संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) से पहले न्यूयॉर्क के टेलीकॉम नेटवर्क को निशाना बनाने वाली बड़ी साजिश को अमेरिकी सीक्रेट सर्विस ने नाकाम कर दिया है. मंगलवार (23 सितंबर) को अमेरिकी सीक्रेट सर्विस ने बताया कि उसने 1 लाख से ज्यादा SIM कार्ड्स का एक नेटवर्क ध्वस्त किया है, जो न्यूयॉर्क के टेलीकॉम नेटवर्क को क्रैश कर सकता था. इस ऑपरेशन में एडवांस्ड थ्रेट इंटरडिक्शन यूनिट, होमलैंड सिक्योरिटी डिपार्टमेंट, नेशनल इंटेलिजेंस डाइरेक्टोरेट, न्यूयॉर्क पुलिस और अन्य राज्य और स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियां शामिल थीं.
टीम ने न्यूयॉर्क शहर के ठीक बाहर एक अपार्टमेंट में स्वैटिंग सिग्नल का पता लगाया, लेकिन उस अपार्टमेंट में कोई नहीं मिला. सीक्रेट सर्विस के मुताबिक, ये डिवाइस सेल टावर्स को बंद कर सकते थे, डिनायल-ऑफ-सर्विस हमले कर सकते थे और खतरे में शामिल लोगों के बीच एन्क्रिप्टेड कम्युनिकेशन सक्षम कर सकते थे. इनमें संभवतः किसी राष्ट्र का लिंक भी हो सकता था. यह खतरा UN महासभा के चल रहे सेशन के 35 मील के दायरे में केंद्रित था, जहां दुनिया के नेता फिलिस्तीन को मान्यता देने और गाजा पर तुरंत कार्रवाई की मांग पर चर्चा कर रहे हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आज (23 सितंबर) इस सेशन को संबोधित करेंगे.
बड़ी साजिश नाकाम
अमेरिकी सीक्रेट सर्विस ने एक बयान में कहा, 'ये डिवाइस सिर्फ अनजान फोन कॉल करके धमकी देने के लिए ही नहीं, बल्कि कई तरह के टेलीकॉम हमलों में इस्तेमाल हो सकते थे. इसके जरिए मोबाइल टावर को बंद किया जा सकता था, सर्विस को रोकने वाले हमले किए जा सकते थे और अपराधियों के बीच गुप्त और एन्क्रिप्टेड बातचीत की सुविधा दी जा सकती थी.' इस ऑपरेशन में कई फेडेरल और स्थानीय एजेंसियां शामिल थीं और मामला अब भी जांच के तहत है.
UNGC में अचानक माइक बंद क्यों हुआ था?
यह घटना उस वक्त हुई जब 22 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र में तकनीकी खराबियों की वजह से दुनिया के कई नेताओं का माइक अचानक बंद हो गया. ये नेता गाज़ा और फिलिस्तीनी राज्य को लेकर जनरल असेंबली में भाषण दे रहे थे, तभी माइक्रोफोन खराब हो गए. तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैय्यब एर्दोगान, कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी और इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्राबोवो सुबियांतो के भाषण भी इस दौरान भाषण दे रहे थे. हालांकि, इस मामले को लेकर तब एक यूएन स्टाफ सदस्य ने कहा कि ये गड़बड़ियां जनरल असेंबली हॉल के उपकरणों की खराबी के कारण हुईं और इसका कोई संकेत नहीं है कि इसे जानबूझकर किया गया हो.