.

संतोष कुमार

न्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स...और पढ़ें

न्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स...

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