Last Updated:April 25, 2025, 16:06 IST
Tirupati temple gold reserve: सोने की कीमत में जबरदस्त बढ़ोतरी से तिरुपति बालाजी मंदिर के पास जमा 11,329 किलो सोने की कीमत ₹11,129 करोड़ पहुंच गई है. यह सोना भक्तों द्वारा भेंट में दिया गया है और बैंक में जमा ह...और पढ़ें

तिरुपति मंदिर
देश में सोने की कीमतों ने नया रिकॉर्ड बना लिया है. 25 अप्रैल 2025 को भारत में सोना ₹98,240 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया. इसी के साथ तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) के पास जमा सोने का कुल मूल्य भी ₹11,129 करोड़ से ऊपर हो गया है. यह सिर्फ सोना नहीं, बल्कि करोड़ों भक्तों की आस्था और समर्पण का प्रतीक है.
हर साल आता है हज़ार किलो सोना
श्री वेंकटेश्वर स्वामी के दरबार में हर साल करीब 800 से 1,000 किलो सोना भक्तों द्वारा हंडी में चढ़ाया जाता है. कोई अपनी चेन चढ़ाता है, कोई ब्रेसलेट, तो कोई पूरी की पूरी ज्वेलरी सेट. ये सारी भेंट मंदिर प्रशासन द्वारा पिघलाकर शुद्ध की जाती है, फिर इन्हें सोने की ईंटों (बिस्किट्स) में बदला जाता है और सरकारी बैंकों में जमा किया जाता है.
बैंक में जमा होकर बढ़ रही है संपत्ति
2015 में केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई ‘गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम’ के तहत TTD इस सोने को लंबी अवधि की योजनाओं में जमा करता है. इसके बदले में मंदिर को सालाना 2.5% ब्याज मिलता है. अकेले वित्त वर्ष 2023–24 में ही 1,031 किलो सोना जमा किया गया था. 2024 तक कुल जमा सोना 11,329 किलो हो गया है, जो स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और इंडियन ओवरसीज़ बैंक जैसे बैंकों में रखा गया है.
ब्याज से भी मिल रहे हैं करोड़ों रुपये
इतनी बड़ी मात्रा में सोना जमा होने के चलते सिर्फ ब्याज के तौर पर ही TTD को हर साल करीब ₹278 करोड़ मिलते हैं. ये पैसा मंदिर की व्यवस्थाओं, भंडारा, सामाजिक सेवा और भक्तों की सुविधाओं पर खर्च किया जाता है.
भगवान की सेवा में चढ़ते हैं खास आभूषण
हंडी में चढ़े सोने के अलावा लगभग 500 किलो सोना भगवान श्री वेंकटेश्वर और उत्सव मूर्तियों के लिए बनाए गए आभूषणों के रूप में मंदिर में मौजूद है. इनमें मुकुट, हार, तलवारें, चरणकमल, अंगूठियां, करधनी और अनेक प्रकार के धार्मिक गहने शामिल हैं. इन गहनों की कीमत भी ₹400 से ₹450 करोड़ के बीच मानी जाती है.
आभूषण बनाने से पहले भक्त लेते हैं मंदिर से निर्देश
जब कोई भक्त भगवान को विशेष आभूषण चढ़ाना चाहता है, तो वह पहले TTD से संपर्क करता है. मंदिर प्रशासन आभूषण की लंबाई, चौड़ाई, उसमें लगने वाले रत्न, डिज़ाइन और वजन जैसी पूरी जानकारी देता है. फिर भक्त मंदिर की मंजूरी अनुसार सोने के आभूषण बनवाकर भगवान को अर्पित करते हैं.
DK अधीकेश्वर नायडू की पोती ने चढ़ाई ₹2 करोड़ की माला
हाल ही में पूर्व TTD चेयरमैन डीके अधीकेश्वर नायडू की पोती तेजस्वी ने भगवान को एक खास ‘विजयन्ती माला’ चढ़ाई. इस माला की कीमत करीब ₹2 करोड़ बताई गई है. इस तरह की भेंटें मंदिर की भव्यता और भक्तों की भक्ति दोनों को दर्शाती हैं.
भक्ति का खजाना, जो हर साल बढ़ रहा है
आज तिरुपति बालाजी सिर्फ आस्था का केंद्र नहीं है, बल्कि एक ऐसी संस्था है जिसने भक्तों के समर्पण को सोने में बदलकर सुरक्षित निवेश का रूप दे दिया है. पिछले एक साल में सोने की कीमत में 30% की बढ़ोतरी के चलते मंदिर की कुल संपत्ति ₹8,500 करोड़ से बढ़कर ₹11,129 करोड़ पहुंच गई है. यह न सिर्फ धार्मिक आस्था की ताकत को दिखाता है, बल्कि एक वित्तीय दृष्टिकोण से भी यह प्रेरणादायक है.
First Published :
April 25, 2025, 16:06 IST