Last Updated:July 24, 2025, 12:23 IST
Trump vs India : डोनाल्ड ट्रंप ने जबसे अमेरिकी राष्ट्रपति पद को संभाला है, सिर्फ भारत के खिलाफ ही काम कर रहे हैं. एक बार फिर उन्होंने भारत के खिलाफ जहर उगला और कहा कि अब वो दिन लद गए जब अमेरिकी कंपनियां भारत...और पढ़ें

हाइलाइट्स
ट्रंप ने भारतीयों को नौकरियां देने पर रोक लगाई.अमेरिकी कंपनियों को चीन में कारखाने लगाने से मना किया.एआई निर्यात को बढ़ावा देने के लिए ट्रंप ने तीन आदेशों पर हस्ताक्षर किए.नई दिल्ली. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की जीत के लिए भारत में हवन और पूजा की गई थी. ट्रंप को पीएम मोदी और भारत को अपना दोस्त बताते नहीं थकते थे. लेकिन, जबसे व्हाइट हाउस पहुंचे हैं, सिर्फ भारत के खिलाफ ही काम कर रहे हैं. उनके बयान भी सिर्फ भारत के खिलाफ ही निकल रहे हैं. एक बार फिर उन्होंने भारत के खिलाफ जहर उगला है. उन्होंने कहा कि अब वो दिन लद चुके हैं कि अमेरिकी कंपनियां चीन में अपना कारखाना लगाएं और भारतीयों को नौकरियां दें. उन्होंने अमेरिकी कंपनियों को भी चेतावनी दी और कहा कि ऐसा करने के दिन खत्म हो चुके हैं, उनके कार्यकाल में ऐसा हरगिज नहीं चलेगा.
एआई शिखर सम्मेलन में पहुंचे ट्रंप ने आई से जुड़े तीन नए अध्यादेशों पर साइन किए जिसमें एआई के उपयोग के लिए व्हाइट हाउस (अमेरिकी राष्ट्रपति का आधिकारिक आवास एवं कार्यालय) की कार्य योजना भी शामिल है. उन्होंने कहा कि बहुत लंबे समय तक अमेरिका का अधिकतर प्रौद्योगिकी उद्योग ‘कट्टरपंथी वैश्वीकरण’ का अनुसरण करता रहा, जिसके कारण लाखों अमेरिकी ठगा महसूस करते रहे. उनकी जगह अमेरिकी कंपनियों ने दूसरे देशों के लोगों को रोजगार दिया, लेकिन अब ऐसा नहीं चलेगा.
अमेरिकी कंपनियों को क्यों दी चेतावनी
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि हमारी कई बड़ी प्रौद्योगिकी कंपनियों ने चीन में अपने कारखाने बनाकर, भारत में मजदूरों को नौकरी देकर और आयरलैंड में मुनाफे में कटौती करके अमेरिकी आजादी का फायदा उठाया है. इन सभी के बीच उन्होंने अपने ही देश में अपने साथी नागरिकों को बरगलाने और यहां तक कि उन पर ‘सेंसरशिप’ (नियंत्रित करने) लगाने का काम किया है. राष्ट्रपति ट्रंप के कार्यकाल में, वे दिन अब लद गए हैं.
एआई की दौड़ जीतने के लिए क्या जरूरी
ट्रंप ने कहा कि एआई की दौड़ जीतने के लिए सिलिकॉन वैली और उससे भी आगे तक देशभक्ति और राष्ट्रीय निष्ठा की एक नई भावना की आवश्यकता होगी. हमें अमेरिकी प्रौद्योगिकी कंपनियों की जरूरत है, जो अमेरिका के लिए पूरी तरह से समर्पित हों. हम चाहते हैं कि आप अमेरिका को प्राथमिकता दें. आपको ऐसा करना ही होगा। हम बस यही चाहते हैं. इससे अमेरिकी नागरिकों को जॉब मिलेगी और हमारी अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी.
एआई निर्यात को बढ़ावा देने की तैयारी
डोनाल्ड ट्रंप ने इस मौके पर एआई से संबंधित तीन कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर किए. इसमें व्हाइट हाउस कार्ययोजना भी शामिल है, जो अमेरिकी एआई प्रौद्योगिकी ‘पैकेज’ के निर्यात को बढ़ावा देकर अमेरिकी एआई उद्योग को समर्थन देने के लिए एक समन्वित राष्ट्रीय प्रयास स्थापित करता है. इसका मकसद देश में एआई का विकास कर उसका दुनियाभर में निर्यात करना है. इससे एक बार फिर अमेरिकी तकनीक को पूरी दुनिया में अव्व्ल बनाने की तैयारी है.
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...
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New Delhi,Delhi