AI171 क्रैश का खौफ या फिर... छुट्टी पर एयर इंडिया के 112 पायलट, बड़ी मुसीबतें

1 month ago

Last Updated:July 25, 2025, 10:30 IST

Air India Pilots on Sick Leave: अहमदाबाद एयर इंडिया प्‍लेन क्रैश का पायलट के मा‍नसिक स्‍वास्‍थ्‍य पर गहरा असर पड़ा है. मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 16 जून को 112 पायलट सिक लीव पर चले गए थे.

AI171 क्रैश का खौफ या फिर... छुट्टी पर एयर इंडिया के 112 पायलट, बड़ी मुसीबतें

हाइलाइट्स

एयर इंडिया क्रैश के बाद पायलट गए छुट्टी पर.एयर इंडिया के 112 पायलट ने ली सिक लीव.डीजीसीए ने एयर इंडिया को जारी किए दिशा निर्देश.

Ahmedabad AI171 Plane Crash: अहमदाबाद में 12 जून को हुए प्‍लेन क्रैश के बाद एयर इंडिया के सौ से अधिक पायलट छुट्टी पर चले गए. इस छुट्टी के पीछे एआई-171 क्रैश का खौफ है या फिर कोई दूसरी वजह. यह सवाल अभी भी सभी के लिए पहली बना हुआ है. पर हकीकत यही है कि एयर इंडिया प्‍लेन क्रैश के बाद एयर इंडिया के 112 पायलट छुट्टी पर चले गए थे. छुट्टी पर जाने वाले पायलट में 51 कमांडर और 61 फर्स्ट ऑफिसर शामिल थे. बता दें कि अहमदाबाद में प्‍लेन क्रैश का मानसिक असर न केवल पैसेंजर्स में हुआ है, बल्कि फ्लाइट क्रू को भी झकझोर दिया है.

केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय और डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) ने इस स्थिति को बेहद गंभीरता से लिया है. डीजीसीए ने एयरलाइंस को अपने फ्लाइट क्रू के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर ठोस और प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं. गुरुवार को लोकसभा में नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने बताया कि 16 जून को एयर इंडिया के 112 पायलटों ने एक साथ सिक लीव (बीमारी की छुट्टी) पर चले गए. इन पायलट्स में 51 कमांडर और 61 फर्स्ट ऑफिसर शामिल थे. यह संख्या सामान्य से कहीं अधिक थी.

उन्‍होंने ने कहा कि डीजीसीए ने पहले ही फ्लाइट क्रू यानी पायलट और एयर ट्रैफिक कंट्रोलर (ATC) के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर एक मेडिकल सर्कुलर जारी किया है. इस सर्कुलर में मानसिक स्वास्थ्य की जांच के लिए त्वरित और प्रभावी तरीकों की सलाह दी गई है, जो डीजीसीए के अधिकृत मेडिकल एग्‍जामिनर आसानी से लागू कर सकते हैं.

डीजीसीए के सर्कुलर की खास बातें
1. मानसिक स्वास्थ्य की हो जांच: डीजीसीए ने एयर इंडिया को सलाह दी है कि मानसिक स्वास्थ्य का आकलन करने के लिए आसान और प्रभावी तरीके अपनाए जाएं. ये जांच डीजीसीए के पैनल में शामिल डॉक्टरों द्वारा क्‍लास 1, 2 और 3 की मेडिकल जांच के दौरान की जा सकती है.

2. पायलट और एटीसी को दिया जाए प्रशिक्षण: सभी एयरलाइनों को अपने पायलटों और एयर ट्रैफिक कंटा्रल ऑफिसर के लिए मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं को समझने और उसे संभालने के लिए खास ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू करने को कहा है. यह ट्रेनिंग अलग और उनके अनुकूलित होनी चाहिए.

3. एयरपोर्ट स्‍टाफ के लिए शुरू हो यह प्रोग्राम: एयरलाइनों, फ्लाइंग ट्रेनिंग ऑर्गनाइजेशन्स (एफटीओ) और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) को अपने स्‍टाफ के लिए पीयर सपोर्ट प्रोग्राम (पीएसपी) शुरू करने की सलाह दी गई है। यह प्रोग्राम नॉन प‍निशेबल होना चाहिए और स्‍टाफ को उनकी मानसिक समस्याओं को पहचानने, उनसे निपटने और उन्हें हल करने में मदद करना चाहिए.

Anoop Kumar MishraAssistant Editor

Anoop Kumar Mishra is associated with News18 Digital for the last 3 years and is working on the post of Assistant Editor. He writes on Health, aviation and Defence sector. He also covers development related to ...और पढ़ें

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