मुझे यकीन नहीं हो रहा...पर खुश नहीं हूं, जिंदा बचे पैसेंजर ने बयां किया मंजर

20 hours ago

Last Updated:June 13, 2025, 13:05 IST

Ahemdabad Plane Crash- अहमदाबाद में प्लेन क्रैश में 265 लोगों की मौत हुई, जिसमें से 241 प्लेन में थे. प्रधानमंत्री मोदी ने घटनास्थल का दौरा किया और जीवित बचे विश्वास रमेश से मुलाकात की.

मुझे यकीन नहीं हो रहा...पर खुश नहीं हूं, जिंदा बचे पैसेंजर ने बयां किया मंजर

प्रधानमंत्री एक मात्र जीवित बचे पैसेंजर विश्‍वास कुमार रमेश का हालचाल लेते हुए.

नई दिल्‍ली.  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अहमदाबाद पहुंचकर विमान दुर्घटना के घटनास्थल का दौरा किया. सिविल अस्पताल में घायलों से मुलाकात की. साथ ही उन्होंने इस दुर्घटना में जीवित बचे एकमात्र व्यक्ति विश्वास रमेश से भी मुलाकात की. 12 जून को अहमदाबाद के मेघाणीनगर में प्लेन क्रैश की घटना हुई थी. अहमदाबाद से लंदन जा रही फ्लाइट क्रैश होने से 265 कुल लोगों की मौत हो गई. इनमें से 241 प्‍लेन में सवार थे.

सीट नंबर 11A में बैठे रमेश विश्‍वास कुमार ने बताया कि ‘मुझे खुद पर विश्वास नहीं हो रहा कि मैं कैसे बाहर निकला’. “जब मेरी आंख खुली तो देखा कि मैं जिंदा था. मैंने सीट बेल्ट खोली और बाहर निकलने की कोशिश की और मैं बाहर निकल गया. मेरी नजर के सामने एयर होस्टेस और अंकल-आंटी पर पड़ी, वे सभी जल चुके थे.”

विश्वास रमेश ने बताया कि, “यह सब मेरी नजरों के सामने हुआ. मुझे खुद पर विश्वास नहीं हो रहा कि मैं कैसे उसमें से जीवित बाहर निकला. कुछ समय के लिए तो मुझे भी लगा कि मैं मरने वाला हूं. लेकिन जब मेरी आंख खुली तो देखा कि मैं जिंदा था.” उसने बताया कि “टेक ऑफ के लगभग एक मिनट बाद ऐसा लगा कि पांच सेकेंड के लिए सब कुछ रुक गया. फिर प्लेन में हरी और सफेद लाइट जलने लगी. फिर वह तेजी से नीचे गिरने लगा.”

“मैं जिस तरफ था, वह साइड हॉस्टल पर लैंड नहीं ग्राउंड पर लैंड हुई थी. बाकी का तो पता नहीं, लेकिन मैं जहां लैंड हुआ था, वह नीचे की तरफ था. वहां थोड़ी सी जगह थी. मैंने बाहर निकलने की कोशिश की और मैं निकल गया. सामने की तरफ बिल्डिंग की दीवार थी, शायद वहां से कोई नहीं निकल सका. मैं जहां था, वहां थोड़ी सी जगह थी.” मैं चलकर आया. आग लगी तो मेरा बायां हाथ भी जल गया था. उसके बाद एम्बुलेंस मुझे यहां लेकर आई. अभी यहां मेरी अच्छी तरह से इलाज चल रहा है, पर मैं खुश नहीं हूं, हादसे में इतने लोगों की जान चली गयी है”

Location :

Ahmadabad,Gujarat

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