कुदरत के कहर से बेखबर 11 माह की निकिता, मां-पिता-दादी सैलाब में बह गए

6 hours ago

Last Updated:July 04, 2025, 14:34 IST

मंडी में 11 महीने की निकिता आपदा में माता-पिता और दादी को खो चुकी है. एसडीएम स्मृतिका नेगी उसकी देखभाल कर रही हैं. बच्ची की बुआ तारा देवी भी साथ हैं.

कुदरत के कहर से बेखबर 11 माह की निकिता, मां-पिता-दादी सैलाब में बह गए

सराज विधानसभा क्षेत्र के गोहर के परवाड़ा गांव में एक ही परिवार के तीन लोग तो पानी के बहाव में बह गए, लेकिन 11 महीने की मासूम को अनाथ कर गए.

हाइलाइट्स

11 माह की निकिता ने आपदा में माता-पिता और दादी को खोया.एसडीएम स्मृतिका नेगी निकिता की देखभाल कर रही हैं.बच्ची को गोद लेने के लिए कई लोग बेताब हैं.

मंडी. 11 साल की निकिता पूरी आपदा से अंजान है. वह अब भी गोद में खेल रही है. लेकिन यह गोद उसकी मां की नहीं है. एसडीएम स्मृतिका नेगी की बाहों में थोड़ी बहुत उछल कूद रही है. इस दौरान आसपास खड़े लोगों को भी देखती है. लेकिन सब अंजान चहेरे हैं. कहीं ना कहीं मां और पिता के साथ साथ दादी के चेहरे खोज रही है. यह मार्मिक कहानी हिमाचल प्रदेश के मंडी से है. यहां पर गोहर में आधी रात को बरपे कुदरत के कहर ने बच्ची से उसका सब कुछ छीन लिया.

सराज विधानसभा क्षेत्र के गोहर के परवाड़ा गांव में एक ही परिवार के तीन लोग तो पानी के बहाव में बह गए, लेकिन 11 महीने की मासूम को अनाथ कर गए. 11 माह की मासूम का नाम निकिता है.

घर बच गया, बच्ची सोई रह गई

रात को आए सैलाब में माता-पिता और दादी बहाव में बह गए, लेकिन बच्ची सोई ही रह गई. शायद भगवान को यही मंजूर था. परवाड़ा गांव के रमेश का घर नाले के साथ है. 30 जून की रात को जब भारी बारिश से साथ लगते नाले का जलस्तर बढ़ने लगा तो रमेश, उसकी पत्नी राधा और मां पूर्णू देवी पानी के बहाव को मोड़ने के लिए घर के पीछे वाली तरफ चले गए. बच्ची घर पर सो रही थी. देखते ही देखते पानी का सैलाब इतना आ गया कि उसमें माता-पिता और दादी बह गए. घर पूरी तरह से सुरक्षित है और उसमें से 9 महीने की निकिता को भी सुरक्षित निकाल लिया गया है. अभी तक रमेश का शव बरामद हो गया है जबकि उसकी पत्नी और मां के शवों की तलाश जारी है. शवों की तलाशी के लिए टीमें मैदान में जुटी हुई हैं.

स्मृतिका नेगी ने बताया कि अभी बच्ची की देखभाल उसकी बुआ तारा देवी कर रही है.

बच्ची को हर कोई लेना चाह रहा है गोद

एसडीएम गोहर का अतिरिक्त कार्यभार संभाल रही बल्ह स्मृतिका नेगी ने बताया कि जैसे ही लोगों को इस हृदयविदारक घटना का पता चला तो बहुत से लोगों ने सोशल मीडिया के माध्यम से और व्यक्तिगत रूप से फोन करके उनसे बच्ची को गोद लेने का आग्रह किया है. स्मृतिका नेगी ने बताया कि अभी बच्ची की देखभाल उसकी बुआ तारा देवी कर रही है. एक शव बरामद हो गया है और दो अन्य शवों की तलाश जारी है. उन्होंने बताया कि बच्ची बहुत ही प्यारी है और वह जब भी मौके पर जा रही हैं तो उसके साथ समय व्यतीत करने का प्रयास कर रही हैं.

Vinod Kumar Katwal

13 Years Experience in Print and Digital Journalism. Earlier used to Work With Dainik Bhaskar, IANS, Punjab Kesar and Amar Ujala . Currently, handling Haryana and Himachal Pradesh Region as a Bureau chief from ...और पढ़ें

13 Years Experience in Print and Digital Journalism. Earlier used to Work With Dainik Bhaskar, IANS, Punjab Kesar and Amar Ujala . Currently, handling Haryana and Himachal Pradesh Region as a Bureau chief from ...

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Location :

Mandi,Himachal Pradesh

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