Last Updated:July 14, 2025, 19:44 IST

इनकम टैक्स विभाग ने कई स्थानों पर सर्च ऑपरेशन चलाया. (रॉयटर्स)
नई दिल्ली. इनकम टैक्स विभाग ने सोमवार 14 जुलाई को एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए देशभर के कई राज्यों में एक व्यापक सत्यापन यानी सर्च ऑपरेशन अभियान चलाया. यह कार्रवाई उन व्यक्तियों और एजेंसियों के खिलाफ की गई है जो आयकर रिटर्न (ITR) में फर्जी छूट और कटौतियों का दावा कर रहे थे. इनकम टैक्स विभाग के मुताबिक जांच में ये बात भी सामने आया हुआ कि कुछ ITR प्रिपेयर्स और कई बिचौलिए एक सुनियोजित तरीके से फर्जी डिडक्शन और टैक्स छूट के नाम पर रिटर्न दाखिल कर रहे थे .यहां तक कि कुछ मामलों में फर्जी TDS रिटर्न दाखिल कर, अधिक रिफंड पाने की कोशिश की गई.
6 राज्यों के 200 लोकेशन पर की गई सर्च ऑपरेशन की कार्रवाई
इनकम टैक्स विभाग के वरिष्ठ सूत्र अधिकारी ने बताया कि ये मामला थर्ड-पार्टी डेटा, ग्राउंड इंटेलिजेंस और अत्याधुनिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल्स की मदद से इन गड़बड़ियों की पहचान की. महाराष्ट्र, तमिलनाडु, दिल्ली, गुजरात, पंजाब और मध्य प्रदेश में की गई छापेमारी से अहम डिजिटल और दस्तावेजी सबूत सामने आए हैं और फिलहाल इस मामले में तफ्तीश का दायरा काफी आगे बढ़ता हुआ नजर आ रहा है .
इनकम टैक्स के मुताबिक इन सेक्शनों का दुरुपयोग पाया गया है:
10(13A) – हाउस रेंट अलाउंस
80GGC – राजनीतिक चंदा
80E – शिक्षा ऋण पर ब्याज
80D – स्वास्थ्य बीमा
80EE, 80EEB – होम लोन/इलेक्ट्रिक व्हीकल
80G, 80GGA – चैरिटेबल डोनेशन
80DDB – गंभीर बीमारी का खर्च
इस घोटाले में MNC, PSU, सरकारी विभाग, शिक्षण संस्थानों और स्टार्टअप से जुड़े कर्मचारी और उद्यमी भी शामिल हैं. लोगों को मोटे रिफंड का लालच देकर ये गिरोह कमीशन पर रिटर्न फाइल करते हैं. कई मामलों में फर्जी ईमेल IDs का उपयोग कर bulk filing की गई, जिससे विभाग की नोटिसें संबंधित करदाता तक नहीं पहुंच पाईं.
“ट्रस्ट टैक्सपेयर्स फर्स्ट” नीति के तहत विभाग ने लोगों को खुद सुधार का मौका भी दिया
पिछले चार महीनों में लगभग 40,000 करदाताओं ने अपनी ITR अपडेट की और ₹1,045 करोड़ की फर्जी छूट खुद ही हटा ली. हालांकि, कई लोग अब भी मास्टरमाइंड एजेंटों के बहकावे में आकर नियमों की अनदेखी कर रहे हैं.
अब विभाग कड़ी कार्रवाई के मूड में है
जिन लोगों ने अब तक फर्जी दावे वापस नहीं लिए हैं, उनके खिलाफ सख्त जुर्माना और कानूनी कार्रवाई तय है. देशभर में 150 स्थानों पर जारी जांच से जुड़े डिजिटल सबूत जुटाए जा रहे हैं.
इनकम टैक्स विभाग की सलाह
किसी अनधिकृत एजेंट के झांसे में न आएं
अपनी इनकम और सही ईमेल/फोन नंबर अपडेट रखें
रिफंड के लालच में फर्जी दावे न करें
इनकम टैक्स विभाग द्वारा इस मामले की जांच अभी जारी है. जल्द ही इस मामले में कुछ बड़ा खुलासा किया जा सकता है..
राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h...और पढ़ें
राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h...
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New Delhi,Delhi