Last Updated:December 20, 2025, 07:56 IST
Delhi Traffic Challan: सर्दियों का मौसम आते ही देश की राजधानी दिल्ली में मुख्य तौर पर दो समस्याएं विकराल हो जाती हैं. पहला एयर पॉल्यूशन और दूसरा घना कोहरा. वायु प्रदूषण से हालात इतने बिगड़ जाते हैं कि खुली हवा में सांस लेना तक मुश्किल हो जाता है. इससे निपटने के लिए तरह-तरह के उपाय किए जाते हैं. वाहनों से होने वाले प्रदूषण पर नकेल कसना उनमें से एक है.
Delhi Traffic Challan: दिल्ली में वायु प्रदूषण से बिगड़े हालात के बाद अन्य राज्यों से आने वाले वाहनों पर सख्ती करनी शुरू कर दी है. चिल्ला बॉर्डर पर ट्रैफिक पुलिसवाले नियमों का उल्लंघन करने वालों का खूब चालान काटा. (फोटो: पीटीआई)Delhi Traffic Challan: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में जबसे ठंड ने दस्तक दी है, वायु प्रदूषण ने अपना रूप दिखाना शुरू कर दिया है. हवा की गुणवत्ता यानी AQI (Air Quality Index) लगातार गंभीर से अति-गंभीर कैटेगरी में रहता है, जिससे खुली हवा में सांस लेना दूभर हो जाता है. खासकर बच्चों, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और सांस की बीमारी से ग्रसित लोगों की हालत खराब हो जाती है. इस समस्या से निपटने के लिए तरह-तरह के उपाय किए जाते हैं. वाहनों पर सख्त निगरानी रखना उनमें से एक है. दिल्ली में AQI फिलहाल सीवियर कैटेगरी में बना हुआ है. इसका मतलब यह हुआ कि यदि जरूरी न हो तो घरों के अंदर ही रहें, ताकि स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर न पड़े. दूसरी तरफ, सरकार ने वाहनों से होने वाले प्रदूषण पर नकेल कसने के लिए कड़े नियम लागू कर दिए हैं. दिल्ली से बाहर रजिस्टर्ड वाहनों का BS-VI कैटेगरी का होना अनिवार्य है. यदि कोई वाहन BS-VI नहीं है और वह दिल्ली में दाखिल हो गया तो उससे हजारों रुपये का जुर्माना वसूला जा रहा है. इसके लिए उत्तर प्रदेश और हरियाणा बॉर्डर पर स्पेशल चेकपोस्ट लगाया गया है, ताकि प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों को दिल्ली में एंटर करने से रोका जा सके.
चिल्ला बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस और यूपी पुलिस की टीमें तैनात हैं. यूपी की तरफ बैरिकेडिंग की गई है, जबकि दिल्ली की ओर पुलिसकर्मी ई-चालान ऐप वाले मोबाइल फोन लेकर खड़े हैं. उनका काम यह सुनिश्चित करना था कि दिल्ली के बाहर रजिस्टर किए गए ऐसे वाहन, जो BS-VI मानकों पर खरे नहीं उतरते, वे दिल्ली में प्रवेश न कर सकें. वायु प्रदूषण अधिक होने के कारण पुलिसकर्मियों ने मास्क भी पहन रखे थे. एक दिल्ली पुलिसकर्मी ने बताया, ‘हमारी 12 घंटे की ड्यूटी सुबह 6 बजे शुरू हुई. हम BS-IV और उससे पुराने मानकों वाले वाहनों पर नजर रख रहे हैं. ऐसे वाहन अक्सर देखने में भी काफी पुराने लगते हैं.’ दिल्ली और एनसीआर में सबसे साफ BS-VI नियम 7–8 साल पहले लागू किए गए थे.
Delhi Traffic Challan: दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर जगह-जगह चेकपोस्ट लगाया गया है. (फोटो: पीटीआई)
20 हजार रुपये का जुर्माना!
‘इंडियन एक्सप्रेस’ की रिपोर्ट के अनुसार, संदिग्ध वाहनों को रोककर उनकी जानकारी ऐप में डाली गई. दोपहर तक इस टीम ने 10 वाहनों पर 20-20 हजार रुपये का जुर्माना लगाया और उन्हें वापस भेज दिया. एक अन्य पुलिसकर्मी ने कहा, ‘कई लोगों ने जुर्माना माफ करने की गुहार लगाई. कुछ मामलों में जब लगा कि वे इतना भारी जुर्माना नहीं भर पाएंगे, तो उन्हें बिना जुर्माना लगाए ही वापस भेज दिया गया. चूंकि यह पहला दिन था, इसलिए थोड़ी नरमी बरती गई.’ कालिंदी कुंज पर पुलिस उन वाहनों पर कार्रवाई कर रही थी, जिनके पास वैध प्रदूषण नियंत्रण प्रमाण पत्र (पीयूसीसी) नहीं था. टीम ने बताया कि दोपहर तक कम से कम 15 कारों का चालान किया गया.
DND फ्लाईवे पर भी पैनी नजर
चिल्ला और कालिंदी कुंज के साथ ही डीएनडी फ्लाईवे पर भी ट्रैफिक पुलिस की पैनी नजर है. यहां भी वाहनों की सख्त निगरानी की जा रही है. कई वाहनों पर जुर्माना भी लगाया गया और उन्हें वापस भेजा गया. एक ट्रैफिक कांस्टेबल ने बताया कि कई लोगों को इन पाबंदियों की जानकारी नहीं थी. सुबह के समय हमने थोड़ी ढील दी, क्योंकि ज्यादा वाहन रोकने से जाम लग सकता था. लेकिन जैसे-जैसे दिन बढ़ा, वाहनों की संख्या कम होती गई. बता दें कि ग्रैप-4 के तहत कई तरह की सख्त पाबंदियां लगा दी गई हैं. दिल्ली सरकार ने सरकारी और प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम का निर्देश दिया है, ताकि सड़कों पर वाहनों की संख्या कम हो सके.
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बिहार, उत्तर प्रदेश और दिल्ली से प्रारंभिक के साथ उच्च शिक्षा हासिल की. झांसी से ग्रैजुएशन करने के बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में PG डिप्लोमा किया. Hindustan Times ग्रुप से प्रोफेशनल कॅरियर की शु...और पढ़ें
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
December 20, 2025, 07:56 IST

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