पटना के सदाकत आश्रम में बनेगी नई रणनीति, कांग्रेस का 'तेलंगाना प्लान पर मंथन

3 weeks ago

Last Updated:September 24, 2025, 07:33 IST

Congress CWC Meeting : पटना के सदाकत आश्रम में आजादी के बाद पहली बार कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक हो रही है. आगामी बिहार विधानसभा चुनाव से पहले इस बैठक को कांग्रेस का बड़ा शक्ति प्रदर्शन माना जा रहा है. राहुल गांधी, सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे सहित तीन राज्यों के मुख्यमंत्री इसमें मौजूदगी से कांग्रेस बिहार में बड़ा संदेश देना चाहती है.

पटना के सदाकत आश्रम में बनेगी नई रणनीति, कांग्रेस का 'तेलंगाना प्लान पर मंथनपटना में पहली बार CWC बैठक:, बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस का बड़ा शक्ति प्रदर्शन

पटना. आजादी के बाद पहली बार कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक पटना में हो रही है. कहा जा रहा है कि यह बैठक सिर्फ कांग्रेस संगठन की गतिविधि नहीं, बल्कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी का बड़ा शक्ति प्रदर्शन भी है. सुबह 10 शुरू होकर शाम 4 बजे तक चलने वाली इस बैठक में राहुल गांधी, सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे समेत कांग्रेस शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री शामिल हो रहे हैं. पार्टी का दावा है कि यह बैठक बिहार की राजनीति में सत्ता परिवर्तन का नया अध्याय लिख सकती है.
पटना में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक ऐतिहासिक मानी जा रही है, क्योंकि इसमें देशभर के 170 से ज्यादा नेता, तीन कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष शामिल हो रहे हैं. पार्टी का फोकस बिहार विधानसभा चुनाव पर है और तेलंगाना की तरह यहां भी रणनीति बनाने का दावा किया जा रहा है. बता दें कि बैठक का आयोजन सदाकत आश्रम में किया जा रहा है, जहां आजादी की लड़ाई की कई योजनाएं बनी थीं. कांग्रेस इस मौके पर भाजपा को एक्सपोज करने और कार्यकर्ताओं में जोश भरने का ऐलान कर रही है.

बिहार में कांग्रेस का शक्ति प्रदर्शन

आजादी के बाद पहली बार कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक पटना में आयोजित हो रही है. यह बैठक सिर्फ एक औपचारिक आयोजन नहीं, बल्कि बिहार विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के लिए शक्ति प्रदर्शन का मंच है. इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी सहित सभी बड़े चेहरे मौजूद रहेंगे. इसके अलावा हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू, तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी और कर्नाटक के सीएम सिद्धरमैया भी शिरकत करेंगे. प्रदेश अध्यक्ष, उपमुख्यमंत्री, CLP लीडर, सांसद और विधायक भी इस बैठक का हिस्सा बनेंगे.

तेलंगाना की राह पर कांग्रेस

24 सितंबर को आयोजित इस बैठक से पहले 23 सितंबर को कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने साफ किया कि यह बैठक बिहार में पार्टी के लिए नई ऊर्जा का स्रोत बनेगी. उन्होंने कहा कि जैसे 2023 में तेलंगाना में बड़ी बैठक के बाद कांग्रेस ने सत्ता हासिल की, वैसी ही उम्मीद यहां भी है. दरअसल, इस बैठक के जरिए पार्टी ने संकेत दिया है कि वह गठबंधन की राजनीति में अब हाशिए पर नहीं रहेगी. तेलंगाना मॉडल की तरह कांग्रेस चाहती है कि वह खुद को चुनावी राजनीति के केंद्र में स्थापित करे.

सदाकत आश्रम का ऐतिहासिक महत्व

बता दें कि इस बैठक का आयोजन पटना के सदाकत आश्रम में हुआ जहां आजादी की लड़ाई की कई महत्वपूर्ण रणनीतियां बनी थीं. मौलाना मजहरूल हक ने 1921 में 21 एकड़ जमीन दान देकर इसकी नींव रखी थी. महात्मा गांधी, डॉ. राजेंद्र प्रसाद और जवाहरलाल नेहरू यहीं बैठकर आजादी की लड़ाई की रूपरेखा तैयार करते थे. कांग्रेस ने इस जगह से अपने नए अभियान की शुरुआत करके प्रतीकात्मक संदेश देने की कोशिश की है.

कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जोश

राजेश राम ने दावा किया कि इस बैठक ने बिहार कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा भरी है. उनका कहना है कि बड़े नेताओं की मौजूदगी से संगठन को ताकत मिलेगी. उन्होंने यह भी बताया कि इस बैठक के दौरान एक विधेयक पास कराया जाएगा, जिसका मसौदा पहले से तैयार है और बैठक के दिन ही उसे सार्वजनिक किया जाएगा.

भाजपा पर कांग्रेस का सीधा वार

कांग्रेस नेताओं का कहना है कि इस बैठक में भाजपा सरकार की नीतियों और कामकाज को बेनकाब किया जाएगा. राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे इस दौरान बिहार के सामाजिक-राजनीतिक मुद्दों पर खास फोकस करेंगे. पार्टी का मानना है कि भाजपा से सीधा मुकाबला करने के लिए बिहार जैसे राज्य में मजबूत रणनीति बनाना जरूरी है. ऐसे में कांग्रेस का प्लान साफ है कि बिहार में सत्ता परिवर्तन और भाजपा को एक्सपोज करने की रणनीति पर वह आगे बढ़ रही है.

चुनावी गणित में बदलाव की कोशिश

बहरहाल, कांग्रेस लंबे समय से बिहार में सत्ता से बाहर है. राजनीति के जानकार बता रहे हैं कि पटना की यह बैठक कांग्रेस के लिए सिर्फ संगठनात्मक गतिविधि नहीं, बल्कि चुनावी रणनीति का ट्रायल रन है.कांग्रेस अब बिहार की राजनीति में बड़ी भूमिका निभाने का मन बना चुकी है.आने वाले विधानसभा चुनावों में इसका असर देखने लायक होगा.

Vijay jha

पत्रकारिता क्षेत्र में 22 वर्षों से कार्यरत. प्रिंट, इलेट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन. नेटवर्क 18, ईटीवी, मौर्य टीवी, फोकस टीवी, न्यूज वर्ल्ड इंडिया, हमार टीवी, ब्लूक्राफ्ट डिजिट...और पढ़ें

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First Published :

September 24, 2025, 07:33 IST

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