Last Updated:September 23, 2025, 23:38 IST
India slams Pakistan: UNHRC में भारत ने पाकिस्तान को खैबर पख्तूनख्वा में सेना के हमलों पर घेरा. भारतीय डिप्लोमैट क्षितिज त्यागी ने पाकिस्तान के मिलिट्री शासन की बखिया उधेड़ीं.

जिनेवा/नई दिल्ली: संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) में भारत ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया. भारतीय राजनयिक क्षितिज त्यागी ने खैबर पख्तूनख्वा में नागरिकों पर पाकिस्तानी सेना के हमलों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि पाकिस्तान पहले अपनी वेंटिलेटर पर पड़ी अर्थव्यवस्था को बचाने पर ध्यान दे. त्यागी ने तीखे लहजे में कहा, ‘शायद जब उन्हें अपने ही लोगों पर बमबारी से फुर्सत मिले, तब वे सुधार पर ध्यान देंगे.’ भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भी पाकिस्तान को चेताया कि वह अवैध कब्जे वाले भारतीय क्षेत्रों को खाली करे. भारत ने पाकिस्तानी रिकॉर्ड को ‘मानवाधिकार हनन और उत्पीड़न से दागदार’ बताया और साफ किया कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर अब पाकिस्तान की दोहरी नीति उजागर हो चुकी है.
At the 60th Session of the Human Rights Council, Kshitij Tyagi, Counsellor, Permanent Mission of India, Geneva, said, “…A delegation that epitomises the antithesis of this approach continues to abuse this forum with baseless and provocative statements against India. Instead of… pic.twitter.com/Os4Sipx7Jg
तिराह घाटी में बमबारी के बाद पीड़ित बोले- हर अत्याचार का हिसाब लिया जाएगा
खैबर पख्तूनख्वा की तिराह घाटी में एयरफोर्स की बमबारी से महिलाओं और बच्चों समेत करीब 30 निर्दोष नागरिकों की मौत ने इलाके को दहला दिया है. गांव के उजड़े घर और खून से सनी गलियां अब पाकिस्तानी सेना के जुल्म की गवाही दे रही हैं. स्थानीय लोग लगातार दूसरे दिन सड़कों पर उतरे. उनके साथ खैबर पख्तूनख्वा असेंबली के सदस्य अब्दुल गनी अफरीदी भी मौजूद रहे. उन्होंने कहा, ‘अब और खामोशी नहीं. मासूमों के खून का हिसाब लिया जाएगा और न्याय मिलने तक संघर्ष जारी रहेगा.’
पाकिस्तानी सेना ने जेएफ-17 लड़ाकू विमानों से ऊपरी तिराह अकाखेल में बम गिराए थे. इस हमले में गांव का बड़ा हिस्सा मलबे में बदल गया. अफरीदी ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘जिस घाटी में कभी बच्चों की खिलखिलाहट गूंजती थी, वहां अब उनकी लाशें पड़ी हैं. माताओं के सपनों वाले आंगन चीखों और मलबे से भर गए हैं. क्या खिलौनों से खेलते बच्चे आतंकवादी थे? क्या घर में दीप जलाती मां अपराधी थीं?’
उन्होंने इसे ‘राजकीय उत्पीड़न’ और ‘मानवता के खिलाफ अपराध’ बताया और कहा कि इतिहास इस काले धब्बे को कभी नहीं मिटाएगा. अफरीदी ने दुनिया, अंतरराष्ट्रीय मीडिया और मानवाधिकार संगठनों से अपील की कि जैसे गाजा और फिलिस्तीन के लिए आवाज उठाई जाती है, वैसे ही तिराह घाटी के लिए भी उठाई जाए.
Deepak Verma is a journalist currently employed as Deputy News Editor in News18 Hindi (Digital). Born and brought up in Lucknow, Deepak's journey began with print media and soon transitioned towards digital. He...और पढ़ें
Deepak Verma is a journalist currently employed as Deputy News Editor in News18 Hindi (Digital). Born and brought up in Lucknow, Deepak's journey began with print media and soon transitioned towards digital. He...
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First Published :
September 23, 2025, 23:35 IST