अचानक बॉर्डर पर गरजने लगा आसमान, खौफ से भर उठे लोग, सेना ने बताई असलियत!

18 hours ago

Last Updated:July 02, 2025, 12:39 IST

जैसलमेर में भारतीय सेना के Southern Command ने भारत-पाक सीमा पर हाई इंटेंसिटी युद्धाभ्यास किया. इस दौरान आसपास गर्जन की आवाज से लोगों दहशत फैल गई. हालांकि, असलियत पता चलने के बाद सबने राहत की सांस ली.

अचानक बॉर्डर पर गरजने लगा आसमान, खौफ से भर उठे लोग, सेना ने बताई असलियत!

पाकिस्तान को कड़ा जवाब देने की पहल (इमेज- फाइल फोटो)

सांवलदान रतनू/जैसलमेर: राजस्थान के जैसलमेर में भारत-पाक सीमा पर भारतीय सेना के Southern Command ने हाई इंटेंसिटी युद्धाभ्यास (High Intensity Combat Drills) आयोजित कर अपनी ताकत और रणनीतिक क्षमता का प्रदर्शन किया. इस अभ्यास में सेना ने ना केवल अपनी युद्ध कौशल को परखा बल्कि सीमा सुरक्षा बल (BSF) के साथ साझा रणनीति, उन्नत टेक्नोलॉजी और तेज गतिशीलता (Rapid Mobility) के साथ रेगिस्तान की चुनौतियों को जीतने की तैयारी दिखाई.

“Trained to Endure, Primed to Dominate” के मंत्र के साथ सेना ने यह साबित किया कि वह किसी भी परिस्थिति में दुश्मन को मात देने के लिए तैयार है. यह अभ्यास 30 जून से 2 जुलाई 2025 तक चला, जिसमें कोणार्क गनर्स और ब्लैक मेस ब्रिगेड ने अपनी मारक क्षमता और इंजीनियरिंग कौशल का प्रदर्शन किया.

अभ्यास का उद्देश्य और रणनीति
जैसलमेर के थार रेगिस्तान में आयोजित यह युद्धाभ्यास भारत-पाक सीमा पर बदलती भू-राजनीतिक परिस्थितियों और हाल के तनावों को ध्यान में रखकर किया गया. हाल ही में अप्रैल 2025 में पहलगाम आतंकी हमले के बाद जैसलमेर और बाड़मेर में सीमा पर तनाव बढ़ा था, जिसके जवाब में सेना और BSF ने अपनी सतर्कता बढ़ाई है. इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य युद्ध की स्थिति में तेजी से तैनाती, सटीक हमले और एकीकृत सैन्य शक्ति (Integrated Might) का प्रदर्शन करना था. सेना ने पुल निर्माण, दुर्गम इलाकों में मूवमेंट और फील्ड तैनाती जैसे इंजीनियरिंग कार्यों की सटीकता और गति को परखा. साथ ही स्वदेशी अर्जुन युद्ध टैंक, लंबी दूरी की तोपें, ड्रोन और उन्नत इंटेलिजेंस सिस्टम का उपयोग कर सेना ने अपनी मारक क्षमता को और मजबूत किया.

BSF और सेना की साझा रणनीति
भारत-पाक सीमा पर BSF और भारतीय सेना की साझेदारी इस अभ्यास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा थी. BSF, जो भारत की प्रथम रक्षा पंक्ति के रूप में जानी जाती है, ने सीमा पर घुसपैठ और आतंकी गतिविधियों को रोकने के लिए सेना के साथ मिलकर रणनीति बनाई. इस अभ्यास में BSF ने सीमा पर चौकसी, इंटेलिजेंस संग्रह और त्वरित प्रतिक्रिया (Rapid Response) की रिहर्सल की. सेना और BSF ने संयुक्त रूप से ड्रोन हमलों, सीमा पार गोलीबारी और टैंक मूवमेंट जैसी चुनौतियों का सामना करने की रणनीति को परखा. जैसलमेर और कच्छ के रेगिस्तानी इलाकों में यह अभ्यास सीमा की सुरक्षा को अडिग बनाने का एक मजबूत संदेश देता है.

पाकिस्तान को करारा जवाब
टेक्नोलॉजी और इंटेलिजेंस का अद्भुत समन्वयइस अभ्यास के दौरान कम्युनिकेशन ब्लैकआउट, साइबर जामिंग, लो-विजिबिलिटी ऑपरेशन, रात्रि गश्त और हाई एल्टीट्यूड सपोर्ट जैसी कई जटिल परिस्थितियों को सिमुलेट किया गया. ड्रोन सर्विलांस, GPS-नियंत्रित टैंक मूवमेंट और डिजिटल वॉर रूम कमांड सिस्टम जैसे नवाचारों को धरातल पर उतारा गया, जो दिखाता है कि भारतीय सेना अब ‘डिजिटल वॉरफेयर’ के लिए पूरी तरह सक्षम है. साथ ही, बीएसएफ और सेना के बीच निरंतर साझा संवाद, इंटेल साझेदारी और सामरिक फील्ड एक्शन ने सीमा को और मजबूत बनाया है. इस अभ्यास का सबसे स्पष्ट संदेश पाकिस्तान को गया है. पिछले कुछ वर्षों में सीमा पार से ड्रोन द्वारा हथियार गिराने, घुसपैठ की कोशिशें और आतंकी नेटवर्क को सक्रिय करने की घटनाएं सामने आई हैं लेकिन इस बार भारत का जवाब केवल कड़ा नहीं, बल्कि पहले से ज्यादा संगठित और घातक है.

Sandhya Kumari

न्यूज 18 में बतौर सीनियर सब एडिटर काम कर रही हूं. रीजनल सेक्शन के तहत राज्यों में हो रही उन घटनाओं से आपको रूबरू करवाना मकसद है, जिसे सोशल मीडिया पर पसंद किया जा रहा है. ताकि कोई वायरल कंटेंट आपसे छूट ना जाए.

न्यूज 18 में बतौर सीनियर सब एडिटर काम कर रही हूं. रीजनल सेक्शन के तहत राज्यों में हो रही उन घटनाओं से आपको रूबरू करवाना मकसद है, जिसे सोशल मीडिया पर पसंद किया जा रहा है. ताकि कोई वायरल कंटेंट आपसे छूट ना जाए.

Location :

Jaisalmer,Rajasthan

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