Donald Trump Speech in UNGA 2025: संयुक्त राष्ट्र संघ सभा में बोलते हुए अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टेलीप्रॉम्प्टर ने अचानक काम करना बंद कर दिया. इसके चलते वे वे अपने भाषण की छपी हुई कॉपी से पढ़ते दिखाई दिए. उनका भाषण अब तक काफी हद तक वैसा ही रहा जैसा वे घरेलू जनसभाओं में देते हैं. वे अपने पूर्ववर्ती जो बाइडेन की आलोचना करते दिखाई दिए और उन्हें देश-विदेश की समस्याओं के लिए उन्हें ज़िम्मेदार ठहराया.
'मेरे पहले कार्यकाल में शांति से भरी थी दुनिया'
ट्रंप ने कहा, 'पिछली बार जब मैं इस भव्य हॉल में खड़ा हुआ था, तब छह साल बीत चुके थे. उस समय दुनिया समृद्ध और शांति से भरी थी. जैसा कि मेरे पहले कार्यकाल (2017 से 2021) में था.'
उन्होंने आगे कहा, 'उस दिन के बाद से युद्ध की गोलियों ने उन दोनों महाद्वीपों की शांति को चकनाचूर कर दिया, जहां मैंने स्थिरता कायम की थी. शांति और सुकून का दौर अब हमारे समय के बड़े संकटों में बदल गया है. और यहां अमेरिका में, पिछली सरकार के चार साल की कमजोरी, अराजकता और उग्रवाद ने देश को एक के बाद एक तबाही में धकेल दिया.'
ट्रंप बोले - 'मैंने सात महीने में सात युद्ध खत्म किए'
संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) की 80वीं बैठक में भाषण देते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बड़ा दावा किया. उन्होंने कहा कि अपने कार्यकाल में उन्होंने सिर्फ सात महीनों में सात बड़े युद्धों को खत्म कराया. ट्रंप ने कहा कि ये युद्ध कंबोडिया-थाईलैंड, कोसोवो-सर्बिया, कांगो-रवांडा, पाकिस्तान-भारत, इज़रायल-ईरान, मिस्र-इथियोपिया और आर्मेनिया-अज़रबैजान के बीच थे. उन्होंने कहा कि दुनिया के किसी भी नेता ने ऐसा काम नहीं किया और उन्हें इस पर गर्व है.
'संयुक्त राष्ट्र से बस 2 खराब चीजें मिली- एक खराब एस्केलेटर और...'
ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र की आलोचना भी की. उन्होंने कहा कि इतने बड़े समझौते कराने के बावजूद संयुक्त राष्ट्र ने न तो मदद की और न ही कोई पहल दिखाई. उनके मुताबिक, 'मैंने देशों के नेताओं से सीधे बात करके ये युद्ध खत्म कराए, लेकिन संयुक्त राष्ट्र की तरफ से एक कॉल तक नहीं आया.'
उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र से उन्हें बस दो चीज़ें मिलीं- एक खराब एस्केलेटर, जो बीच में ही रुक गया और एक टेलीप्रॉम्प्टर, जो काम नहीं कर रहा था. ट्रंप ने सवाल उठाया कि अगर संयुक्त राष्ट्र देशों के संकट में कोई मदद ही नहीं करता, तो फिर उसके होने का असली उद्देश्य क्या है. उन्होंने कहा कि इस संस्था में बहुत संभावनाएं हैं, लेकिन यह अब तक अपने मकसद पर खरी नहीं उतरी है.
मेरी असली उपलब्धि लोगों की जान बचाना है- ट्रंप
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उन्होंने सात युद्धों को समाप्त किया और इसके लिए किसी पुरस्कार से ज्यादा उनके लिए असली इनाम वह होगा कि बच्चे अपने माता-पिता के साथ सुरक्षित जीवन जी सकें. उन्होंने कहा, "लोग कहते हैं कि मुझे इन उपलब्धियों के लिए नोबेल शांति पुरस्कार मिलना चाहिए, लेकिन मेरे लिए असली पुरस्कार वह है कि लाखों लोग अब निरर्थक और हिंसक युद्धों में मारे नहीं जा रहे हैं. मेरे लिए महत्वपूर्ण पुरस्कार जीतना नहीं, बल्कि जीवन बचाना है. हमने इन सात युद्धों में लाखों लोगों की जान बचाई. ऐसे और भी काम हैं, जिन पर हम काम कर रहे हैं.
उन्होंने यह भी कहा कि कोई राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री पहले ऐसा नहीं कर सका. उन्होंने केवल सात महीनों में ये युद्ध समाप्त किए. ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र की भूमिका पर भी सवाल उठाया और कहा कि इन युद्धों को समाप्त करने में संयुक्त राष्ट्र ने कभी मदद नहीं की. उन्होंने मजाकिया अंदाज में यह भी बताया कि उन्हें यूएन से केवल एक रुकी हुई एस्केलेटर और एक खराब काम करने वाला टेलीप्रॉम्प्टर मिला.