Last Updated:December 22, 2025, 09:38 IST
Karnataka News: कर्नाटक कांग्रेस में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के बीच खींचतान जारी है. कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में भी खूब कन्फ्यूजन है. इस बीच मल्लिकार्जुन खरगे ने ऐसा बयान दिया है, जिससे लगता है कि कर्नाटक कांग्रेस कलह से पार्टी आलाकमान पल्ला झाड़ रही है. जी हां, मल्लिकार्जुन खरगे ने आलाकमान पर भ्रम की बात को नकारा है और कहा कि कर्नाटक में नेतृत्व के मुद्दे को लेकर भ्रम केवल स्थानीय स्तर पर है, पार्टी आलाकमान के भीतर नहीं.
कर्नाटक में नेतृत्व को लेकर भ्रम स्थानीय स्तर पर है, आलाकमान में नहीं: खरगेकलबुर्गी (कर्नाटक): कर्नाटक कांग्रेस में कलह का अब भी अंत नहीं हुआ है. अब कांग्रेस आलाकमान ने कर्नाटक कांग्रेस कलह से अपना पल्ला झाड़ा है. जी हां, कांग्रेस चीफ मल्लिकार्जुन खरगे का कहना है कि कर्नाटक को लेकर आलाकमान में कोई भ्रम यानी कन्फ्यूजन नहीं है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने रविवार को स्पष्ट किया कि पार्टी की कर्नाटक इकाई में नेतृत्व के मुद्दे को लेकर भ्रम केवल स्थानीय स्तर पर है, पार्टी आलाकमान के भीतर नहीं।
मल्लिकार्जुन खरगे ने यहां पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ‘आलाकमान ने कोई भ्रम उत्पन्न नहीं किया है. यह केवल स्थानीय स्तर पर मौजूद है.’ उन्होंने सवाल किया, ‘‘आलाकमान पर दोष डालना कैसे सही है?’ मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि स्थानीय नेताओं को आंतरिक विवादों का दोष आलाकमान पर डालने के बजाय उसकी जिम्मेदारी स्वयं लेनी चाहिए.
कांग्रेस प्रमुख खरगे ने साथ ही कहा कि पार्टी की चुनावी सफलता का श्रेय लेने से बचा जाना चाहिए. उन्होंने बिना किसी का नाम लिए कहा, ‘पार्टी को सभी ने मिलकर बनाया है. यह किसी एक व्यक्ति का प्रयास नहीं है. कांग्रेस को पार्टी कार्यकर्ताओं ने बनाया है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हमारा समर्थन किया.’
खरगे ने कांग्रेस वर्कर्स को क्या नसीहत दी?
राज्यसभा में विपक्ष के नेता खरगे ने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे व्यक्तिगत योगदान का घमंड करना बंद करें और कार्यकर्ताओं के सामूहिक प्रयास को स्वीकार करें. यह बयान कर्नाटक में मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और उप मुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार के बीच सत्ता को लेकर कथित खींचतान के बीच आया है. मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को विश्वास जताया कि उन्हें अपना पूरा पांच साल का कार्यकाल पूरा करने के लिए पार्टी नेतृत्व का उन्हें समर्थन है. शिवकुमार के पार्टी आलाकमान से मिलने के लिए दिल्ली जाने के सवाल पर मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, ‘मुझे इस मामले में कोई जानकारी नहीं है.’
कर्नाटक कांग्रेस कलह क्या है?
कर्नाटक कांग्रेस कलह का मतलब है पार्टी के अंदर मुख्यमंत्री पद को लेकर बड़ा झगड़ा. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के बीच खींचतान चल रही है. 2023 में सरकार बनाते समय कथित तौर पर ढाई-ढाई साल का फॉर्मूला था, यानी आधे कार्यकाल के बाद शिवकुमार सीएम बनें. अब ढाई साल पूरे होने पर शिवकुमार के समर्थक बदलाव मांग रहे हैं, जबकि सिद्धारमैया पूरा टर्म रहना चाहते हैं. हाईकमान (खड़गे, राहुल) ने मीटिंग कराई, लेकिन विवाद थमा नहीं. इससे पार्टी की एकता कमजोर हो रही है.
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First Published :
December 22, 2025, 09:38 IST

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