Last Updated:April 14, 2025, 11:09 IST
Bihar Chunav 20025: बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए का नेतृत्व कौन करेगा? इस सवाल का जवाब भाजपा का शीर्ष नेतृत्व कई बार दे चुका है, लेकिन गाहे-बगाहे भाजपा नेताओं के ऐसे बयान सामने आ जा रहे हैं जिससे एनडीए में भी...और पढ़ें

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए बिहार चुनाव लड़ेगा.
हाइलाइट्स
बिहार चुनाव में एनडीए का नेतृत्व नीतीश कुमार करेंगे.नायब सिंह सैनी के बयान से विवाद, जदयू ने नीतीश का समर्थन किया.भाजपा ने नीतीश कुमार के नेतृत्व पर कोई संदेह नहीं जताया.पटना. बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच सीएम पद के चेहरे को लेकर बिहार प्रदेश के दो मुख्य गठबंधनों के बीच अभी भी खींचतान खत्म नहीं हुई है. एक ओर जहां महागठबंधन में तेजस्वी यादव के नाम को लेकर कांग्रेस ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं, वहीं अब तक नीतीश कुमार का नाम एनडीए में तय माना माना जाता रहा है, लेकिन इसमें अब हरियाणा के मुख्यमंत्री और भाजपा नेता नायब सिंह सैनी के बयान ने ट्विस्ट ला दिया है. उनके बिहार में एनडीए के नेतृत्व करने को लेकर दिये गए बयान पर बवाल मच गया. दरअसल, उन्होंने गुरुग्राम की एक सभा में कह दिया कि बिहार चुनाव में एनडीए का नेतृत्व सम्राट चौधरी करेंगे और उनके नेतृत्व में जीत हासिल करेंगे. उनकी इस बात पर जदयू की ओर से भी प्रतिक्रिया सामने आ गई और पार्टी के प्रवक्ता मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने बयान जारी कर कहा कि बिहार की सरजमी से एक ही बात निकलती है, नीतीश है तो निश्चिंत हैं. अब इस मसले पर भारतीय जनता पार्टी की ओर से भी सफाई आ गई है और पार्टी की ओर से कहा गया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नाम पर कोई भी किंतु और परंतु की बात ही नहीं है. लेकिन सवाल यह है कि आखिर बीजेपी में किस बात को लेकर दुविधा है जो वह नीतीश कुमार के नाम पर एक कदम आगे बढ़ती दिखती है तो फिर अपने कदम पीछे भी खींच लेती है.
बता दें कि बिहार एनडीए में सीएम फेस के विवाद ने फिर तब जोर पकड़ा जब नई दिल्ली से सटे गुरुग्राम में रविवार (13 अप्रैल) को महात्मा ज्योतिबा फूले की जयंती के मौके पर ऑल इंडिया सैनी सेवा समाज कार्यक्रम में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने एक बयान दे दिया. दरअसल, इस कार्यक्रम में सम्राट चौधरी के साथ हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी भी पहुंचे थे. इसी दौरान उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि, बिहार चुनाव का एनडीए का नेतृत्व सम्राट चौधरी करेंगे और उनके नेतृत्व में जीत भी हासिल करेंगे.अब पार्टी की तरफ से सम्राट चौधरी का नाम भी आगे कर दिया गया है. वहीं,नायब सिंह सैनी के बयान के बाद तत्काल ही जेडीयू ने भी रिएक्ट किया.
जेडीयू ने दी प्रतिक्रिया-नीतीश है तो निश्चित है
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के बयान के बाद जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने बयान जारी कर कहा कि बिहार की सरजमीं से एक ही बात निकलती है- नीतीश है तो निश्चित है. जेडीयू प्रवक्ता ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सार्वजनिक तौर पर यह कह दिया है कि अगला चुनाव नीतीश जी के नेतृत्व में ही लड़ेंगे.सम्राट चौधरी भी कई बार कह चुके हैं कि इस बार भी नीतीश कुमार ही सीएम होंगे. वहीं, एनडीए के पांचों घटक डालने सहमति दे दी है-2025 से 30 फिर से नीतीश.
बीजेपी की हां और ना की ये कैसी दुविधा?
वहीं इस मामले पर अब बीजेपी ने भी तस्वीर साफ कर दी है और कहा है कि नीतीश कुमार के नाम पर कोई इफ और बट नहीं है. बीजेपी के प्रवक्ता प्रभाकर मिश्रा ने साफ तौर पर कहा है कि बिहार विधानसभा में एनडीए गठबंधन नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगा. भाजपा के सिर्फ नेता नेताओं ने पहले भी यह बात कह दी है.एनडीए में सर्वमान्य नेता नीतीश कुमार जी हैं और इन्हीं के नेतृत्व में चुनाव लड़ना तय है. भारतीय जनता पार्टी के सिर्फ नेतृत्व को कई बार स्पष्ट कर चुका है और इसमें कोई भी किंतु परंतु का कोई सवाल नहीं है. लेकिन, राजनीति के जानकार कहते हैं कि सवाल तो बीजेपी में दुविधा को लेकर है.
नीतीश कुमार के नाम पर बीजेपी इस पेंच में फंसी है
वरिष्ठ पत्रकार अशोक कुमार शर्मा कहते हैं, दरअसल बीजेपी अपनी यह भावना कई बार जाहिर कर चुकी है कि वह बिहार में अपने दम पर सरकार बनाना चाहती है. बीजेपी के सभी नेताओं की यह दबी आकांक्षा तो है ही, इसमें कोई दोराय नहीं है. बीते दिनों डिप्टी सीएम विजय सिन्हा का यह बयान कि अटल बिहारी वाजपेयी का सपना तभी साकार होगा जब बिहार में बीजेपी अपने दम पर सरकार बनाएगी. सम्राट चौधरी को जब अध्यक्ष बनाया गया था तब भी बीजेपी की यही इच्छा थी कि अपनी लीडरशिप को ताकत दी जाए. लेकिन, बिहार की राजनीति का पेंच ऐसा है कि बिना नीतीश कुमार के बीजेपी के पास कोई चारा नहीं है. दरअसल आरजेडी के 40 प्रतिशत वोट फिक्स हैं तो दूसरी ओर 15 प्रतिशत करीब नीतीश कुमार के नाम पर भी हैं. ऐसे में बीजेपी के लिए बिना नीतीश कोई गुजारा नहीं.
बीजेपी का वो सपना जो अभी अधूरा है..
अशोक कुमार शर्मा कहते हैं कि बिहार की जातिगत राजनीतिक समीकरण की उलझन में तो बीजेपी फंसी ही हुई है, साथ ही सीएम नीतीश कुमार के जैसा कोई चेहरा है भी नहीं जो उनका विकल्प बन सके. आज भी अपनी राजनीतिक उम्र के इस अंतिम पड़ाव पर भी नीतीश कुमार के फेस के आगे न तो बीजेपी और न ही महागठबंधन में कोई ऐसा चेहरा है जिसपर बिहार की जनता को पूर्ण विश्वास हो. बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व को भी यह बात पता है और नीतीश कुमार के नाम पर ही वह आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में उतरेगी, यह तय है. लेकिन, समय-समय पर बीजेपी नेताओं की दबी महत्वाकांक्षा जागृत हो जाया करती है. खास तौर पर जब बीजेपी का अपना कार्यक्रम हो और अपना ही मंच हो तो इस इच्छा को इजहारे बयां कर जाते हैं. ऐसा ही नायब सिंह सैनी ने किया है.
First Published :
April 14, 2025, 11:09 IST