कुदरत भी क्या गजब खेल करती है. एक तरफ सिर्फ रेत ही रेत है और दूसरी तरफ हरियाली. ये अद्भुत नजारा देखने को मिलेगा सिर्फ और सिर्फ अरावली में. पुष्कर के पास यहां अरावली की पहाड़ी को काटकर पांच साल पहले जयपुर बीकानेर हाईवे निकाला. ये वो जगह है जहां एक ओर मरूस्थल है दूसरी तरफ अरावली के हरे भरे जिले. लेकिन जैसे ही अरावली को काटा रेत के पहाड अरावली की पहाड़ी को लांघकर आगे अजमेर की ओर बढ़ गए . यहा अरावली 50 मीटर से नीचे है. अब अगर अरावली की यहां बाकी पहाड़ियां कटती है तो रेत के पहाड अजमेर ही आगे जयपुर दिल्ली की ओर तेजी से बढ़ सकते हैं. देखिये अगर अरावली न हो तो क्या होगा हमारा-आपका हाल?
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1 hour ago

