Last Updated:June 13, 2025, 09:19 IST
Air India Plane Crash Insurance : एयर इंडिया का प्लेन अहमदाबाद में क्रैश हो गया है, जिसके बाद यात्रियों के परिजनों को मिलने वाले राहत पैकेज को लेकर कयास शुरू हो गए हैं. आम आदमी के मन में यह भी सवाल उठ रहा है क...और पढ़ें

एयर इंडिया के यात्रियों को बीमा के रूप में करोड़ों रुपये मिल सकते हैं.
हाइलाइट्स
एयर इंडिया का विमान अहमदाबाद में क्रैश हुआ.एयर इंडिया ने 1.70 लाख करोड़ रुपये का बीमा कराया है.मृतकों के परिवारों को 1-1 करोड़ रुपये देने का ऐलान.Air India Plane Crash : अहमदाबाद से लंदन जा रहे एयर इंडिया का विमान उड़ने के कुछ ही मिनट बाद क्रैश हो गया. विमान में सवार करीब 241 यात्रियों और 12 क्रू मेंबर्स की भी मौत हो गई. वैसे तो एयर इंडिया की मूल कंपनी टाटा समूह ने सभी मृतकों के परिवारों को 1-1 करोड़ रुपये देने का ऐलान किया है, लेकिन असल सवाल ये है कि आखिर एयर इंडिया कितने पैसे का इंश्योरेंस कवरेज अपने यात्रियों को देगी. एयर इंडिया ने अपने सभी विमानों का करीब 1.70 लाख करोड़ रुपये का बीमा करा रखा है और हर साल 246 करोड़ का प्रीमियम भी भरती है.
मामले से जुड़े सूत्रों का कहना है कि एयर इंडिया की प्रमुख बीमाकर्ता कंपनियों में न्यू इंडिया एश्योरेंस और टाटा एआईजी शामिल है. इन दोनों कंपनियों से एयर इंडिया ने 20 अरब डॉलर (करीब 1.70 लाख करोड़ रुपये) का बीमा कवर ले रखा है. इस कवरेज में एयर इंडिया के करीब 300 एयरक्राफ्ट शामिल हैं, जिसमें विस्तारा के विमानों को भी कवरेज मिलती है. इसका प्रीमियम भी हर साल 3 करोड़ डॉलर (करीब 246 करोड़ रुपये) रहता है. हालांकि, बीमा कंपनी ने कवरेज की राशि को 2023-24 के 10 अरब डॉलर से बढ़ाकर 20 अरब डॉलर कर दिया है, लेकिन प्रीमियम में कोई बदलाव नहीं किया.
कौन उठाएगा बीमा का खर्चा
एयर इंडिया का क्रैश हुआ विमान बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर था. यक काफी मॉडर्न एयरक्राफ्ट है, लेकिन ऐसे क्रैश के मामले में घरेलू इंश्योरेंस कंपनियां अपना एक्सपोजर बहुत कम रखती हैं और ज्यादातर रिस्क ग्लोबल री-इंश्योरेंस मार्केट पर डाल देती हैं. ऐसे में घरेलू कंपनियों पर बीमा का खर्च महज 5 फीसदी रहता है, जो घरेलू बीमा नियमों के तहत आता है. शेष 95 फीसदी बीमा राशि विदेशी और ग्लोबल कंपनियों को उठाना पड़ता है, जिसकी अगुवाई एआईजी लंदन जैसी कंपनियां करती हैं.
दो तरह से होता है इंश्योरेंस का भुगतान
सूत्रों का कहना है कि ऐसे मामलों में इंश्योरेंस का भुगतान 2 तरीके से होता है. पहला कंपनी के एयरक्राफ्ट का और दूसरा पैसेंजर्स का. इंश्योरेंस ब्रोकर एसोसिएशन ऑफ इंडिया (IBAI) के अध्यक्ष नरेंद्र भरिंडवाल का कहना है कि बीमा कंपनियां एयरक्राफ्ट की मार्केट वैल्यू जितना ही भुगतान करती हैं. इस तरह, एयर इंडिया को 20 से 30 करोड़ डॉलर का भुगतान किया जाएगा. हालांकि, यूरोपीय गंतव्यों तक जाने वाले विमानों को 50 करोड़ डॉलर तक भुगतान किया जा सकता है.
यात्रियों का कैसे होता है बीमा
ऐसे मामलों में पैसेंजर्स को थर्ड पार्टी इंश्योरेंस के जरिये कवर किया जाता है. इसके तहत यात्रियों की मौत, गंभीर रूप से घायल होना और सामान के खो जाने जैसी चीजें कवर की जाती हैं. मॉन्ट्रियल कन्वेंशन और भारतीय कैरेज एयर एक्ट के तहत बीमा कंपनियां विमान के यात्रियों को उनकी उम्र, पेशा और बीमा नियमों के तहत भुगतान करेंगी.
कितना कवरेज मिलने का अनुमान
साल 2020 में ऐसा ही हादसा कोझिकोड में हुआ था, जब एयर इंडिया एक्सप्रेस का बोइंग 737 विमान लैंडिंग के दौरान क्रैश हो गया और 21 जानें गईं. तब बीमा कंपनियों ने 3.8 करोड़ डॉलर (करीब 326 करोड़ रुपये) का भुगतान किया था. इस तरह देखें तो हर व्यक्ति के परिवार को करीब 15.5 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था. वैसे तो बीमा राशि कई फैक्टर्स पर निर्भर करती है, लेकिन इसी आंकड़े को पकड़कर चलें तो इस बार भी बीमा कंपनियों को 3,952 करोड़ रुपये का भुगतान यात्रियों और क्रू मेंबर्स के परिवारों को देना होगा.
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...
और पढ़ें
Location :
New Delhi,Delhi