Last Updated:September 23, 2025, 22:04 IST
केंद्र सरकार ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान का कार्यकाल मई 2026 तक बढ़ाया जा सकता है. यह कदम सेना में स्थिरता और निरंतरता बनाए रखने के लिए उठाया गया है. जनरल चौहान ने ऑपरेशन सिंदूर और तीनों सेनाओं के एकीकरण में अहम भूमिका निभाई है.

केंद्र सरकार ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान का कार्यकाल मई 2026 तक बढ़ाने का मन बना लिया है. सूत्रों के मुताबिक, उनका कार्यकाल तब तक जारी रहेगा जब तक वे 65 वर्ष के नहीं हो जाते. यह सेवा नियमों के तहत अधिकतम आयु सीमा है. सरकार का मानना है कि मौजूदा दौर में सेना को स्थिर और अनुभवी नेतृत्व की जरूरत है. थियेटराइजेशन और संयुक्त कमांड स्ट्रक्चर जैसे बड़े सुधार जारी हैं. ऐसे में CDS का कार्यकाल बढ़ाना रक्षा प्रबंधन में स्थिरता और निरंतरता सुनिश्चित करेगा.
जनरल अनिल चौहान का नाम हाल ही में पाकिस्तान के खिलाफ “ऑपरेशन सिंदूर” की रणनीति से जुड़ा रहा है. सरकार मानती है कि इस समय देश को ऐसे ही मजबूत और निर्णायक सैन्य नेतृत्व की जरूरत है. कार्यकाल बढ़ने से भारत की सीमा पर सख्त स्थिति बनाए रखने में मदद मिलेगी. जनरल चौहान की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है उच्च रक्षा प्रबंधन में जारी सुधारों को सफलतापूर्वक लागू करना. इसमें रक्षा खरीद प्रणाली को पारदर्शी और आधुनिक बनाना शामिल है. तीनों सेनाओं के एकीकरण की प्रक्रिया भी उनकी प्राथमिकता में है.
पहली बार थ्री-स्टार अफसर की नियुक्ति
जनरल चौहान ने 30 सितंबर 2022 को CDS का पद संभाला. वे जनरल बिपिन रावत के बाद देश के दूसरे CDS बने. खास बात यह रही कि उन्हें रिटायरमेंट के बाद इस पद के लिए बुलाया गया था. सेवा नियमों के मुताबिक, 62 साल तक का कोई भी रिटायर्ड सैन्य अधिकारी CDS बन सकता है. CDS का पद पारंपरिक रूप से चार-स्टार अफसरों के पास रहा है, लेकिन जनरल चौहान इस पद पर तीन-स्टार अफसर के रूप में नियुक्त हुए. यह अपने आप में ऐतिहासिक फैसला था.
पूर्वी कमान से रिटायर
एक इन्फैंट्री अफसर के रूप में उन्होंने मई 2021 में कोलकाता स्थित फोर्ट विलियम में ईस्टर्न कमांड के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ के तौर पर रिटायरमेंट लिया था. उस दौरान भी उन्होंने चीन से लगती सीमाओं पर सुरक्षा रणनीतियों को मजबूत किया था. रिटायरमेंट के बाद भी वे सक्रिय रहे. उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल के नेतृत्व वाले नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल सेक्रेटेरिएट (NSCS) में बतौर सलाहकार काम किया. इस दौरान उनके अनुभव ने सरकार की रणनीतियों को मजबूत दिशा दी.
क्यों है कार्यकाल बढ़ाने की जरूरत
रक्षा विशेषज्ञ मानते हैं कि भारत ऐसे दौर से गुजर रहा है जहां तीनों सेनाओं के बीच तालमेल और एकीकृत कमांड संरचना बेहद जरूरी है. चीन और पाकिस्तान दोनों मोर्चों पर भारत को सख्त रुख अपनाना है. ऐसे में किसी भी तरह का नेतृत्व परिवर्तन रक्षा सुधारों को धीमा कर सकता है.
Mr. Gyanendra Kumar Mishra is associated with hindi.news18.com. working on home page. He has 20 yrs of rich experience in journalism. He Started his career with Amar Ujala then worked for 'Hindustan Times Group...और पढ़ें
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Location :
Delhi,Delhi,Delhi
First Published :
September 23, 2025, 22:02 IST