Last Updated:November 25, 2025, 18:17 IST
Bihar Anti Romeo Squad Samrat Choudhary : बिहार के नए गृह मंत्री और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने पदभार संभालते ही कानून-व्यवस्था की नई रूपरेखा पेश की है, जिसमें 'रोमियोपना' या लड़कियों, युवतियों या महिलाओं से छेड़छाड़ को रोकने के लिए एंटी-रोमियो स्क्वॉड की व्यवस्था शामिल है. उन्होंने साफ कहा है कि सड़क, स्कूल-कॉलेज के बाहर महिलाओं के साथ छेड़खानी बर्दाश्त नहीं की जाएगी और अपराधियों पर जीरो टॉलरेंस लागू होगी. लेकिन सवाल यह है- एंटी-रोमियो स्क्वॉड आखिर है क्या? कैसे काम करता है? आइए जानते हैं.
सम्राट चौधरी ने बिहार में एंटी-रोमियो स्क्वॉड और पिंक पुलिस की तैनाती से महिलाओं की सुरक्षा के लिए नई नीति लागू की है. पटना. बिहार की नई सरकार ने पदभार संभालते ही महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कमर कस ली है. उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री सम्राट चौधरी ने साफ लहजे में कहा- सड़क पर स्कूल-कॉलेज के बाहर मनचले ‘रोमियो’ बनकर घूमे तो सीधे जेल की हवा खानी पड़ेगी. उन्होंने एंटी-रोमियो स्क्वॉड गठित करने और पिंक पुलिस की तैनाती का ऐलान किया. प्रेस कॉन्फ्रेंस में सम्राट चौधरी का रुख कड़ा था और उन्होंने साफ और स्पष्ट रूप से कहा कि-बिहार में बहनों के साथ छेड़खानी बर्दाश्त नहीं. मनचलों को पहचानो, पकड़ो और सजा दो. उन्होंने साफ कहा है कि सड़क, स्कूल-कॉलेज के बाहर महिलाओं के साथ छेड़खानी बर्दाश्त नहीं की जाएगी और अपराधियों पर पूरी सख्ती होगी. यह कदम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सुशासन मॉडल को मजबूत करेगा जहां अपराध पर जीरो टॉलरेंस है.
गृह मंत्री सम्राट चौधरी ने एंटी-रोमियो स्क्वॉड की घोषणा की
सम्राट चौधरी ने कहा कि महिला सुरक्षा उनकी सरकार की पहली प्राथमिकता है. सार्वजनिक स्थानों पर, स्कूलों और कॉलेजों के बाहर, मनचलों की पहचान हो कर तुरंत कार्रवाई की जाएगी. ‘एंटी-रोमियो स्क्वॉड’ और ‘पिंक पुलिस’ तैनात की जाएगी जो छेड़खानी या अनुचित व्यवहार करने वालों पर निगरानी रखेंगी और त्वरित कार्रवाई करेंगी. उद्देश्य है कि इससे बेटियां डर-धड़कन के बिना पढ़ने-फिरने बाहर जा सकेंगी. सम्राट चौधरी ने चौधरी ने इसे स्कूल-कॉलेज के बाहर तैनात करने का प्लान बताया.
मनचलों की कमर तोड़ने वाली फोर्स: एंटी-रोमियो स्क्वॉड
एंटी-रोमियो स्क्वॉड एक खास पुलिस यूनिट है जो महिलाओं के खिलाफ छेड़खानी, स्टॉकिंग और इव टीजिंग रोकने के लिए बनाई जाती है. इसमें ज्यादातर महिला कांस्टेबल होती हैं जो सादे कपड़ों में घूमती हैं. उनका काम-संदिग्ध मनचलों पर नजर रखना, शिकायत मिलते ही तुरंत कार्रवाई करना होता है. अगर कोई लड़की को परेशान करे तो स्क्वॉड वाले उसे पकड़कर थाने ले जाते हैं.ऐसे मामलों महिलाओं पर अत्याचार की धाराएं लगाई जाती है और इसके तहत जेल या जुर्माना.
UP मॉडल से ली सीख: यह स्क्वॉड कितना असरदार रहा है?
इसे समझने के लिए उत्तर प्रदेश में एंटी-रोमियो स्क्वॉड की संरचना और काम को देखना जरूरी है. यूपी में ऐसे स्क्वॉड को 2017 से मिशन शक्ति अभियान के हिस्से के रूप में चलाया जा रहा है. हाल के ‘मिशन शक्ति 5.0’ अभियान में, एंटी-रोमियो टीम ने 1,08,292 सार्वजनिक स्थानों की जांच की और लगभग 9.8 लाख लोगों की पहचान की. इसके बाद करीब 2,542 एफआईआर दर्ज की गईं और 3,972 लोगों को गिरफ्तार किया गया. इतना ही नहीं, यूपी के डीजीपी के मुताबिक 2017 से फरवरी 2025 तक स्क्वॉड ने 4.00 करोड़ से अधिक व्यक्तियों की जांच की, 24,009 मामले दर्ज किए और 32,291 लोगों के खिलाफ कार्रवाई हुई.
बिहार की बेटियां डरेंगी नहीं: रोमियो स्क्वॉड की लफंगों पर नजर
यूपी में ये स्क्वाड पुलिस का सशक्त उपकरण बन चुके हैं, यह भी कहा जा रहा है कि सार्वजनिक सुरक्षा के प्रति उनकी दृष्टि ‘सम्मान और विश्वास’ की नई भावना ला रही है. इव टीजिंग के केस 30 फीसदी कम हुए, खासकर लखनऊ-कानपुर जैसे शहरों में यह काफी असरदार रहा है. अगस्त 2024 में इसे रीएक्टिवेट किया गया और सितंबर 2025 में सीएम योगी आदित्यनाथ ने और सक्रिय बनाने के आदेश दिए. हालांकि, 2017 में ही हाईकोर्ट ने दिशा-निर्देश दिए कि सिर्फ अपराधी ही निशाना बनें, न कि प्रेमी जोड़े. फिर भी कुल मिलाकर असरदार रहा. महिलाओं की शिकायतें बढ़ीं, क्योंकि भरोसा बना.
सम्राट चौधरी की सख्ती: माफिया-सोशल मीडिया पर भी नकेल
सम्राट चौधरी ने यह भी कहा कि अपराधियों, शराब, बालू और जमीन माफियाओं को बख्शा नहीं जाएगा. पुलिस को बिना डर के कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही उन्होंने जेलों में मोबाइल और बाहर से खाना भेजे जाने की भी बात उठाई है. यदि किसी अधिकारी या कर्मचारी की मिलीभगत पाए गए तो उसे भी जवाबदेह ठहराया जाएगा. गृह मंत्री ने यह भी साफ कर दिया है कि सोशल मीडिया पर गाली-गलौच, अफवाह फैलाना या किसी की छवि खराब करने वालों के खिलाफ भी पुलिस तुरंत कदम उठाएगी.
यूपी मॉडल से सीख: रोमियोपनी पर जीरो टॉलरेंस, जेल का रास्ता
सम्राट चौधरी की घोषणा यह साफ संकेत है कि बिहार में कानून-व्यवस्था की दिशा बदलने की योजना है. ‘रोमियोपना’ पर एक्शन पुलिस के लिए एक प्राथमिकता बन गया है. यदि यह मॉडल वैसे ही लागू हुआ जैसे यूपी में हुआ है तो यह कदम महिलाओं की सुरक्षा में जमीनी सुधार ला सकता है. बिहार इसे कॉपी कर रहा है, लेकिन मिसयूज रोकने के लिए सख्त गाइडलाइंस जरूरी होंगी. लेकिन इसकी सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि स्क्वॉड किस तरह काम करता है, पुलिस कितनी त्वरित कार्रवाई करती है और जनता उसकी नीति को कितना समर्थन देती है.
पत्रकारिता क्षेत्र में 22 वर्षों से कार्यरत. प्रिंट, इलेट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन. नेटवर्क 18, ईटीवी, मौर्य टीवी, फोकस टीवी, न्यूज वर्ल्ड इंडिया, हमार टीवी, ब्लूक्राफ्ट डिजिट...और पढ़ें
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First Published :
November 25, 2025, 18:17 IST

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