Last Updated:June 19, 2025, 16:12 IST
Iran's Biggest Attack News: ईरान ने गुरुवार को इजरायल पर मिसाइलों की बौछार कर दी. तेल अवीव शहर इस हमले में धुआं-धुआं हो गया. अमेरिका ने इमरजेंसी बैठक बुलाई और रूस ने मध्यस्थता की पेशकश की. हमले में 25 से अधिक म...और पढ़ें

ईरान ने इजरायल के तेल अवीव में जबरदस्त हमला बोला है.
हाइलाइट्स
ईरान ने इजरायल पर मिसाइलों से हमला किया, तेल अवीव धुआं-धुआं हुआ.हमले में 25 से अधिक मौतें, अमेरिका ने इमरजेंसी बैठक बुलाई.ईरान के साइबर हमलों से इजरायल का डिफेंस सिस्टम फेल हुआ.Iran-Israel War News: ईरान ने इजरायल के खिलाफ अब तक का सबसे बड़ा हमला गुरुवार को बोला है. इस हमले में तेल अवीव शहर लगभग बर्बाद हो गया. तेल अवीव शहर के चारों तरफ धुआं-धुआं हो गया. ईरान का यह हमला इतना खतरनाक और विनाशकारी था कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तुरंत ही इमरजेंसी बैठक बुला ली और रूस के राष्ट्रपति ने मध्यस्थता की पेशकश कर दी. ईरान का ताजा हमला इजरायल के मजबूत रक्षा कवच का फेल होना अमेरिका को चिंता में डाल दिया है. ऐसे में अभी तक ईरान को सिर्फ बातों से धमकी देने वाला देश अमेरिका अब मैदान में उतरने जा रहा है. आइए जानते हैं कि आखिर वो 10 कारम कौन हैं, जिसकी वजह से ईरान ने इजरायल में तबाही मचा दी? क्यों दुनिया का सबसे मजबूत एयर डिफेंस सिस्टम ईरान के हमले को नाकाम करने में कामयाब नहीं हुई?
वो 10 कारण जिनसे तेल अवीव में दहशत फैल गई
1- ईरान ने ऐसा समय चुना, जिस समय इजरायल की सुरक्षा एजेंसियां अन्य क्षेत्रों में व्यस्त थीं, जिससे जवाबी कार्रवाई में देरी हुई.
2- ईरान के इस हमले ने इजरायल की सर्विलांस की कमजोरी को उजागर किया. इजरायल के हाई-टेक रडार सिस्टम ने कुछ ड्रोन और मिसाइलों को समय रहते ट्रैक नहीं किया.
3- ईरान ने चारों तरफ से तेल अवीव पर हमला किया. ड्रोन, क्रूज मिसाइल और साइबर एक साथ हमले हुए, जिससे इजरायल सिस्टम समय पर एक्शन नहीं ले सकी.
4- ईरान ने इजरायल के कमांड और कंट्रोल सिस्टम पर साइबर हमले किए, जिससे संचार बाधित हुआ और इजरायल कुछ नहीं कर सका.
5- इजरायल की खुफिया एजेंसियों को हमले की सटीक जानकारी नहीं मिल सकी, जिससे तैयारी में कमी रही.
6- हमले में हिज़बुल्लाह और गाजा पट्टी के सहयोगी भी शामिल थे, जिन्होंने इजरायल की सीमाओं पर अतिरिक्त दबाव डाला.
7- ईरान ने इस हमले को ऐसे समय अंजाम दिया जब वैश्विक नेताओं का ध्यान अन्य राजनीतिक मामलों में व्यस्त था.
8- ईरान ने नया हथियार और तकनीक हासिल कर लिया, जिसका जवाब इजरायल के पास नहीं था. ईरान ने उन्नत और कम आवाज़ करने वाले ड्रोन और मिसाइलों का इस्तेमाल किया, जो पारंपरिक रडार से बच गए.
9- ईरान की सरकार ने इसे एक सशस्त्र संदेश माना, जिससे तनाव में वृद्धि हुई.
10- क्या डिफेंस सिस्टम में रखरखाव की कमी थी? इजरायल के कुछ डिफेंस सिस्टम में तकनीकी खामियां थीं, जिन्हें समय पर ठीक नहीं किया गया.
इजरायल का डिफेंस सिस्टम कहां फेल हुआ?
इजरायल की ‘आयरन डोम’ प्रणाली को अत्यंत प्रभावी माना जाता है, लेकिन इस हमले में कई मिसाइलें और ड्रोन इस रक्षा कवच को भेदने में सफल रहे. ईरान के इस हमले से इजरायल की दो बड़ी कमजोरियां सामने आईं.
1- मल्टी-फ्रंट हमला: जब एक साथ कई दिशाओं से हमला किया जाता है, तो आयरन डोम को प्राथमिकता तय करने में कठिनाई होती है, जिससे कुछ हमले बच निकलते हैं.
2- साइबर हमले का प्रभाव: कमांड सेंटर पर ईरान के साइबर हमलों के कारण, रडार और मिसाइल डिफेंस सिस्टम के बीच सामांजस्य नहीं हो सका.
कुलमिलाकर ईरान ने गुरुवार को इजरायल के तेल अवीव शहर के सोरोका हॉस्पिटल पर मिसाइल से अटैक किया. ईरान के अटैक से इजरायल में चीख-पुकार मच गई. तबाही का मंजर देख सब कांप उठे. इस हमले में 25 से अधिक इजरायली की मौत हुई है और हजारों घायल हो गए हैं. अब ईरान इस हमले को जायज ठहराते हुए कहा है कि अस्पताल के नीचे इजरायल का सैन्य अड्डा था.
रविशंकर सिंहचीफ रिपोर्टर
भारतीय विद्या भवन से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले रविशंकर सिंह सहारा समय न्यूज चैनल, तहलका, पी-7 और लाइव इंडिया न्यूज चैनल के अलावा फर्स्टपोस्ट हिंदी डिजिटल साइट में भी काम कर चुके हैं. राजनीतिक खबरों के अलावा...और पढ़ें
भारतीय विद्या भवन से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले रविशंकर सिंह सहारा समय न्यूज चैनल, तहलका, पी-7 और लाइव इंडिया न्यूज चैनल के अलावा फर्स्टपोस्ट हिंदी डिजिटल साइट में भी काम कर चुके हैं. राजनीतिक खबरों के अलावा...
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