UPSC के साथ तैयार रखें प्लान B, फेल हो गए तो बैकअप से बन जाएगा करियर

11 hours ago

Last Updated:June 17, 2025, 08:17 IST

Best Plan B for UPSC Aspirants: यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे एस्पिरेंट्स को प्लान बी के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए. इससे करियर को सिक्योर करने में मदद मिलती है.

UPSC के साथ तैयार रखें प्लान B, फेल हो गए तो बैकअप से बन जाएगा करियर

Best Plan B for UPSC Aspirants: प्लान बी से करियर सिक्योर होता है

हाइलाइट्स

यूपीएससी परीक्षा में कॉम्पिटीशन का स्तर बहुत ज्यादा है.यूपीएससी उम्मीदवारों को प्लान बी हमेशा तैयार रखना चाहिए.साथ में अन्य सरकारी नौकरियों की तैयारी भी करते रहें.

नई दिल्ली (Best Plan B for UPSC Aspirants). हर साल 10 लाख से ज्यादा युवा यूपीएससी सीएसई परीक्षा के लिए आवेदन करते हैं. यूपीएससी परीक्षा के तीनों राउंड पूरे होने के बाद उनमें से 900-1000 युवाओं को देश की टॉप सरकारी नौकरी के लिए चुना जाता है. वहीं, लाखों यूपीएससी एस्पिरेंट्स का सपना अधूरा ही रह जाता है. अगर आप यूपीएससी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो उसके साथ एक बैकअप करियर ऑप्शन यानी प्लान बी हमेशा तैयार रखें.

यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी करने वालों के लिए प्लान बी तैयार करना बहुत जरूरी है. परीक्षा की कठिनाई का स्तर और कैंडिडेट्स की संख्या इसे काफी कॉम्पिटीटिव बना देती है. इसमें सफलता की कोई गारंटी नहीं रहती है. ऐसे में करियर का प्लान बी न केवल आर्थिक सुरक्षा प्रदान करता है, बल्कि मानसिक तनाव को भी कम करता है. यूपीएससी प्लान बी के तौर पर आप कोई ऐसी नौकरी या हायर एजुकेशन का विकल्प चुन सकते हैं, जिससे आपको आगे भी मदद मिले.

यूपीएससी उम्मीदवारों के लिए प्लान बी

संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सर्विस परीक्षा दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है. कई उम्मीदवार लगातार 4-5 साल इसकी तैयारी में बिता देते हैं. प्लान बी के बिना यूपीएससी की तैयारी को इतना समय देना करियर के साथ खिलवाड़ करने जैसा है. अगर आप भी यूपीएससी में सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं तो बैकअप के लिए जानिए प्लान बी ऑप्शंस-

1. अन्य सरकारी नौकरियां

सरकारी नौकरी के लिए होने वाली कई प्रतियोगी परीक्षाओं का सिलेबस यूपीएससी से काफी हद तक मिलता-जुलता है (जैसे सामान्य अध्ययन, गणित, रीजनिंग). यूपीएससी की तैयारी के साथ इनके लिए अलग से मॉक टेस्ट और खास विषयों (जैसे रीजनिंग, Quant) की प्रैक्टिस करें.

राज्य लोक सेवा आयोग (State PSC): यूपीएससी के समान पैटर्न, लेकिन राज्य स्तर पर. जैसे- UPPSC, BPSC, MPPSC आदि. एसएससी (Staff Selection Commission): सीजीएल, CHSL आदि के जरिए केंद्रीय सरकारी नौकरियां. बैंकिंग और बीमा: आईबीपीएस पीओ, एसबीआई पीओ, एलआईसी एएओ, NIACL आदि. रेलवे: आरआरबी एनटीपीसी, ग्रुप डी, जेई आदि. शिक्षण: सीटीईटी, टीईटी, केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय, सैनिक स्कूल में टीचिंग जॉब.

2. प्राइवेट सेक्टर में अवसर

ऑनलाइन कोर्स (जैसे Coursera, Udemy) के जरिए डिजिटल मार्केटिंग, डेटा एनालिसिस या कोडिंग जैसी स्किल्स सीखें, LinkedIn पर प्रोफाइल बनाकर नेटवर्किंग करें.

सिविल सर्विसेज कोचिंग में टीचिंग: यूपीएससी की तैयारी के दौरान आपने जो ज्ञान हासिल किया है, उसका इस्तेमाल कोचिंग सेंटर में पढ़ाने के लिए करें. कॉन्टेंट राइटिंग/एडिटिंग: यूपीएससी की तैयारी के दौरान राइटिंग स्किल्स मजबूत होती हैं. आप इस स्किल को न्यूज पोर्टल, एजुकेशनल प्लेटफॉर्म या फ्रीलांसिंग में इस्तेमाल कर सकते हैं. NGO/सामाजिक कार्य: सामाजिक मुद्दों की समझ का उपयोग गैर-सरकारी संगठनों में करें. डेटा एनालिस्ट/रिसर्च एनालिस्ट: यूपीएससी की पढ़ाई से विकसित एनालिटिकल स्किल्स का इस्तेमाल प्राइवेट कंपनियों में करें.

3. उच्च शिक्षा और विशेषज्ञता

उच्च शिक्षा न केवल बैकअप देती है, बल्कि यूपीएससी के लिए भी उपयोगी हो सकती है (जैसे, इंटरव्यू में विशेषज्ञता का लाभ). यूपीएससी की तैयारी के साथ-साथ इन प्रवेश परीक्षाओं के लिए समय निकालें.

MBA: कैट, XAT या NMAT जैसी परीक्षाओं के जरिए आईआईएम या अन्य टॉप B-Schools में दाखिला. लॉ: CLAT या DU LLB के माध्यम से कानून की पढ़ाई. एमए/पीएचडी: अपने ग्रेजुएशन विषय में मास्टर्स या पीएचडी करके एकेडमिक सेक्टर में जा सकते हैं. सर्टिफिकेशन कोर्स: पब्लिक पॉलिसी, जर्नलिज्म या इंटरनेशनल रिलेशन्स में डिप्लोमा.

4. उद्यमिता (Entrepreneurship)

यूपीएससी की तैयारी में टाइम मैनेजमेंट और स्ट्रैटेजी बनाने का अनुभव उद्यमिता में मदद करता है. बिजनेस स्किल्स के लिए ऑनलाइन कोर्स करें और सरकारी योजनाओं (जैसे स्टार्टअप इंडिया) का फायदा उठाएं.

स्टार्टअप शुरू करें, (जैसे कोचिंग सेंटर, यूपीएससी स्टडी मटीरियल का ऑनलाइन प्लेटफॉर्म या यूट्यूब चैनल). लोकल बिजनेस (जैसे किताबों की दुकान, ट्यूशन सेंटर या फूड स्टॉल).

5. फ्रीलांसिंग और ऑनलाइन अवसर

Upwork, Fiverr या Freelancer.com जैसे प्लेटफॉर्म पर प्रोफाइल बनाएं.

यूपीएससी से संबंधित ब्लॉग/वेबसाइट चलाएं. ऑनलाइन ट्यूशन या मेंटॉरशिप प्रदान करें. ट्रांसलेशन, प्रूफरीडिंग या सोशल मीडिया मैनेजमेंट जैसे फ्रीलांस प्रोजेक्ट्स लें.

6. पार्ट-टाइम जॉब्स

ये नौकरियां फ्लेक्सिबिलिटी देती हैं, जिससे यूपीएससी की पढ़ाई जारी रखी जा सकती है. टाइम मैनेजमेंट पर ध्यान दें और पढ़ाई के लिए कम से कम 6-8 घंटे रोज निकालें.

डिलीवरी सर्विसेज, कॉल सेंटर या रिटेल में पार्ट-टाइम काम.

यूपीएससी बैकअप प्लान के लिए काम की सलाह

टाइम मैनेजमेंट: यूपीएससी की तैयारी को प्राथमिकता दें, लेकिन हफ्ते में 5-10 घंटे प्लान बी के लिए निकालें.

स्किल डेवलपमेंट: डिजिटल स्किल्स (जैसे MS Excel, Python, Canva) सीखें, जो सरकारी और प्राइवेट दोनों क्षेत्रों में उपयोगी हों.

नेटवर्किंग: यूपीएससी ग्रुप्स, लिंक्डइन या कोचिंग सेंटर के जरिए मेंटॉर्स और प्रोफेशनल्स से कनेक्ट हों.

वित्तीय योजना: छोटी बचत शुरू करें और पार्ट-टाइम काम या फ्रीलांसिंग से इनकम सोर्स बनाएं.

मेंटल हेल्थ: असफलता का डर कम करने के लिए प्लान बी को कॉन्फिडेंस का स्रोत बनाएं. मेडिटेशन और व्यायाम करें.

प्लान बी को बोझ न बनाएं: इसे यूपीएससी की तैयारी के पूरक के रूप में देखें. उदाहरण के लिए, SSC CGL की तैयारी यूपीएससी के GS और CSAT को मजबूत कर सकती है.

सीमाएं निर्धारित करें: यूपीएससी के लिए अधिकतम प्रयासों (जैसे 3-4) की संख्या तय करें. इससे प्लान बी पर पूरी तरह शिफ्ट होने का समय तय हो सकेगा.

Deepali Porwal

Having an experience of 9 years, she loves to write on anything and everything related to lifestyle, entertainment and career. Currently, she is covering wide topics related to Education & Career but she also h...और पढ़ें

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