Last Updated:June 25, 2025, 13:40 IST
Cardamom Farming Idea:खेती में कुछ नया करने की चाहत रखने वाले किसान भाइयों के लिए आज हम एक ऐसी फसल की जानकारी लाए हैं जो न सिर्फ देश, बल्कि विदेशों में भी काफी मांग में है. यह फसल है - इलायची. आप सोचिए, जिस चीज़ को हम आमतौर पर मसाले या मिठाइयों में स्वाद और खुशबू के लिए इस्तेमाल करते हैं, वही अगर आपकी आमदनी का जरिया बन जाए तो? खास बात ये है कि बाजार में इसकी कीमत 1100 से 5000 रुपये प्रति किलो तक जाती है. जून-जुलाई के मौसम में 3-4 बीघा जमीन में इलायची की खेती करके आप लाखों रुपये कमा सकते हैं. आइए विस्तार से जानते हैं-

इलायची की खेती क्यों करें: अगर आप कोई नया और फायदे वाला खेती का काम ढूंढ रहे हैं, तो इलायची की खेती एक बढ़िया विकल्प है. यह एक कैश क्रॉप है जिससे बहुत अच्छी कमाई होती है. देश के साथ-साथ विदेशों में भी इसकी भारी मांग है.

भारत में इलायची की खेती कहां होती है: भारत में खासकर केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु जैसे राज्यों में बड़े पैमाने पर इलायची की खेती की जाती है. इसकी मांग हर मौसम में बनी रहती है, क्योंकि इसका उपयोग खाने, मिठाइयों, ड्रिंक्स और मसालों में होता है. इलायची की खेती के लिए लोमी मिट्टी सबसे उपयुक्त मानी जाती है. इसके अलावा लेटराइट और काली मिट्टी में भी खेती की जा सकती है, लेकिन रेत वाली मिट्टी में नुकसान हो सकता है. तापमान 10 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच अच्छा रहता है. 35 से अधिक टंपरेचर इसके लिए ठीक नहीं है.

इलायची का पौधा कैसा होता है: इसका पौधा 1 से 2 फीट लंबा होता है और इसकी शाखाएं 1 से 2 मीटर लंबी होती हैं. इसके पत्ते 30 से 60 सेमी लंबे और 5 से 9 सेमी चौड़े होते हैं. इन्हें खेत की मेड़ पर 1-2 फीट की दूरी पर लगाया जाता है.

कैसे लगाएं पौधे: पौधे लगाने के लिए 2-3 फीट की दूरी पर गड्ढे बनाकर उनमें गोबर की खाद भरनी चाहिए. जून-जुलाई का मौसम पौधे लगाने के लिए सबसे अच्छा होता है. इसे छायादार जगह में लगाना चाहिए, ज्यादा धूप से उत्पादन घट सकता है.

तैयार होने में कितना समय लगता है: इलायची का पौधा पूरी तरह तैयार होने में 3 से 4 साल का समय लेता है. इसके बाद इसकी कटाई की जाती है और फिर इसे धूप में सुखाया जाता है या मशीन की मदद से सुखाया जा सकता है. इलायची को काटने के बाद 18 से 24 घंटे तक तेज गर्मी में सुखाया जाता है. सूखने के बाद इसे आकार और रंग के हिसाब से अलग किया जाता है, ताकि अच्छी क्वालिटी बाजार में बेची जा सके.

कटाई और क्वालिटी: जब फलियां पूरी तरह सूख जाएं तो उन्हें हाथ या मेटल जाली में रगड़कर साफ किया जाता है. इसके बाद क्वालिटी के अनुसार वर्गीकरण किया जाता है और बाजार में बेचा जाता है. एक एकड़ जमीन में 135 से 150 किलो तक इलायची पैदा हो सकती है. बाजार में इसकी कीमत 1100 से 5000 रुपये प्रति किलो होती है. इस हिसाब से किसान 5-6 लाख रुपये तक सालाना कमा सकते हैं.

डिस्क्लेमर : केवल इस जानकारी के आधार पर खेती करने से बचें. यदि आपको इलायची की खेती करनी है तो कृषि विशेषज्ञों से परामर्श जरूर लेना चाहिए, क्योंकि हर जगह और मौसम के हालात भिन्न-भिन्न होते हैं.