टिक्‍की-चाट और समोसे खाना होगा महंगा! सरकार ने लगा दिया 30 फीसदी टैक्‍स

12 hours ago

Last Updated:October 31, 2025, 11:44 IST

Tariff on Yellow Peas : सरकार ने पीली मटर पर आयात शुल्‍क एकमुश्‍त 30 फीसदी बढ़ा दिया है, जो 31 अक्‍टूबर तक टैरिफ फ्री था. इससे घरेलू बाजार में खुदरा कीमतें बढ़ने की आशंका है, जिसका सीधा असर चाट-पकौड़ों और समोसे के बिजनेस पर भी दिखेगा.

टिक्‍की-चाट और समोसे खाना होगा महंगा! सरकार ने लगा दिया 30 फीसदी टैक्‍ससरकार ने 1 नवंबर से पीली मटर पर 30 फीसदी टैरिफ लगा दिया है.

नई दिल्‍ली. दिल्‍ली, मुंबई हो गया लखनऊ-इंदौर शाम होते ही आपको सड़क किनारे चाट-पकौड़ों के ठेले सजे दिख जाएंगे. इन ठेलों पर लगी भीड़ चटपटे चाट का जमकर स्‍वाद लेती है. लेकिन, आने वाले में इस चटपटे चाट का जायका बिगड़ने वाला है. सरकार ने इस टिक्‍की, चाट, पकौड़े और समोसे में इस्‍तेमाल होने वाली सबसे खास चीज पर आयात शुल्‍क लगा यिा है, वह भी पूरे 30 फीसदी जो 1 नवंबर से लागू हो जाएगा. इस चीज के बिना चाट-पकौड़े को मजा आता नहीं और इसे इस्तेमाल करने के लिए अब ज्‍यादा कीमत चुकानी पड़ेगी.

दरअसल, सरकार ने पीली मटर के आयात पर एक नवंबर से 30 प्रतिशत शुल्क लगा दिया है. हालांकि, 31 अक्टूबर या उससे पहले के बिल वाली खेप को अभी भी शून्य शुल्क के साथ आयात किया जाएगा. पीली मटर पर अभी तक कोई शुल्‍क नहीं लगता था, लेकिन 1 नवंबर से एकमुश्‍त 30 फीसदी का टैक्‍स लगने से इसकी खपत और आयात पर निश्चित रूप से असर पड़ेगा. कारोबारी जब बाहर से महंगी कीमत पर मटर मंगाएंगे तो खुदरा बाजार में भी इसके रेट पर असर पड़ेगा, जो आखिरकार उपभोक्‍ताओं की थाली तक जाएगा.

किस मद में लगाया इतना ज्‍यादा टैक्‍स
राजस्व विभाग ने बताया कि यदि बिल ऑफ लैडिंग एक नवंबर, 2025 को या उसके बाद जारी किया जाता है, तो पीली मटर के आयात पर 10 फीसदी मानक दर और 20 फीसदी कृषि अवसंरचना और विकास उपकर (एआईडीसी) लगाया जाएगा. सरकार ने इसी साल मई में मार्च, 2026 तक पीली मटर के शुल्क मुक्त आयात की अनुमति दी थी. लेकिन, अब 5 महीने पहले ही इस फैसले को बदलते हुए 30 फीसदी शुल्‍क लगा दिया है.

भारत में पीली मटर का कितना उत्‍पादन
भारत में पीली मटर की गिनती दलहनी फसलों में की जाती है. इसका उत्‍पादन बेहद सीमित होने की वजह से ज्‍यादातर पीली मटर आयात ही करनी पड़ती है. दलहन उत्‍पादन पर जोर दिए जाने के बाद पिछले 5 से 6 साल में कुछ बढ़ोतरी हुई है, लेकिन आज भी कुल दलहनों में इसकी मात्रा बेहद सीमित है. देश में कुल दलहन का उत्‍पादन साल 2024 में करीब 2.45 करोड़ टन रहा, जबकि पीली मटर का उत्‍पादन आंकड़ा 12 से 15 लाख टन के आसपास ही दिखा. कुल दलहन की खपत भी देश में 2.7 करोड़ है, जिससे 25 लाख टन दाल का हर साल आयात करना पड़ता है.

मटर का कितना आयात
भारत अपनी जरूरत का ज्‍यादातर पीली मटर कनाडा और रूस से मंगाता है. चूंकि, देश में इसे चने के विकल्‍प के रूप में इस्‍तेमाल किया जाता है, लिहाजा इसके शुल्‍क मुक्‍त आयात की अनुमति दे दी है. वित्‍तवर्ष 2023-24 में 20 लाख टन पीली मटर का आयात किया गया था. पिछले साल यह 30 लाख टन पहुंच गया था. उत्‍पादन में पीली मटर की हिस्‍सेदारी भले ही नगण्‍य हो, लेकिन आयात में इसका हिस्‍सा 30 फीसदी के आसपास रहा है. जाहिर है क‍ि अब इस हिस्‍से के आयात पर सरकार मोटा शुल्‍क वसूलेगी तो मटर की खुदरा कीमतें बढ़ना तय है.

Pramod Kumar Tiwari

प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्‍वेस्‍टमेंट टिप्‍स, टैक्‍स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें

प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्‍वेस्‍टमेंट टिप्‍स, टैक्‍स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...

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Location :

New Delhi,Delhi

First Published :

October 31, 2025, 11:44 IST

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