Mehul Choksi arrested in Belgium on India request for extradition: पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के 14,000 करोड़ रुपये के घोटाले के मुख्य आरोपी और भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को बेल्जियम में गिरफ्तार किया गया है. यह खबर 14 अप्रैल 2025 को सामने आई, जब भारतीय जांच एजेंसियों के अनुरोध पर बेल्जियम पुलिस ने चोकसी को हिरासत में लिया.
बैंक घोटाले मामले में अब होगा न्याय?
यह गिरफ्तारी मुंबई की एक अदालत द्वारा जारी दो गैर-जमानती वारंट (23 मई 2018 और 15 जून 2021) के आधार पर हुई है. भारतीय अधिकारी अब चोकसी के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू करने में जुटे हैं.चोकसी लंबे समय से फरार था और अब उसकी गिरफ्तारी से इस बड़े बैंक घोटाले में न्याय की उम्मीद बढ़ गई है. टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक,भारतीय अधिकारियों ने चोकसी का पता लगाने के बाद बेल्जियम सरकार से उसके प्रत्यर्पण की मांग की थी. सूत्रों का कहना है कि चोकसी कथित तौर पर इलाज के बहाने स्विट्जरलैंड जाने की योजना बना रहा था. उसने वहां एक कैंसर अस्पताल में इलाज की बात कही थी.
मेहुल और नीरव मोदी पर अरबों का धोखाधड़ी करने का आरोप
मेहुल चोकसी, उनके भतीजे नीरव मोदी, उनके परिवार के सदस्यों, कर्मचारियों और कुछ बैंक अधिकारियों पर पीएनबी की मुंबई स्थित ब्रैडी हाउस शाखा में धोखाधड़ी का आरोप लगा है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने इस मामले में जांच शुरू की थी. आरोप है कि चोकसी और नीरव मोदी ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए बैंक से भारी रकम हासिल की, जिससे पीएनबी को अरबों रुपये का नुकसान हुआ.
2018 में चोकसी भारत से हुआ था फरार
चोकसी 2018 में भारत से फरार हो गया था और तब से वह एंटीगुआ और बारबुडा में रह रहा था. उसने वहां की नागरिकता ले ली थी, जिसके बाद भारत सरकार के लिए उसे वापस लाना मुश्किल हो गया था.
एंटीगुआ की ली नागरिकता
2021 में चोकसी एक बार फिर सुर्खियों में आया, जब वह एंटीगुआ से गायब हो गया और बाद में डोमिनिका में पकड़ा गया. उसने दावा किया था कि उसे भारतीय एजेंसियों ने अगवा किया, लेकिन जांच में यह बात गलत साबित हुई. इसके बाद उसे इलाज के लिए एंटीगुआ वापस भेज दिया गया था.
बेल्जियम में बनाया नया ठिकाना
हाल ही में खबर आई थी कि चोकसी अपनी पत्नी प्रीति के साथ बेल्जियम के एंटवर्प शहर में रह रहा था. उसने कथित तौर पर फर्जी दस्तावेजों के जरिए वहां रेजिडेंसी कार्ड हासिल किया था. भारतीय एजेंसियां लंबे समय से उसका पीछा कर रही थीं और अब उसकी गिरफ्तारी से इस मामले में बड़ी कामयाबी मिली है.
चोकसी का होगा प्रत्यर्पण?
सीबीआई और ईडी अब चोकसी के प्रत्यर्पण के लिए पूरी ताकत लगा रही हैं. हालांकि, चोकसी के वकील ने दावा किया है कि वह कैंसर का मरीज है और स्वास्थ्य कारणों से यात्रा नहीं कर सकता. दूसरी ओर, भारतीय एजेंसियां उसकी जमानत का विरोध करने की तैयारी में हैं. यह गिरफ्तारी भारत के लिए एक बड़ी जीत है, क्योंकि चोकसी और नीरव मोदी जैसे भगोड़ों को वापस लाने की कोशिशें सालों से चल रही हैं. नीरव मोदी इस समय लंदन की जेल में है और उसका प्रत्यर्पण भी लंबित है. चोकसी की गिरफ्तारी से पीएनबी घोटाले के पीड़ितों को इंसाफ मिलने की उम्मीद बढ़ी है.