‘पहला टिकट मैंने लिया...’, दिल्ली से लेह के लिए शुरू हो गई HRTC बस

1 day ago

Last Updated:June 12, 2025, 10:18 IST

Delhi-Leh HRTC Bus: दिल्ली-मनाली-लेह बस सेवा 9 महीने बाद फिर शुरू हुई. 12 जून को केलांग से लेह के लिए रवाना हुई. 990 किमी सफर के लिए 1827 रुपये किराया.

‘पहला टिकट मैंने लिया...’, दिल्ली से लेह के लिए शुरू हो गई HRTC बस

हिमाचल प्रदेश में लेह मनाली दिल्ली बस सेवा का आगाज हो गया है.

हाइलाइट्स

दिल्ली-मनाली-लेह बस सेवा 9 महीने बाद फिर शुरू हुई.990 किमी सफर के लिए 1827 रुपये किराया निर्धारित.बस सेवा 2008 में शुरू हुई, ऊंचे दर्रों से गुजरती है.

प्रेम लाल

केलांग. देश के सबसे लंबे और दुर्गम बस रूटों में से शुमार एचआरटीसी की दिल्ली-मनाली-लेह बस सेवा करीब 9 महीने के अंतराल के बाद फिर से शुरू हो गई है. पिछले साल 15 सितंबर को ऊंचाई वाले दर्रों में भारी बर्फबारी और तापमान में गिरावट के कारण यह सेवा स्थगित कर दी गई थी, लेकिन अब मौसम अनुकूल होने और सड़क मार्ग पूरी तरह बहाल होने के बाद 12 जून को यह सेवा दोबारा शुरू की गई.

गुरुवार सुबह ठीक 5:30 बजे, यह बस केलांग बस अड्डे से लेह के लिए रवाना हुई. इस सेवा के पहले दिन करीब 15 यात्री लेह के लिए रवाना हुए,  जिनमें 14 पुरुष और 1 महिला यात्री शामिल थे. यात्रियों में इस बहुप्रतीक्षित सेवा को लेकर खासा उत्साह देखा गया. इस अवसर पर रीजनल मैनेजर ने चालक और परिचालक समेत सभी यात्रियों को खतक (पटका) पहनाकर स्वागत किया. बस को सुचारु रूप से चलाने की जिम्मेदारी एचआरटीसी के अनुभवी चालक राजीव कुमार और सहचालक नरेंद्र कुमार ने संभाली.

केलांग डिपो के रीजनल मैनेजर आयुष उपाध्याय बताया कि यह सेवा हम हर साल मौसम की अनुकूलता के आधार पर शुरू करते हैं. इस बार 12 जून से सेवा शुरू हुई है और यात्रियों की प्रतिक्रिया काफी उत्साहजनक है. उन्होंने कहा कि 990 किलोमीटर लंबे सफर के लिए 1827 रुपये निर्धारित किए गए हैं. यह बस सेवा दिल्ली से दिन के 12:10 पर लेह के लिए रवाना होगी, जो चंडीगढ़ शाम 6:10 पर पहुंचेगी, जबकि मंडी रात 10 बजे, कुल्लू सुबह 1:30 बजे, मनाली 2:30 बजे, केलांग 5 बजे और लेह शाम 7 बजे पहुंचेगी.

दिल्ली से बस में यात्रा कर रहे युवक ने बताया कि मैं पहली बार इस बस में सफर कर रहा हूं. सफर लंबा जरूर है, लेकिन बेहद खूबसूरत और सुविधाजनक है. उन्होंने बताया कि वह बस में पहला टिकट लेने वाले यात्री हैं और इस बस की खास बात है कि यह छह महीने बंद रहती है और अब वह काफी एक्साइटिड हैं.एक अन्य यात्री ने कहा कि “हर साल इंतजार रहता है इस बस का. यह हमारे लिए न सिर्फ सस्ता, बल्कि सुरक्षित और भरोसेमंद साधन है.”

2008 में हुई थी रूट की शरुआत

इस ऐतिहासिक रूट की शुरुआत वर्ष 2008 में की गई थी. यह बस सेवा बारालाचा ला (4850 मीटर), नकिला (4738 मीटर) और तंगलंगला (5328 मीटर) जैसे दुर्गम और ऊंचे दर्रों से होकर गुजरती है, जो इसे देश का सबसे चुनौतीपूर्ण और रोमांचक बस मार्ग बनाता है. हालांकि इस बार सीमा सड़क संगठन (BRO) ने मनाली-लेह मार्ग से बर्फ हटाने का कार्य 12 मई को ही पूरा कर लिया था, लेकिन प्रशासनिक मंजूरी मिलने में देरी के कारण सेवा शुरू होने में एक महीने का विलंब हुआ.

टूरिस्ट के लिए सुविधा

इस रूट के बहाल होने से न केवल स्थानीय लोगों को लाभ मिलेगा, बल्कि लेह-लद्दाख आने-जाने वाले पर्यटकों के लिए भी यह एक महत्वपूर्ण परिवहन विकल्प साबित होगा. देश के सबसे ऊंचे दर्रों से गुजरती यह बस सेवा अब एक बार फिर चालू हो चुकी है, और यात्रियों के चेहरे पर रौनक देखी जा सकती है. यह सेवा ना सिर्फ हिमाचल और लद्दाख को जोड़ती है, बल्कि पर्यटन को भी बढ़ावा देती है. गौरतलब है कि बीते साल इस बस ने 95 दिन में एक करोड़ 25 लाख रुपये की कमाई की थी.

Vinod Kumar Katwal

13 Years Experience in Print and Digital Journalism. Earlier used to Work With Dainik Bhaskar, IANS, Punjab Kesar and Amar Ujala . Currently, handling Haryana and Himachal Pradesh Region as a Bureau chief from ...और पढ़ें

13 Years Experience in Print and Digital Journalism. Earlier used to Work With Dainik Bhaskar, IANS, Punjab Kesar and Amar Ujala . Currently, handling Haryana and Himachal Pradesh Region as a Bureau chief from ...

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Location :

Himachal Pradesh

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