Last Updated:July 02, 2025, 12:47 IST
Asaram : अपनी ही शिष्या से रेप करने के अभियुक्त आसाराम जोधपुर सेंट्रल जेल में आजीवन जेल की सजा काट रहा है. लेकिन आसाराम इन दिनों इलाज के लिए अंतरित जमानत पर बाहर हैं. क्या है आसाराम को बीमारी और कहा...और पढ़ें

आसाराम को हाल ही में 9 जुलाई तक फिर से अंतरिम जमानत मिल गई है.
हाइलाइट्स
आसाराम को अंतरिम जमानत पर इलाज के लिए छोड़ा गया है.आसाराम गुजरात में पंचकर्म थेरेपी करवा रहा है.आसाराम को कोरोनरी हार्ट डिजीज और उच्च रक्तचाप है.जोधपुर. नाबालिग लड़की के यौन उत्पीड़न के अभियुक्त जोधपुर सेंट्रल जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा आसाराम (86) कई बीमारियों से जूझ रहा है. बीमारियों के इलाज के आधार पर ही आसाराम काफी समय से अंतरिम जमानत पर जेल से बाहर है. आसाराम को मंगलवार को सरेंडर करना था. लेकिन जोधपुर हाईकोर्ट से उसे फिर से आठ दिन की राहत मिल गई है. जोधपुर हाईकोर्ट ने उसे 9 जुलाई तक फिर से अंतरिम राहत दे दी है. अंतरिम जमानत पर जेल से सींखचों से बाहर आया आसाराम गुजरात में इलाज करवा रहा है.
जानकारी के अनुसार आसाराम को मेडिकल आधार पर अंतरिम जमानत दी गई है ताकि वह इलाज करा सके. सूत्रों के मुताबिक आसाराम की पूर्व में जोधपुर AIIMS में की गई मेडिकल जांच में सामने आया कि उसे कोरोनरी आर्टरी डिजीज यानी कोरोनरी हार्ट डिजीज है. बढ़ती उम्र के कारण आसाराम को स्वास्थ्य संबंधी कई तरह की समस्याएं है. आसाराम उच्च रक्तचाप (Hypertension) से भी पीड़ित है. डाक्टर्स ने इसके लिए 90 दिन की पंचकर्म (Ayurvedic Panchakarma) थेरेपी की आवश्यकता बताई थी. आसाराम इसी के लिए अंतरिम जमानत पर है. मेडिकल दस्तावेजों के अनुसार आसाराम को हिपोथायरॉइडिज्म, एनीमिया और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ब्लीडिंग की भी शिकायतें हैं.
पूर्व में मार्च 2025 तक के लिए अंतरिम जमानत दी गई थी
आसाराम के खिलाफ गुजरात हाईकोर्ट में चल रहे मामले में उसे स्वास्थ्य आधार पर पूर्व में मार्च 2025 तक के लिए अंतरिम जमानत दी गई थी. बाद में उसे जून 30 तक बढ़ा दिया गया था. कोर्ट ने पंचकर्म उपचार और आयु को ध्यान में रखकर यह अनुमति दी थी. राजस्थान हाईकोर्ट ने भी लोकेशन और इलाज की जरूरत को ध्यान में रखते हुए अंतरिम जमानत को जुलाई 9 तक बढ़ाया है. हाईकोर्ट ने कहा कि इलाज के दौरान कानूनी शर्तें जैसे प्रचार-प्रसार नहीं करना आदि बनी रहेंगी.
पहले जोधपुर और महाराष्ट्र में इलाज कराने की इजाजत मिली थी
पूर्व में राजस्थान हाईकोर्ट की ओर से दी गई पैरोल/बेल पर उन्हें जोधपुर के आरोग्य अस्पताल (या AIIMS जोधपुर) में भर्ती किया गया था. वहां उसका इलाज शुरू हुआ था. इससे पहले कोर्ट ने उसे कुछ समय के लिए महाराष्ट्र के खोपोली स्थित माधवबाग मल्टीडिसिप्लिनरी कार्डियक क्लीनिक एंड हॉस्पिटल में इलाज की इजाजत दी थी. हालांकि यह पैरोल ज्यादातर पिछले वर्ष (2024) के आदेशों से संबंधित थी.
संदीप ने 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की शुरुआत की. कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर भी रह चुके हैं. 2017 से News18 से जुड़े हैं.
संदीप ने 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की शुरुआत की. कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर भी रह चुके हैं. 2017 से News18 से जुड़े हैं.
Location :
Jodhpur,Jodhpur,Rajasthan