Last Updated:April 25, 2025, 14:35 IST
पहलगाम हमले के बाद भारत पाकिस्तान को किसी भी कीमत पर छोड़ने वाला नहीं है. भारत ने पड़ोसी मुल्क को हर तरफ से घेरने की तैयारी कर ली है. निकट भविष्य में भारत अगर हमला भी करता है तो विदेशी दबाव न बने इसके लिए भारत ...और पढ़ें

साउथ ब्लॉक में भारत ने पाकिस्तान के विरुद्ध चुन-चुन कर रखे सबूत.
हाइलाइट्स
भारत ने 25 देशों को पाक आतंकियों के सबूत दिखाए.भारत ने पाक के साथ राजनयिक संबंध कम किए.भारत ने अटारी-वाघा सीमा बंद की और पाक नागरिकों को वीजा निलंबित किया.पहलगाम हमले पर भारत पाकिस्तान पर हमला करने से पहले हर तरफ से घेरने की तैयारी में है. उसके ऊपर अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाने के लिए भारत ने गुरुवार को कूटनीतिक चाल चल दी. भारतीय विदेश मंत्रालय ने गुरुवार 24 अप्रैल को 25 देशों के राजदूतों को साउथ ब्लॉक ऑफिस में बुलाकर पहलगाम में पाकिस्तानी आतंकवादियों के करतूत को दिखा दिया है. भारत का ये कूटनीतिक चाल काफी अहम साबित होगा क्योंकि अगर भारत पाकिस्तान पर हमला करता है तो विदेशी दबाव नहीं बनेगा. सीमा पर आतंकियों की चुन-चुनकर सफाया करने में भी अंतरराष्ट्रीय सहयोग मिले ना मिले कम से कम विरोध का तो सामना नहीं करना पड़ेगा.
दरअसल, भारत ने गुरुवार 24 अप्रैल को 25 से अधिक देशों के राजदूतों को नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय के साउथ ब्लॉक कार्यालय में बुलाया. इन राजदूतों में अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोपीय संघ, जर्मनी, फ्रांस, रूस, चीन, जापान, इटली, पोलैंड, कनाडा, कतर और अन्य प्रमुख देशों के प्रतिनिधि शामिल थे. भारत ने इन देशों को पहलगाम आतंकवादियों के कायराना हरकतो की जानकारी दी, पहले से ही तैयारी कर दी है…
भारत ने 25 देशों के राजदूतों के सामने आखिर कौन-कौन सबूत रखे-
भारत द्वारा आयोजित इस बैठक का मुख्य मकसद पहलगाम आतंकी हमले में पाकिस्तान की संलिप्तता को दिखाना था. भारत सरकार ने लगभग 25 देशों के राजदूतों को पाकिस्तान की भूमिका के बारे में जानकारी दी और आतंकी संगठनों के प्रमाण दिए… पाकिस्तानी मूल के हथियार और गोला-बारूद: भारतीय सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों से बरामद हथियारों और गोला-बारूद पर पाकिस्तानी निशान दिखाए. ये सबूत पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठनों की संलिप्तता के संकेत देते हैं. पाकिस्तानी नागरिकों की संलिप्तता: हमले में शामिल दो आतंकवादियों की पहचान पाकिस्तानी नागरिकों के रूप में की गई.इससे पाकिस्तान की भूमिका पर और भी संदेह गहरा हुआ. आतंकी संगठनों की भूमिका: भारत ने पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकवादी संगठनों की भूमिका की जानकारी 25 देशों के राजदूतों को दी. साथ ही आशंका जताई कि इस हमले के पीछे ये हो सकते हैं. साथ ही भारत सरकार ने पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन के भविष्य में भी जम्मू-कश्मीर में हमले की योजना पर भी चिंता जाहिर की. बताया कि इसीलिए सुरक्षा एजेंसियां सतर्क किया गया है. इन प्रमाणों के माध्यम से भारत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को पाकिस्तान के आतंकवाद समर्थन के खिलाफ प्रमाण देकर और कड़ा संदेश दिया है.पहलगाम हमले के बाद भारत द्वारा उठाए गए कदम-
राजनयिक संबंधों में कटौती: भारत ने पाकिस्तान के साथ राजनयिक संबंधों को कम करते हुए अपने और पाकिस्तान के उच्चायोगों से सैन्य, नौसेना और वायु सलाहकारों को वापस बुला लिया है. सीमा पार आवाजाही पर रोक: भारत ने अटारी-वाघा सीमा को बंद कर दिया है. साथ ही पाकिस्तान के नागरिकों के लिए वीजा जारी करना निलंबित कर दिया है. सिंधु जल संधि का निलंबन: भारत ने 1960 में साइन किए गए सिंधु जल संधि (Indus Water Treaty) को निलंबित कर दिया. इसका पाकिस्तान की कृषि पर दूरगामी प्रभाव देखने को मिल सकता है. बता दें कि पाकिस्तान पहले से ही भूखमरी का सामना कर रहा है. इस समझौते के रद्द होने से पाकिस्तान पर खाद्य संकट और भी गहरा जाएगा. पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने का आदेश: भारत ने सभी पाकिस्तानी नागरिकों को 27 अप्रैल तक देश छोड़ने का आदेश दिया है.इन कदमों के माध्यम से भारत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को पाकिस्तान के आतंकवाद समर्थन के खिलाफ साक्ष्य प्रस्तुत किए और कड़ा संदेश दिया.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
April 25, 2025, 14:35 IST