आप भी बन सकते हैं जासूस, मिल जाएगी सरकारी नौकरी, लाखों में होगी कमाई

3 hours ago

नई दिल्ली (Detective Course, How to Become Detective). बचपन में भाई-बहन की जासूसी करते-करते कई बार लोग इसी में करियर भी बना लेते हैं. हाल के दिनों में भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने कई ऐसे नागरिकों को शॉर्टलिस्ट किया है, जो भारत में रहते हुए पाकिस्तान के लिए जासूसी कर रहे थे. इनमें ज्योति मल्होत्रा और यात्री डॉक्टर जैसे नामी यूट्यूबर के नाम भी शामिल हैं. इन्हें गद्दारों की श्रेणी में रखा गया है लेकिन आप चाहें तो भारत सरकार के जासूस बनकर देश के काम आ सकते हैं.

भारत में जासूस (प्राइवेट डिटेक्टिव या इंटेलिजेंस ऑफिसर) बनने का करियर रोमांचक और चैलेंजिंग है. यहां प्राइवेट डिटेक्टिव और सरकारी इंटेलिजेंस एजेंसियों (जैसे RAW, IB) में जासूस बनने के लिए अलग-अलग रास्ते हैं. डिटेक्टिव या स्पाई बनने के लिए विधिवत ट्रेनिंग की जरूरत होती है. आपके पास कोई खास डिग्री हो या नहीं, लेकिन कुछ स्किल्स में दक्ष होना अनिवार्य है. भारत में प्राइवेट डिटेक्टिव के लिए भी कई अवसर मौजूद हैं.

Private Detective: भारत में प्राइवेट डिटेक्टिव कैसे बनें?

प्राइवेट डिटेक्टिव व्यक्तियों, कंपनियों या संगठनों के लिए जांच-पड़ताल करते हैं, जैसे कि वैवाहिक विवाद, कॉर्पोरेट जासूसी या मिसिंग पर्सन केस.

Detective Course: डिटेक्टिव बनने के लिए कोर्स

भारत में प्राइवेट डिटेक्टिव बनने के लिए कोई अनिवार्य डिग्री या कोर्स नहीं है. हालांकि, कुछ क्षेत्रों में शिक्षा फायदेमंद हो सकती है:

क्रिमिनल जस्टिस: अपराध और जांच की समझ विकसित होती है.
लॉ (LLB): कानूनी प्रक्रियाओं और नियमों की जानकारी.
पुलिस साइंस या फोरेंसिक साइंस: जांच तकनीकों में विशेषज्ञता.
साइकोलॉजी: मानव व्यवहार को समझने में मदद.

कुछ संस्थान प्राइवेट डिटेक्टिव ट्रेनिंग प्रदान करते हैं. इनमें से ज्यादातर शॉर्ट टर्म कोर्स हैं. इनकी अवधि 3 महीने से 1 साल के बीच है. डिटेक्टिव कोर्स की फीस 20 हजार रुपये से 1 लाख रुपये तक हो सकती है.

Institute of Private Investigation (NIPI), दिल्ली: 3-6 महीने का सर्टिफिकेट कोर्स, जिसमें सर्विलांस, इंटरव्यू टेक्निक्स और डेटा एनालिसिस सिखाया जाता है. Venus Institute of Investigation Studies, दिल्ली: डिप्लोमा इन प्राइवेट इन्वेस्टिगेशन. Indian Institute of Private Detectives, मुंबई: ऑनलाइन और ऑफलाइन कोर्स. ऑनलाइन कोर्स: Udemy, Coursera पर “Private Investigation” या “Detective Training” कोर्स उपलब्ध हैं.

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Detective Skills: डिटेक्टिव बनने के लिए जरूरी स्किल्स

भारत में डिटेक्टिव यानी जासूस बनने के लिए कुछ जरूरी स्किल्स का होना जरूरी है. इससे आप काम में परफेक्शन हासिल कर सकेंगे.

टेक्निकल स्किल्स
सर्विलांस: छिपकर निगरानी करने की कला (कैमरे, GPS ट्रैकिंग).
डेटा एनालिसिस: सबूतों और जानकारी का विश्लेषण.
फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी: सबूत रिकॉर्ड करने के लिए.
कंप्यूटर स्किल्स: डेटाबेस सर्च, साइबर ट्रैकिंग और सोशल मीडिया एनालिसिस. सॉफ्ट स्किल्स
निरीक्षण: छोटी-छोटी डिटेल्स पर ध्यान देना.
संचार: क्लाइंट्स और सूत्रों से बातचीत.
एनालिटिकल थिंकिंग: जटिल समस्याओं का समाधान.
गोपनीयता: क्लाइंट की जानकारी को सुरक्षित रखना. अन्य:
कानूनी ज्ञान (IPC, CrPC).
शारीरिक फिटनेस (लंबे समय तक निगरानी के लिए).
धैर्य और नैतिकता.

डिटेक्टिव कोर्स में एडमिशन कैसे मिलेगा?
न्यूनतम योग्यता 12वीं पास (किसी भी स्ट्रीम से). कुछ संस्थानों में ग्रेजुएशन (BA, B.Sc., LLB) की मांग भी हो सकती है. ज्यादातर संस्थानों में एडमिशन के लिए उम्र 18-35 वर्ष के बीच तय की गई है. कई संस्थान कैंडिडेट्स का बैकग्राउंड चेक करते हैं.

Private Spy Jobs: प्राइवेट जासूस के लिए नौकरी के अवसर

प्राइवेट जासूस के लिए नौकरी की कमी नहीं है. इन दिनों वेडिंग मैनेजमेंट कंपनियां भी निजी जासूस हायर करने लगी हैं. इसके अलावा वैवाहिक जांच (infidelity cases), कॉर्पोरेट जासूसी, मिसिंग पर्सन केस और इंश्योरेंस फ्रॉड जांच जैसे विकल्प भी उपलब्ध हैं (Private Detective Jobs).

प्राइवेट डिटेक्टिव एजेंसियां: जैसे Globe Detective Agency, AMX Detectives, Lance Detectives (दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु).

कॉर्पोरेट सेक्टर: कंपनियों में बैकग्राउंड चेक, फ्रॉड इन्वेस्टिगेशन.

वैवाहिक जांच: व्यक्तिगत क्लाइंट्स के लिए, इवेंट मैनेजमेंट कंपनियों के लिए.

फ्रीलांस: स्वतंत्र रूप से काम कर सकते हैं (लेकिन अनुभव और नेटवर्क जरूरी).

प्राइवेट जासूस की सैलरी
फ्रेशर: 15,000-30,000 रुपये प्रति माह.
1-3 साल अनुभव: 30,000-60,000 रुपये प्रति माह.
वरिष्ठ डिटेक्टिव/स्वतंत्र एजेंसी: 1 लाख-5 लाख रुपये प्रति माह (केस और क्लाइंट पर निर्भर).
फ्रीलांस: प्रति केस 10,000-1 लाख रुपये या अधिक.
नोट: सैलरी शहर, क्लाइंट बेस और आपके अनुभव जैसे फैक्टर्स पर निर्भर करती है. मुंबई/दिल्ली में सैलरी अधिक हो सकती है.

काम की बात

लाइसेंस: भारत में प्राइवेट डिटेक्टिव के लिए कोई आधिकारिक लाइसेंस जरूरी नहीं है, लेकिन कुछ राज्यों में रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता हो सकती है. Private Detective Agencies (Regulation) Bill, 2007 लंबित है, जिसके लागू होने पर लाइसेंस जरूरी हो सकता है. जोखिम: कई घंटे लगातार काम, असामान्य समय पर निगरानी और कानूनी जोखिम (यदि गोपनीयता कानून तोड़े जाते हैं). प्रमोशन: अनुभव के साथ सीनियर इन्वेस्टिगेटर, एजेंसी मैनेजर या स्वतंत्र एजेंसी मालिक बन सकते हैं.

Private Detective vs Govt Detective: प्राइवेट डिटेक्टिव vs सरकारी जासूस

फैक्टरप्राइवेट जासूससरकारी जासूस
शिक्षा12वीं/ग्रेजुएशन + सर्टिफिकेट कोर्सग्रेजुएशन + UPSC/SSC परीक्षा
स्किल्ससर्विलांस, डेटा एनालिसिस, गोपनीयताइंटेलिजेंस एनालिसिस, विदेशी भाषाएं, फिटनेस
एडमिशनसंस्थान में आसान प्रवेशकठिन परीक्षा और साक्षात्कार
नौकरीएजेंसियां, फ्रीलांस, कॉर्पोरेटRAW, IB, CBI, NIA
जोखिममध्यम (कानूनी और शारीरिक)उच्च (राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेशी मिशन)
स्थिरताकम स्थिर (केस-आधारित)उच्च स्थिर (सरकारी नौकरी)
सैलरी15,000-5 लाख रुपये/माह50,000-2 लाख रुपये/माह

Government Detective: सरकारी जासूस कैसे बनें?

सरकारी क्षेत्र में जासूस बनने के लिए इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB), रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) या सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) में शामिल होना पड़ता है (Sarkari Jasoos).

सरकारी जासूस बनने के लिए योग्यता
न्यूनतम: ग्रेजुएशन (किसी भी स्ट्रीम से, जैसे BA, B.Sc., B.Tech).
प्राथमिकता: क्रिमिनल जस्टिस, पॉलिटिकल साइंस, इंटरनेशनल रिलेशन्स या लॉ में डिग्री.

Govt Spy: सरकारी जासूस बनने के लिए कोर्स

कोई विशेष कोर्स अनिवार्य नहीं, लेकिन आप चाहें तो ये कोर्स कर सकते हैं:
डिप्लोमा इन इंटेलिजेंस स्टडीज: कुछ विश्वविद्यालयों में उपलब्ध.
साइबर सिक्योरिटी कोर्स: साइबर इंटेलिजेंस के लिए (NITs, IIITs या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स).
फोरेंसिक साइंस: CBI में जांच के लिए (Gujarat Forensic Sciences University).

प्रशिक्षण
चयन के बाद RAW, IB या CBI अपने प्रशिक्षण केंद्रों में गहन ट्रेनिंग देते हैं (सर्विलांस, इंटेलिजेंस एनालिसिस, हथियार प्रशिक्षण).

Govt Detective Skills: सरकारी जासूस बनने के लिए स्किल्स

टेक्निकल स्किल्स
इंटेलिजेंस एनालिसिस
साइबर इंटेलिजेंस और डेटा माइनिंग
भाषा दक्षता (हिंदी, अंग्रेजी और विदेशी भाषाएं जैसे अरबी, चीनी). सॉफ्ट स्किल्स
गुप्त रहने की क्षमता
त्वरित निर्णय लेना
जोखिम प्रबंधन
नेतृत्व और टीमवर्क अन्य
शारीरिक और मानसिक फिटनेस
देशभक्ति और नैतिकता
अंतरराष्ट्रीय मामलों की समझ

सरकारी जासूस के लिए नौकरी

RAW: रॉ में ग्रेजुएट्स को UPSC सिविल सेवा परीक्षा के जरिए या डायरेक्ट रिक्रूटमेंट (IPS/IAS ऑफिसर्स) से लिया जाता है. यहां रिसर्च ऑफिसर, फील्ड ऑफिसर जैसे पदों पर नौकरी मिल सकती है. रॉ में सरकारी नौकरी के लिए कोई सार्वजनिक भर्ती नहीं होती है. RAW खुद ही विश्वविद्यालयों या सरकारी विभागों से संपर्क करता है. यहां बैकग्राउंड चेक और इंटरव्यू अनिवार्य प्रक्रियाएं हैं.

IB: आईबी में असिस्टेंट सेंट्रल इंटेलिजेंस ऑफिसर (ACIO) और सिक्योरिटी असिस्टेंट की नौकरी मिल सकती है. आईबी में नौकरी के लिए IB ACIO परीक्षा (MHA द्वारा आयोजित) पास करना जरूरी है. इसके लिए ग्रेजुएट कैंडिडेट्स को प्राथमिकता दी जाती है और उम्र 18-27 साल के बीच होनी चाहिए. यह परीक्षा 3 चरणों में होती है: वस्तुनिष्ठ पेपर, वर्णनात्मक पेपर और साक्षात्कार.

CBI: सीबीआई में सब-इंस्पेक्टर और इंस्पेक्टर लेवल पर योग्य उम्मीदवारों की भर्ती की जाती है. सीबीएसई में नौकरी के लिए SSC CGL परीक्षा पास करना जरूरी है और योग्यता ग्रेजुएशन, आयु 20-30 वर्ष निर्धारित की गई है. सीबीआई में भर्ती के लिए भी 3 चरणों की परीक्षा होती है: टियर-1, टियर-2, टियर-3 (वर्णनात्मक) और साक्षात्कार/स्किल टेस्ट.

नोट: तीनों विभागों में भर्ती के लिए सख्त बैकग्राउंड चेक, शारीरिक टेस्ट और मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन होता है.

जासूस के लिए सरकारी नौकरी के अवसर

RAW: विदेशी खुफिया जानकारी, राष्ट्रीय सुरक्षा, काउंटर-टेररिज्म.
IB: आंतरिक सुरक्षा, आतंकवाद विरोधी ऑपरेशन, जासूसी.
CBI: भ्रष्टाचार, आर्थिक अपराध, हाई-प्रोफाइल क्राइम की जांच.
अन्य: NIA (नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी), स्टेट इंटेलिजेंस ब्यूरो.
राष्ट्रीय सुरक्षा और साइबर खतरों के कारण इंटेलिजेंस ऑफिसर्स की डिमांड बढ़ रही है.

सरकारी जासूस की सैलरी
IB ACIO: शुरुआती वेतन 44,900-1,42,400 रुपये (लेवल-7, 7वां वेतन आयोग)+भत्ते.

CBI सब-इंस्पेक्टर: शुरुआती वेतन 35,400-1,12,400 रुपये (लेवल-6) + भत्ते.

RAW ऑफिसर: शुरुआती सैलरी 56,100-1,77,500 रुपये (लेवल-10)+गोपनीय भत्ते.

वरिष्ठ पद: डायरेक्टर/जॉइंट डायरेक्टर स्तर पर 2 लाख रुपये/माह से अधिक.

काम की सलाह
जोखिम: उच्च जोखिम (विशेष रूप से RAW में विदेशी मिशन), लंबे घंटे और मानसिक दबाव.

प्रमोशन: मेरिट और अनुभव के आधार पर (जैसे, ACIO से डिप्टी डायरेक्टर).

प्रशिक्षण: चयन के बाद 6-12 महीने का कठिन प्रशिक्षण (हथियार, सर्विलांस, क्रिप्टोग्राफी).

सुझाव: UPSC/SSC की तैयारी शुरू करें. विदेशी भाषाएं (जैसे, चीनी, अरबी) सीखना फायदेमंद हो सकता है.

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