Last Updated:September 29, 2025, 15:31 IST
Indian Army Drone Demon: ऑपरेशन सिंदूर के बाद वेस्टर्न कमांड ने सैकड़ों टैक्टिकल ड्रोन का जोरदार डेमो दिया. लेफ्टिनेंट जनरल मनोज कुमार कटियार ने लोकल मैन्युफैक्चरिंग और जवानों की ट्रेनिंग पर जोर दिया. साथ ही बताया कि अब मेड इन इंडिया ड्रोन की जरूरत है देश को.
भारतीय सेना ने हरियाणा में ड्रोन एक्सरसाइज की. (AI फोटो)नई दिल्ली: ऑपरेशन सिंदूर के अनुभव के बाद भारत ने मेड इन इंडिया हथियारों पर जमकर काम करना शुरू कर दिया है. भारतीय सेना की पश्चिमी कमान की एक बड़ी ड्रोन एक्सरसाइज में भारतीय सेना ने अपनी नई क्षमता का प्रदर्शन किया. यह ड्रोन एक्सरसाइज हरियाणा के अंबाला में हुआ. वेस्टर्न कमांड के आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल मनोज कुमार कटियार ने बताया कि आज सेना ने 5 किलोमीटर तक की रेंज वाले टैक्टिकल ड्रोन का डेमो किया. सैकड़ों ड्रोन आसमान में उड़े और मारक क्षमता का प्रदर्शन किया गया. उन्होंने स्पष्ट किया कि ड्रोन अब हमारे ऑपरेशन का अहम हिस्सा बन चुके हैं और हमने ऑपरेशन सिंदूर में भी काउंटर-ड्रोन की मदद से दुश्मन के कई ड्रोन नष्ट किए थे.
जनरल कटियार ने यह भी कहा कि अगली लड़ाई में हमें कई हजार ड्रोन चाहिए होंगे, इसलिए सेना लोकल इंडस्ट्री के साथ मिलकर इन्हें फेब्रिकेट करवाना चाहती है. ड्रोन सिर्फ लड़ाई के लिए नहीं, कृषि जैसे सिविलियिन उपयोगों और महिलाओं की ट्रेनिंग के लिए भी उनका इस्तेमाल बढ़ेगा. उन्होंने यह भी बताया कि जवानों को ड्रोन ऑपरेशन और काउंटर-ड्रोन तकनीक की ट्रेनिंग दी जा रही है ताकि भविष्य में हर चुनौती का सामना आत्मनिर्भर तरीके से किया जा सके.
Ambala, Haryana: The Indian Army carried out ‘Vayu Samanvay’, a major exercise, to enhance preparedness against aerial threats. The drill included UAS and Counter-UAS operations, where multiple drones were flown simultaneously and used to destroy several targets. This comes as… pic.twitter.com/66QWrMMKQc
ड्रोन की ताकत और तैयारी
सेना ने टैक्टिकल ड्रोन की तैनाती, सुरक्षात्मक मानचित्र और बम गिराने की क्षमता का व्यावहारिक प्रदर्शन किया. कटियार ने कहा, “ड्रोन की काबिलियत आपने देखी है. हम टैक्टिकल ड्रोन के साथ एक्सरसाइज कर रहे हैं जो हम खुद फेब्रिकेट कर रहे हैं.”
मेक-इन-इंडिया ड्रोन: लोकल इंडस्ट्री की भागीदारी
जनरल का कहना है कि भारी संख्या में ड्रोन चाहिए होंगे. इसलिए लोकल इंडस्ट्री के साथ साझेदारी जरूरी है. यह मैन्युफैक्चरिंग नौकरियों और घरेलू रक्षा उत्पादकता को बढ़ाने का भी अवसर है.
काउंटर-ड्रोन ऑपरेशन का सबक
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान की तरफ से आए ड्रोन सेना की AD (एयर डिफेंस) सिस्टम से नष्ट किए गए. कटियार ने बताया कि उन अनुभवों से सीख लेकर अब तैयारी और भी सख्त कर रहे हैं. उन्होंने कहा, “भविष्य की अगली लड़ाई में भी हम उन्हें बर्बाद करेंगे.”
सिविलियन इस्तेमाल और ट्रेनिंग
ड्रोन तकनीक को खेती, सर्वे, और आपदा प्रबंधन में भी उपयोगी बताया गया. सेना ने महिलाओं के लिए विशेष ड्रोन ट्रेनिंग का जिक्र किया. साथ ही यह भी कहा गया कि इससे स्थानीय समुदायों के लिए कौशल विकास भी होगा.
आगे की राह: क्षमता, संख्या और प्रशिक्षण
ड्रोन बनाना और जवानों को प्रशिक्षित करना दोनों एक साथ चल रहे हैं. कटियार ने यह भी कहा कि इस बार दुश्मन को “ज्यादा बड़ा पनिशमेंट” दिया जाएगा. सैन्य तैयारियों में यह संदेश सा झलकता है.
Sumit Kumar is working as Senior Sub Editor in News18 Hindi. He has been associated with the Central Desk team here for the last 3 years. He has a Master's degree in Journalism. Before working in News18 Hindi, ...और पढ़ें
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First Published :
September 29, 2025, 15:31 IST

1 month ago
