UN तक पहुंची पहलगाम आतंकी हमले की गूंज, PM शाहबाज की बढ़ी धुकधुकी, 10 अपडेट्स

5 days ago

Last Updated:April 26, 2025, 07:21 IST

Pahalgam Terror Attack: पहलगाम में 26 निर्दोष पर्यटकों की हत्‍या ने देश के साथ ही दुनिया को भी हिलाकर रख दिया है. अब यूएन सिक्‍योरिटी काउंसिल ने भी इसकी कड़े शब्‍दों में निंदा करते हुए गुनहगारों को न्‍याय के कठ...और पढ़ें

UN तक पहुंची पहलगाम आतंकी हमले की गूंज, PM शाहबाद की बढ़ी धुकधुकी, 10 अपडेट्स

पहलगाम आतंकी हमले से पूरी दुनिया हिली हुई है. यूएन सिक्‍योरिटी काउंसिल ने इस घटना की कड़ी निंदा की है. वहीं, हमले में मारे गए लोगों को देश कि विभिन्‍न हिस्‍सों में श्रद्धांजलि दी जा रही है. (फोटो: पीटीआई)

हाइलाइट्स

पहलगाम आतंकी हमले की यूएन सिक्‍योरिटी काउंसिल ने की निंदाअब कहां और किसको मुंह दिखाएंगे प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफभारत सख्‍त कदम उठाने का किया है ऐलान, टेंशन में पाकिस्‍तान

नई दिल्‍ली. पहलगाम में निर्दोष निहत्‍थे 26 पर्यटकों की बर्बर तरीके से हत्‍या की गूंज UN तक पहुंच चुकी है. UN सिक्‍योरिटी काउंसिल ने इस आतंकवादी हमले की कड़े शब्‍दों में निंदा की है. 15 सदस्‍यों वाली सुरक्षा परिषद ने हमले के गुनहगारों को न्‍याय के कठघरे तक लाने की बात कही है. इसके बाद अब पाकिस्‍तान दबाव और बढ़ गया है. खासकर प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ की हालत इंटरनेशनल फोरम पर और बत्‍तर हो गई है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) ने कहा कि आतंकवाद अपने सभी रूपों में अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए सबसे गंभीर खतरों में से एक है. यूएन सिक्‍योरिटी काउंसिल ने कहा,’सुरक्षा परिषद के सदस्यों ने 22 अप्रैल को जम्मू और कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की, जिसमें कम से कम 26 लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए.’ बता दें कि प्रेस स्‍टेटमेंट यूएनएससी अध्यक्ष द्वारा सभी 15 सदस्यों की ओर से मीडिया को दिया गया एक घोषणापत्र होता है. पाकिस्तान वर्तमान में यूएनएससी में एक अस्थायी सदस्य के रूप में बैठता है.

पढ़ें पहलगाम हमले के 10 लेटेस्‍ट अपडेट्स -:

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर असदुद्दीन औवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के नेता वारिस पठान ने कहा कि मैं हिंदुस्तानी मुस्लिम हूं, जरूरत पड़ी तो सरहद पर जाऊंगा. आतंकवादियों से मुकाबला करूंगा और खदेड़ दूंगा. वारिस पठान ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले की जितनी निंदा की जाए, कम है. आतंकवादियों ने धर्म के आधार पर पर्यटकों को मारा, यह गलत है. भारत के लोग एक साथ हैं, सभी निंदा कर रहे हैं. हर भारतीय इस घटना से दुखी है. हर भारतीय चाहता है कि आतंकवाद का खात्मा हो. ऑल पार्टी मीटिंग में सभी ने कहा कि सरकार जो फैसला लेगी, हम उनके साथ हैं. हम चाहते हैं कि सरकार एक्शन ले. श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा दिसानायके ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन कर पहलगाम आतंकवादी हमले में निर्दोष लोगों की मौत पर अपनी संवेदना व्यक्त की और इस जघन्य कृत्य की निंदा की. दिसानायके ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, ‘पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले से गहरा सदमा लगा है, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई. श्रीलंका की एकजुटता और आतंकवाद के खिलाफ हमारी साझा प्रतिबद्धता को व्यक्त करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की. हम पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं. हम इस कठिन समय में भारत के साथ खड़े हैं.’ जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में गत 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान को लेकर कई सख्त फैसले लिए हैं. इनमें सिंधु जल संधि निलंबित करने, पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेजने और पाकिस्तानी उच्चायोग में कर्मचारियों की संख्या घटाने जैसे अहम कदम शामिल हैं. इन फैसलों के बाद पाकिस्तान में लोगों के बीच घबराहट और असुरक्षा का माहौल देखने को मिल रहा है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर कई पाकिस्तानी यूजर्स भारत की ओर से संभावित जवाबी कार्रवाई की आशंका जता रहे हैं. साथ ही इस गंभीर स्थिति को लेकर तंज भरे मीम्स और चुटकुलों के माध्यम से वे अपनी सरकार पर भी निशाना साध रहे हैं. अधिकारियों ने बताया कि एनआईए की विशेष टीमों ने दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के आतंकवादियों द्वारा किए गए घातक हमले में जीवित बचे पर्यटकों सहित प्रत्यक्षदर्शियों से संपर्क करना शुरू कर दिया है. यूएवी और ड्रोन जैसे नवीनतम गैजेट से लैस, जम्मू-कश्मीर पुलिस, सेना और अर्धसैनिक बलों ने पहलगाम और जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर पीर पंजाल रेंज के घने जंगलों में आतंकवादियों की तलाश के लिए अपने बड़े पैमाने पर अभियान जारी रखे हैं. 22 अप्रैल को 26 लोगों की जान लेने वाले आतंकी हमले की शुरुआती जांच से संकेत मिलता है कि इसमें शामिल आतंकवादियों की संख्या पांच से सात हो सकती है. अधिकारियों ने कहा कि उन्हें कम से कम दो स्थानीय आतंकवादियों ने मदद की थी, जिन्हें पाकिस्तान में प्रशिक्षण मिला था. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने सऊदी अरब के समकक्ष फैसल बिन फरहान अल सऊद से पहलगाम आतंकी हमले और इसके सीमा पार संबंधों के बारे में बात की. जयशंकर ने सोशल मीडिया पोस्ट में इस बातचीत का जिक्र किया. उन्होंने एक्स पर लिखा, ‘सऊदी अरब के विदेश मंत्री @FaisalbinFarhan से टेलीकॉन्‍शन हुआ. पहलगाम आतंकी हमले और इसके सीमा पार संबंधों के बारे में चर्चा की.’ बता दें कि पहलगाम आतंकी हमले के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी अरब में थे. जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले के बाद भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को लेकर केंद्र और राज्य सरकारें सतर्क हो गई हैं. इस सिलसिले में पुणे और हरियाणा प्रशासन ने स्थिति पर कड़ी नजर रखते हुए संबंधित विभागों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं. पुणे जिले में वर्तमान में 111 पाकिस्तानी नागरिक रह रहे हैं, जिनमें से 91 लोग दीर्घकालिक वीजा पर भारत में हैं. इनमें 35 पुरुष और 56 महिलाएं शामिल हैं, जबकि 20 नागरिक विजिटर वीजा पर रह रहे हैं. शहर पुलिस की विदेशी नागरिक शाखा के अनुसार, अब तक तीन पाकिस्तानी नागरिक भारत छोड़ चुके हैं. पुणे कलेक्टर जितेन्द्र डुडी ने बताया कि अधिकांश पाकिस्तानी नागरिक भारत में अपने रिश्तेदारों से मिलने या चिकित्सा उपचार के उद्देश्य से आए हैं। दीर्घकालिक वीजा पांच वर्षों के लिए वैध होता है, जबकि विजिटर वीजा की अवधि केवल 90 दिन की होती है. दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों की हाल ही में हुई हत्याओं पर शोक जताने के लिए ऐतिहासिक जामा मस्जिद में दो मिनट का मौन रखा गया. नमाज का नेतृत्व करने वाले मीरवाइज उमर फारूक ने बाद में आतंकी हमले को अविश्‍वसनीय और पूरी तरह से अस्वीकार्य बताया. मीरवाइज को चार सप्ताह बाद शहर के डाउनटाउन इलाके में जामिया मस्जिद में शुक्रवार की सामूहिक नमाज अदा करने की अनुमति दी गई, उन्होंने सरकार से 22 अप्रैल के हमले में घायल हुए लोगों से मिलने की भी अनुमति मांगी. मीरवाइज ने सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘हत्याओं ने हमारे दिलों को छलनी कर दिया है. हमने सुना है कि इन लोगों से पहले उनकी धार्मिक पहचान पूछी गई और फिर उनके परिवारों के सामने उनकी हत्या कर दी गई. यह अविश्‍वसनीय घटना है.’ पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद पूरे देश में आक्रोश है. आतंकवाद पोषित पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए केंद्र सरकार ने कई बड़े और कड़े फैसले लिए हैं, जिनमें भारत में मौजूद पाकिस्तानी नागरिकों को निकालना और नया वीजा नहीं जारी करना शामिल है. इस पर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि केंद्र के फैसले का सख्ती से पालन किया जाएगा. दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘दिल्ली सरकार इन आदेशों का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित कर रही है. उल्लंघन पर पूरी ईमानदारी से नजर रखी जा रही है और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.’ जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की दुनिया भर में चौतरफा निंदा हो रही है. अमेरिकी के नेशनल इंटेलिजेंस की डायरेक्टर तुलसी गबार्ड ने आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ एकजुटता से खड़े होने की बात दोहराई. तुलसी गबार्ड ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, ‘हम पहलगाम में 26 हिंदुओं को निशाना बनाकर किए गए भयानक इस्लामी आतंकवादी हमले के मद्देनजर भारत के साथ एकजुटता में खड़े हैं. मेरी प्रार्थनाएं और गहरी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजन खो दिए.’ पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले में 20 साल के सैयद आदिल हुसैन शाह ने पर्यटकों को बचाने का सेल्‍फलेस प्रयास करते हुए अपनी जान गंवा दी. युवक के बलिदान पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उसके परिवार से शुक्रवार को वीडियो कॉल पर बात की और उन्हें पांच लाख रुपए की आर्थिक सहायता सौंपी. सहायता राशि का चेक शिवसेना कार्यकर्ताओं और सीमा अधिकारियों ने व्यक्तिगत रूप से सैयद आदिल हुसैन शाह के परिवार वालों को दिया. इस अवसर पर एकनाथ शिंदे ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सैयद के परिवार से बातचीत की और हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हुए सांत्वना दी.

Location :

New Delhi,Delhi

First Published :

April 26, 2025, 07:10 IST

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