Last Updated:December 23, 2025, 18:56 IST
Drug Smuggler Ritik Bajaj Deport India: 13,000 करोड़ के ड्रग्स कांड में CBI को बड़ी सफलता मिली है. वांछित भगोड़े रितिक बजाज को दुबई से डिपोर्ट कर भारत लाया गया है. अक्टूबर 2024 के कोकीन सिंडिकेट में आरोपी रितिक के खिलाफ इंटरपोल ने रेड नोटिस जारी किया था. थाईलैंड से दुबई पहुंचते ही वह दबोच लिया गया. अब मास्टरमाइंड वीरेंद्र बसोया और उसके बेटे ऋषभ पर शिकंजा कसने की तैयारी है.
पुलिस मामले की जांच कर रही है.नई दिल्ली. अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट के खिलाफ भारतीय जांच एजेंसियों ने अब तक की सबसे बड़ी कूटनीतिक और कानूनी जीत हासिल की है. 13,000 करोड़ रुपये के विशाल कोकीन साम्राज्य का अहम मोहरा रितिक बजाज अब भारतीय कानून की गिरफ्त में है. महीनों की लुका-छिपी और सरहद पार की दौड़ के बाद CBI ने इंटरपोल और दुबई पुलिस के सहयोग से इस भगोड़े तस्कर को भारत लाने में सफलता पाई है. जैसे ही रितिक बजाज थाईलैंड की सुरक्षित पनाहगाह छोड़कर दुबई की धरती पर उतरा एजेंसियां उस पर टूट पड़ीं. 23 दिसंबर 2025 की सुबह दिल्ली पुलिस की टीम उसे लेकर नई दिल्ली पहुंची. यह गिरफ्तारी केवल एक अपराधी की नहीं बल्कि अरबों रुपये के नशे के कारोबार की कमर तोड़ने वाली कार्रवाई है.
CBI और इंटरपोल का साझा ऑपरेशन
दिल्ली पुलिस को रितिक बजाज की लंबे समय से तलाश थी. उसके खिलाफ नशीले पदार्थों की तस्करी और अंतरराष्ट्रीय सप्लाई के गंभीर मामले दर्ज हैं. अक्टूबर 2024 में दिल्ली और गुजरात से पकड़ी गई 13,000 करोड़ रुपये की कोकीन और 50 किलो हाइड्रोपोनिक गांजे के मामले में रितिक मुख्य आरोपियों में से एक है. CBI ने दिल्ली पुलिस की गुजारिश पर 9 अक्टूबर 2025 को उसके खिलाफ इंटरपोल के जरिए रेड कॉर्नर नोटिस जारी कराया था. इसके बाद बैंकॉक और अबू धाबी के नेशनल सेंट्रल ब्यूरो से लगातार तालमेल बिठाकर उसकी हर हरकत पर नजर रखी गई.
13,000 करोड़ के सिंडिकेट का खुलासा
यह पूरा ड्रग्स गिरोह अंतरराष्ट्रीय तस्कर वीरेंद्र बसोया चला रहा है, जो फिलहाल दुबई में बैठकर अपना काला कारोबार ऑपरेट कर रहा है. दिल्ली पुलिस ने इस मामले में पहले ही 5 लोगों को गिरफ्तार कर 14 के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी. रितिक बजाज की गिरफ्तारी से अब इस सिंडिकेट की परतों को खोलना आसान होगा. भारतीय एजेंसियां न केवल वीरेंद्र बसोया बल्कि उसके बेटे ऋषभ बसोया के खिलाफ भी रेड कॉर्नर नोटिस के जरिए शिकंजा कसने की तैयारी में हैं.
आगे की कानूनी कार्रवाई
विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय के सहयोग से रितिक बजाज का डिपोर्टेशन संभव हो पाया है. दिल्ली पुलिस की एक विशेष टीम उसे दुबई से लेकर दिल्ली एयरपोर्ट पहुंची है. अब उससे पूछताछ के जरिए उन मुख्य कड़ियों को जोड़ने की कोशिश की जाएगी, जो भारत में नशे का जाल बिछा रही हैं. जांच एजेंसियों का अगला लक्ष्य मास्टरमाइंड वीरेंद्र बसोया को भारत लाना है, ताकि ड्रग्स की इस अंतरराष्ट्रीय चेन को जड़ से खत्म किया जा सके.
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पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...और पढ़ें
First Published :
December 23, 2025, 18:56 IST

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