Last Updated:April 14, 2025, 09:09 IST
Delhi Crime News: दिल्ली में अपराध में कमी आई है. 2025 की पहली तिमाही में छेड़खानी में 38% और रेप में 19% की गिरावट दर्ज की गई है. पुलिस टेक्नोलॉजी का उपयोग कर अपराध नियंत्रण में सफल रही है.

दिल्ली पुलिस की फाइल फोटो.
देश की राजधानी अब धीरे-धीरे सेफ होती जा रही है. कभी क्राइम कैपिटल कही जाने वाली दिल्ली अब धीरे-धीरे सुधर रही है. दिल्ली की रेखा गुप्ता सरकार ने सीएम योगी के फॉर्मूले को अपनाया है. अब उसका असर दिख रहा है. जी हां, दिल्ली में क्राइम में कमी आई है. इसमें एंटी-रोमियो स्क्वॉड की बड़ी भूमिका है. यह वही है, जिसे सरकार बनते ही सीएम रेखा गुप्ता ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद दिल्ली में लागू किया था.
दरअसल, दिल्ली पुलिस ने 2025 की पहली तिमाही का डेटा जारी किया है. इसके मुताबिक, दिल्ली में छेड़खानी में 38 फीसदी और रेप के मामलों में 19 फीसदी की कमी आई है. शहर में स्ट्रीट क्राइम में भी काफी कमी आई है. इतना ही नहीं, डकैती के मामलों में भी 26 फीसदी की गिरावट देखी गई है. यह तुलना पिछले साल जनवरी-मार्च की अवधि से की गई है.
जी हां, 2024 की तुलना में 2025 की पहली तिमाही में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में भी काफी कमी आई है. 2024 के मुकाबले रेप के मामले में करीब 19% की कमी आई है, जबकि छेड़छाड़ और यौन उत्पीड़न के मामलों में लगभग 15% की गिरावट दर्ज की गई है. ये आंकड़े बताते हैं कि महिलाओं के खिलाफ अपराधों से निपटने के लिए किए गए उपाय, जैसे कि एंटी-रोमियो स्क्वॉड, अच्छे नतीजे दे रहे हैं. पुलिस की मानें तो केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश पर दिल्ली पुलिस जन संपर्क सभा जैसे कार्यक्रमों के जरिए कम्युनिटी पुलिसिंग को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, आंकड़ों से पता चलता है कि 2023 में हत्या के 115 मामले दर्ज किए गए थे. 2024 में यह आंकड़ा घटकर 105 रह गया. यानी 8.7% की कमी आई. इसके बाद 2025 में यह संख्या मामूली बढ़ोतरी के साथ 107 हो गई. कुल मिलाकर 2023 के बाद से हत्या के मामलों में 7% की कमी आई है. हत्या के प्रयास के मामलों में 17.2% की गिरावट आई है. 2024 में हत्या के प्रायस के मामले 203 थे जो घटकर 2025 में 168 मामले हो गए.
पुलिस की मानें तो दिल्ली में अपराध नियंत्रण के प्रयासों में टेक्नोलॉजी के रणनीतिक उपयोग से भी काफी वृद्धि हुई है. सीसीटीवी कैमरों, क्राइम मैपिंग और डेटा एनालिटिक्स जैसे साधनों का लाभ उठाकर पुलिस अपराध के हॉटस्पॉट की पहचान करने, पैटर्न को ट्रैक करने और संसाधनों को अधिक प्रभावी ढंग से तैनात करने में सक्षम है. वहीं, साल 2024 में डकैती के 424 मामले सामने आए थे. वहीं 2025 में जनवरी से मार्च के बीच यह संख्या घटकर 315 रह गई. इस तरह इस अपराध में 25.7% की कमी आई. 2023 में छेड़खानी के 1,812 मामले दर्ज किए गए थे. 2024 में यह आंकड़ा बढ़कर 1,925 हो गया. 2025 में इसमें 37.7% की कमी आई और यह 1,199 पर आ गया.
जनवरी और मार्च 2024 के बीच रेप के 455 मामले दर्ज किए गए थे. 2025 की इसी अवधि में यह संख्या घटकर 370 रह गई. इस तरह रेप के मामले में 18.7% की कमी आई. छेड़छाड़ के मामले 2023 में 547 थे. 2024 में यह आंकड़ा घटकर 444 रह गया. यानी 18.8% की कमी आई. 2025 में इसमें 14.6% की और गिरावट आई और यह 379 पर आ गया. बता दें कि दिल्ली पुलिस अपराध को नियंत्रित करने के लिए फेशियल रिकॉग्निशन और ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकॉग्निशन (एएनपीआर) कैमरों जैसी उन्नत तकनीकों का भी तेजी से लाभ उठा रही है.
Location :
Delhi,Delhi,Delhi
First Published :
April 14, 2025, 07:50 IST