Last Updated:July 08, 2025, 02:36 IST
DRDO ATAGS Gun: भारत ने 48 किलोमीटर तक मार करने वाली ATAGS तोप बनाई है. इसमें 25 गोले एक साथ भरे जा सकते हैं. यह 155mm/52 कैलिबर तोप दुनिया की बेस्ट तोपों में शामिल है.

DRDO ने प्राइवेट प्लेयर्स के साथ मिलकर बनाई है ATAGS (Photo : ANI)
हाइलाइट्स
ATAGS तोप की मारक क्षमता 48 किलोमीटर तक है.ATAGS में 25 गोले एक साथ भरे जा सकते हैं.DRDO ने ATAGS को गाइडेड फायर के साथ विकसित किया.पुणे: भारतीय सेना की ताकत अब और ज्यादा घातक होने जा रही है. पुणे स्थित डीआरडीओ ने जिस ‘एडवांस्ड टोन्ड आर्टिलरी गन सिस्टम’ (ATAGS) को तैयार किया है, वो न सिर्फ रेंज में दुनिया की टॉप तोपों में शामिल है, बल्कि इसकी मारक क्षमता अब और भी खतरनाक होने वाली है. ATAGS एक 155 मिमी, 52 कैलिबर की आधुनिक तोप है जिसे डीआरडीओ ने निजी कंपनियों- भारत फोर्ज और टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स के साथ मिलकर विकसित किया है. इसकी अधिकतम फायरिंग रेंज 48 किलोमीटर तक है, जो इसे ग्लोबल टॉप रेंज गन सिस्टम्स में लाकर खड़ा करता है.
क्यों खास है यह ATAGS?
इस प्रोजेक्ट के डायरेक्टर आर. पी. पांडे के मुताबिक, ATAGS ज़ोन 7 में बीएमसीएस फायरिंग कैपेबिलिटी के साथ 48 किलोमीटर तक दुश्मन को नेस्तनाबूद कर सकती है. इसमें 25 गोले रखने की क्षमता है, और यह पूरी तरह स्वदेशी डिजाइन पर आधारित है.
ARDE पुणे के डायरेक्टर ए. राजू ने बताया कि यह दुनिया की सबसे बेहतर आर्टिलरी गन में से एक है. उन्होंने कहा कि यह 75% स्वदेशी है और इसके बाकी हिस्सों को भी 100% स्वदेशी बनाने की दिशा में काम हो रहा है.
#WATCH | Pune, Maharashtra: The Advanced Towed Artillery Gun System (ATAGS), an indigenously developed artillery gun for use by the Indian Army, has been developed by DRDO (Defence Research and Development Organisation) in collaboration with private firms like Bharat Forge and… pic.twitter.com/onYMWmsrFA
अब DRDO इसका अगला वर्जन गाइडेड एम्युनिशन के साथ तैयार कर रहा है. यानी अब तक यह तोप अनगाइडेड गोले दागती थी, लेकिन जल्द ही इसमें ऐसे गोले फिट होंगे जो टारगेट को और सटीकता से निशाना बनाएंगे. यह तकनीक ATAGS को भविष्य की युद्ध रणनीतियों के लिए और भी उपयुक्त बना देगी.
भारतीय सेना ने मार्च 2025 में इस तोप की 307 यूनिट्स का ऑर्डर दिया है. भारत फोर्ज और टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स के बीच यह ऑर्डर 60:40 के अनुपात में बांटा गया है. पांच सालों में सभी यूनिट्स सेना को डिलीवर कर दी जाएंगी.
Deepak Verma is a journalist currently employed as Deputy News Editor in News18 Hindi (Digital). Born and brought up in Lucknow, Deepak's journey began with print media and soon transitioned towards digital. He...और पढ़ें
Deepak Verma is a journalist currently employed as Deputy News Editor in News18 Hindi (Digital). Born and brought up in Lucknow, Deepak's journey began with print media and soon transitioned towards digital. He...
और पढ़ें
Location :
Pune,Maharashtra