Last Updated:September 05, 2025, 12:25 IST
मानसून से इस बार दिल्ली, पंजाब, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, हिमाचल, उत्तराखंड और जम्मू कश्मीर में भारी नुकसान हुआ है.

2025 में मानसून ने काफी नुकसान किया है, खासकर उत्तरी भारत में। भारी बारिश से नदियां उफान पर हैं, फसलें डूब गईं और सड़कें-रेलें बंद हो गईं। इससे अर्थव्यवस्था को अरबों रुपये का नुकसान हुआ है, क्योंकि कृषि, बुनियादी ढांचा और व्यापार प्रभावित हुए। 5 सितंबर 2025 तक, मानसून ने करीब 10 राज्यों को प्रभावित किया है, हजारों गांव डूबे हैं और सैकड़ों मौतें हुई हैं।
इस बार का मानसून
2025 में मानसून सामान्य से ज्यादा रहा है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, जून से सितंबर तक की बारिश सामान्य से 37% ज्यादा रही है, खासकर उत्तरी भारत में। इस साल हिमालयी इलाकों में बादल फटने की घटनाएं बढ़ीं, जो पहाड़ी राज्यों को प्रभावित कर रही हैं। उत्तरी राज्यों जैसे पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में सबसे ज्यादा तबाही हुई है, जहां नदियां जैसे यमुना, सतलुज और गंगा उफान पर हैं।
प्रभावित गांव, जिले और राज्य
5 सितंबर 2025 तक, मानसून ने भारत के करीब 10 राज्यों को प्रभावित किया है, मुख्य रूप से उत्तरी और पूर्वी भारत। इन राज्यों में पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, असम और हिमाचल के पड़ोसी इलाके शामिल हैं। औसतन, हर साल 10-15 राज्य प्रभावित होते हैं, लेकिन इस साल घटनाएं ज्यादा हुई हैं।
जिलों की संख्या: करीब 100-150 जिले प्रभावित हैं। उदाहरण के लिए, पंजाब में 23 जिले, हिमाचल में 12 जिले (जैसे मंडी, कुल्लू, शिमला), उत्तराखंड में 13 जिले (जैसे उत्तरकाशी, देहरादून) और जम्मू-कश्मीर में कई जिले।
गांवों की संख्या: हजारों गांव डूबे हैं। पंजाब में अकेले 1400 गांव प्रभावित हैं, 2025 में कुल मिलाकर 5000 से अधिक गांव प्रभावित होने का अनुमान है। लोग राहत शिविरों में हैं, और 3 लाख से ज्यादा लोग विस्थापित हुए हैं।
मौतों का अनुमान
2025 मानसून में अब तक करीब 500-600 मौतें हुई हैं। राज्यवार आंकड़े:
हिमाचल प्रदेश: 343 मौतें (183 बाढ़-भूस्खलन से, बारिश के कारण हुए सड़क हादसों में करीब 160)। उत्तराखंड: 79 मौतें, 114 घायल, 95 लापता। पंजाब: 29 मौतें, 2.56 लाख प्रभावित। जम्मू-कश्मीर: 36 मौतें एक दिन में, लगातार लोग प्रभावित आंकड़ा बढ़ सकता है। अन्य राज्य: असम में 30, उत्तर भारत में कुल 90 से ज्यादा।कुल अनुमानित मौतें 500 से ऊपर हैं, और सैकड़ों लापता।
आर्थिक प्रभाव
कृषि पर असर: पंजाब में हजारों एकड़ फसल डूब गई, जो अनाज का कटोरा है। कुल मिलाकर उत्तरी भारत में फसलें बर्बाद होने से खाद्य महंगाई बढ़ सकती है। हिमाचल में फल-सब्जी का नुकसान। अनुमानित कृषि हानि: हजारों करोड़। बुनियादी ढांचा: सड़कें, पुल और बिजली लाइनें टूट गईं। हिमाचल में 2774 करोड़ का नुकसान, जिसमें 1530 करोड़ सड़कों का। पंजाब में अरबों का नुकसान। कुल भारत में 5000-10000 करोड़ का अनुमान। व्यापार और पर्यटन: पर्यटन स्थल जैसे हिमाचल और उत्तराखंड में सड़कें बंद, चारधाम यात्रा रुकी। मुंबई में बारिश से व्यापार रुका। जीडीपी पर 0.5-1% असर। कुल हानि: राज्य सरकारें केंद्र से हजारों करोड़ मांग रही हैं। भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए बीमा और बेहतर योजना जरूरी।बड़ी प्राकृतिक आपदाएं और बादल फटने की घटनाएं
आर्थिक नुकसान: घर, सड़कें और पुल टूटे, करोड़ों का नुकसान। जम्मू-कश्मीर में बादल फटा भूस्खलन (15 अगस्त 2025): वैष्णो देवी मंदिर के पास भूस्खलन से 33 मौतें। कुल 60 मौतें, 200 लापता। दूरदराज के गांव डूबे, पर्यटन प्रभावित।
आर्थिक हानि: करोड़ों के नुकसान का अनुमान, माता रानी के दर्शन की यात्री रुकी। पंजाब में बाढ़ (अगस्त-सितंबर 2025): सतलुज नदी उफान पर, 1400 गांव डूबे, 23 जिले प्रभावित। 29 मौतें, हजारों बेघर।
आर्थिक नुकसान: फसलें बर्बाद, अरबों का। हिमाचल प्रदेश में बादल फटना: कई घटनाएं, जैसे मणिमहेश और मंडी में। कुल 343 मौतें, 2774 करोड़ नुकसान।
बड़ी बातें
केंद्र और राज्य का समन्वय: चार राज्यों (हिमाचल, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, पंजाब) में केंद्र द्वारा टीमें भेजी गईं। ये टीमें हिमाचल, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड और पंजाब में राहत और क्षति का आकलन करेंगी। सुप्रीम कोर्ट ने हिमाचल, पंजाब, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड में अवैध पेड़ों की कटाई को बाढ़ का कारण बताया और केंद्र-राज्य सरकारों को नोटिस भेजा। पंजाब सरकार ने 1,700 अधिकारियों को प्रभावित गांवों में राहत अभियान में तैनात किया, जिससे राहत कार्य तेज़ हो सके। इस बार के मानसून में पूरे देश को 25,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का सीधा इन्फ्रास्ट्रक्चर नुकसान हो चुका है। जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, पंजाब, महाराष्ट्र जैसे राज्यों और शहरों (जैसे मुंबई) में सड़कों, पुलों को भारी नुकसान पहुंचा हैदुष्यंत कुमारAssociate Editor
Associate Editor, Network18 | Leading News18 App & Local-18 | Content Strategist | AI in News & Digital Media
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Location :
Delhi,Delhi,Delhi
First Published :
September 05, 2025, 12:25 IST
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