Last Updated:June 17, 2025, 13:19 IST
RJD President News: बिहार चुनाव से पहले आरजेडी में नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होगा. तेजस्वी यादव, मीसा भारती और मनोज झा के नाम चर्चा में हैं. लेकिन क्या देश की 10 बड़ी रिजिनल पार्टियों का पुराना इति...और पढ़ें

क्या तेजस्वी यादव भी अखिलेश यादव की तरह परिवार की परंपरा निभाएंगे?
हाइलाइट्स
आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की दौड़ में कौन-कौन लोग शामिल?आरजेडी का अध्यक्ष पद लालू परिवार के बाहर जाएगा या नहीं?भारत की अधिकांश क्षेत्रीय पार्टियों में अध्यक्ष पद परिवार के पास क्यों?पटना. बिहार चुनाव से पहले आरजेडी में नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होना है. राष्ट्रीय अध्यक्ष की दौड़ में तेजस्वी यादव से लेकर मीसा भारती और राज्यसभा सांसद मनोज झा का भी नाम चल रहा है. लेकिन भारत में रिजिनल पार्टियों के इतिहास को देखकर नहीं लगता कि लालू परिवार से बाहर राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद जाने वाला है. देश की 10 बड़ी क्षेत्रीय पार्टियों के राष्ट्रीय अध्यक्ष एक ही परिवार से हुए हैं. यूपी, बिहार और हरियाणा-पंजाब से लेकर महाराष्ट्र, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश की सभी क्षेत्रीय पार्टियों के राष्ट्रीय अध्यक्ष एक ही परिवार के होते आए हैं. ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि क्या तेजस्वी यादव पिता की परंपरा को निभाएंगे या फिर रिजिनल पार्टियों के इतिहास के सामने एक नया उदाहरण पेश करेंगे?
राष्ट्रीय जनता दल के संस्थापक लालू यादव पार्टी बनने के बाद से ही अध्यक्ष बने हुए हैं. क्योंकि, अब उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं चल रहा है. ऐसे में चर्चा शुरू हो गई है कि क्या आरजेडी का भावी राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव के परिवार से ही होगा या फिर बाहर का कोई व्यक्ति होगा? क्या अखिलेश यादव की तरह तेजस्वी यादव भी लालू यादव को रिप्लेस कर अध्यक्ष बन जाएंगे? हालांकि, देश के अंदर कुछ पार्टियों में नेताओं को अन्य पद जैसे प्रदेश अध्यक्ष का पद परिवार से बाहर के व्यक्ति को जरूर मिला है. लेकिन राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद परिवार के ही पास रहा है.
क्या तेजस्वी परंपरा निभाएंगे या उदाहरण बनेंगे?
एनसीपी संस्थापक शरद पवार, वाईएसआर कांग्रेस के संस्थापक जगनमोहन रेड्डी और लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक रामविलास पासवान से लेकर अब उनके बेटे चिराग पासवान तक लंबा इतिहास रहा है. हरियाणा में चौधरी देवी लाल ने 1999 में इंडियन नेशनल लोकदल की स्थापना की थी. देवी लाल के बाद उनके बेटे ओम प्रकाश चौटाला राष्ट्रीय अध्यक्ष बने. पार्टी का नेतृत्व परिवार के भीतर ही रहा और चौटाला परिवार के सदस्य जैसे अभय सिंह चौटाला और अजय सिंह चौटाला महत्वपूर्ण पदों पर रहे. परिवार के बाहर का राष्ट्रीय अध्यक्ष कभी नहीं बना.
रिजिनल पार्टियों का क्या रहा है इतिहास?
हरियाणा के एक और दिग्गज नेता भजन लाल की पार्टी हरियाणा जनहित कांग्रेस का भी यही इतिहास रहा. भजनलाल के बाद उनके बाद बेटे कुलदीप बिश्नोई ने पार्टी की कमान संभाली. इसी तरह शरद पवार ने 1999 में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की स्थापना की थी. शरद पवार लगातार राष्ट्रीय अध्यक्ष बन रहे हैं. उनकी बेटी सुप्रिया सुले और भतीजे अजित पवार पार्टी में प्रमुख भूमिका निभाते हैं. हालांकि, 2023 में अजित पवार के अलग होने और उन्होंने भी अपनी NCP (अजित पवार गुट) गुट का गठन किया, जिसके वह अध्यक्ष हैं.
देश की 10 बड़ी रिजिनल पार्टियां, जिस पर एक ही परिवार का है सालों से कब्जा
1- राष्ट्रीय जनता दल का 1997 में गठन हुआ और लालू प्रसाद यादव लगातार राष्ट्रीय अध्यक्ष बने हुए हैं.
2-समाजवादी पार्टी का गठन मुलायम सिंह यादव ने 1992 में किया और 2017 तक वह अध्यक्ष रहे. अब अखिलेश यादव हैं.
3-इंडियन नेशनल लोकदल का गठन चौधरी देवी लाल ने 1999 में किया और उनके बाद बेटों के पास पार्टी की कमान
4- राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का गठन शरद पवार ने किया अब तक वही अध्यक्ष हैं
5- शिव सेना का गठन बाल ठाकरे ने 1966 में किया और पार्टी के बंटवारे तक परिवार के पास ही अध्यक्ष पद रहा.
6-द्रविड़ मुनेत्र कड़गम का गठन सी.एन. अन्नादुराई ने 1949 में किया. एम. करुणानिधि के नेतृत्व संभालने के बाद उनके परिवार के ही अध्यक्ष बन रहे हैं.
7- तेलंगाना राष्ट्र समिति BRS (पूर्व में TRS) का गठन के. चंद्रशेखर राव ने 2001 में किया तब से वही अध्यक्ष हैं
8-हरियाणा जनहित कांग्रेस का गठन भजन लाल ने 2007 में किया तब से परिवार के पास ही अध्यक्ष का पद
9-शिरोमणि अकाली दल (SAD) का गठन मास्टर तारा सिंह ने 1920 में किया. बाद में बादल परिवार का ही अध्यक्ष बन रहा है.
10- पट्टाली मक्कल काची (PMK) का गठन डॉ. एस. रामदॉस ने 1989 में किया तब से अबतक रामदॉस परिवार का नियंत्रण है.
रविशंकर सिंहचीफ रिपोर्टर
भारतीय विद्या भवन से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले रविशंकर सिंह सहारा समय न्यूज चैनल, तहलका, पी-7 और लाइव इंडिया न्यूज चैनल के अलावा फर्स्टपोस्ट हिंदी डिजिटल साइट में भी काम कर चुके हैं. राजनीतिक खबरों के अलावा...और पढ़ें
भारतीय विद्या भवन से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले रविशंकर सिंह सहारा समय न्यूज चैनल, तहलका, पी-7 और लाइव इंडिया न्यूज चैनल के अलावा फर्स्टपोस्ट हिंदी डिजिटल साइट में भी काम कर चुके हैं. राजनीतिक खबरों के अलावा...
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