Eid Al Adha Turkiye: ईद-उल-अज़हा के दिन अरब जगत और खासकर इस्लामिक शासन वाले शहरों में हर साल की तरह कुछ जाने-पहचाने दृश्य दिखते हैं. हालांकि किसी शहर में कुछ आराजकता दिखती है तो कहीं और कई लोग घायल नजर आते हैं. शनिवार को बकरीद के दिन ठीक वैसा ही नजारा दिखा पाकिस्तान के जिगरी माने जाने वाले देश तुर्किये में जहां बकरीद के मौके पर कुर्बानी के जानवर खुलेआम सड़कों पर भागते नजर आए, लोग उनका पीछा कर रहे थे. इस भागदौड़ में करीब 14 हजार से ज्यादा लोग घायल हो गए.
बकरीद पर ऐसे थे नजारे
पाकिस्तानी मीडिया समा टीवी (samaaTV) की रिपोर्ट के मुताबिक शनिवार को दिन-भर तुर्किये के अस्पतालों में लोगों का तांता लगा रहा. कई वीडियो वायरल हुए. सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो में घबराई हुई भेड़, बकरियां और बछड़े गलियों से भागते हुए और ट्रैफ़िक को चीरते हुए दिखाई देते हैं, और कसाई और बच्चे उनका पीछा करते हैं. काहिरा में, एक वायरल क्लिप में एक भयभीत भेड़ को कारों और मोटरसाइकिलों के बीच भागते हुए दिखाया गया, जबकि अन्य में जानवरों को दुकानों में घुसते हुए और मामूली चोटों और संपत्ति को नुकसान पहुंचाते हुए दिखाया गया. हालांकि कुछ लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की खबर आई.
لحظة اقتحام عجل هارب لمحل أحذية بمحافظة الإسكندرية pic.twitter.com/8DQYo0Bx2F
— شبكة رصد (@RassdNewsN) June 7, 2025
ज़ी न्यूज़ वीडियो और आंकड़े की पुष्टि नहीं करता
आपको बताते चलें कि एक दो नहीं दर्जनों अलग-अलग वीडियो वायरल हो रहे हैं जिसमें बकरीद के मौके पर जानवरों को सड़कों पर दौड़ लगाते और उनकी चपेट में आने से घायल हुए लोगों को देखा गया. किसी वीडियो में कोई कुर्बानी का जानवर लोगों के शोरूम और दुकानों में घुस गया वहीं तुर्किये की गली- मोहल्लों में दिनभर अफरा-तफरी का माहौल दिखा.
इंटरनेट पर मौजूद कई यूजर्स ने इन पलों को मज़ेदार कैप्शन के साथ शेयर किया, वहीं कुछ लोगों ने इसमें शामिल खतरों और जानवरों पर पड़ने वाले तनाव के बारे में चिंता जताई. समा टीवी की रिपोर्ट के मुताबिक काहिरा में मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य सलाहकार डॉ. वालिद हिंदी ने कहा- 'वीडियो मनोरंजक लग सकते हैं, लेकिन वे अक्सर जानवरों और इसमें शामिल लोगों दोनों के लिए संकट को दर्शाते हैं. मजेदार वीडियो के पीछे असली लोग हैं, जिनमें से कुछ ने कुर्बानी का खर्च उठाने के लिए महीनों तक पैसे बचाए हैं और भागते हुए जानवर के पीछे अक्सर एक डरा हुआ बच्चा, घबराया हुआ माता-पिता या खतरे में पड़ा कोई मोटर चालक होता है.'
तुर्किये में इस साल बकरीद के मौके पर बिना किसी पेशेवर मदद के कुर्बानी देने की कोशिश में 14,000 से ज़्यादा लोग घायल हो गए. देश के स्वास्थ्य मंत्री ने नागरिकों से ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए प्रशिक्षित कसाईयों पर भरोसा करने की अपील की.