Last Updated:September 19, 2025, 14:12 IST
त्रिपुरा पुलिस ने पांच अवैध बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया है. ये अवैध रूप से भारत में रह रहे थे. अब इनको बांग्लादेश भेजने की तैयारी हो रही है.

त्रिपुरा के गोमती जिले में गुरुवार से पांच बांग्लादेशी पकड़े गए हैं. पुलिस ने सभी अवैध बांग्लादेशी नागरिकों को बीएसएफ के हवाले कर दिया है. दरअसल, गुरुवार को पुलिस की जांच चल रही थी. दरअसल, सड़क पर फर्राटे भर रहे ऑटो पुलिस ने जैसे ही रुकने का इशारा किया, उसमें सवार कुछ लोग भागने की कोशिश करने लगे. पुलिस को शक हुआ, और जब ऑटो की तलाशी ली गई. तो माजरा सामने आया कि इसपर सवार पांच लोग अवैध रूप से भारत में दाखिल होने वाले बांग्लादेशी थे. इन पांचों बांग्लादेशी मजदूरों को अपने देश वापस भेजा जाएगा.
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और उदयपुर की एसडीपीओ देबांजलि रे ने पीटीआई को बताया कि इन बांग्लादेशी नागरिकों ने दावा किया कि वे कुछ दिन पहले ही भारतीय सीमा में दाखिल हुए थे. गुरुवार को उदयपुर-अमरपुर रोड पर महारानी आउटपोस्ट के पास नियमित नाकाबंदी के दौरान पुलिस ने एक ऑटो-रिक्शा को रोका. संदेह होने पर पांच यात्रियों को हिरासत में लिया गया. पूछताछ में पता चला कि ये बांग्लादेशी नागरिक बिना वैध दस्तावेजों के भारत में थे और मजदूरी कर रहे थे. रे ने कहा, ‘इन पांच मजदूरों को शुक्रवार को पश्चिम त्रिपुरा के एक सरकारी आश्रय गृह में भेजा गया है. बीएसएफ अब बांग्लादेशी अधिकारियों के साथ समन्वय कर इन लोगों को उनके देश वापस भेजेगी.’
डिपोर्ट करने की तैयारी
यह कार्रवाई केंद्र सरकार के नए दिशानिर्देशों के तहत हुई है, जिसमें अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को तुरंत गिरफ्तार करने के बजाय पहले सरकारी आश्रय गृह में रखने और फिर डिपोर्ट करने का प्रावधान है. पहले त्रिपुरा में ऐसे मामलों में भारतीय पासपोर्ट एक्ट के तहत तत्काल गिरफ्तारी होती थी और स्थानीय अदालत में पेश किया जाता था. लेकिन अब नीति में बदलाव के बाद बीएसएफ बांग्लादेश बॉर्डर गार्ड (BGB) के साथ मिलकर डिपोर्टेशन प्रक्रिया को तेज कर रही है.
हाल में पकड़े कई घुसपैठिए
त्रिपुरा में अवैध घुसपैठ एक बड़ी चुनौती बनी हुई है. बीएसएफ ने हाल के महीनों में 320 से ज्यादा बांग्लादेशी और 34 रोहिंग्या को पकड़ा है. हाल ही में मार्च 2024 और फरवरी 2025 के बीच 29 बांग्लादेशी नागरिकों को अगरतला, श्रीमंतपुर और बेलोनिया के इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट्स के जरिए डिपोर्ट किया गया. बीएसएफ ने त्रिपुरा में 856 किमी लंबी भारत-बांग्लादेश सीमा पर निगरानी बढ़ा दी है, और स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर तस्करी और घुसपैठ रोकने के लिए संयुक्त ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं.
अवैध प्रवासी का आना कम नहीं हुआ
यह घटना उस समय हुई, जब त्रिपुरा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 22 सितंबर को प्रस्तावित यात्रा से पहले सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई थी. स्थानीय लोगों ने भी पुलिस की मदद की, जिससे इन अवैध प्रवासियों को पकड़ने में आसानी हुई. यह कार्रवाई दर्शाती है कि त्रिपुरा में सीमा सुरक्षा और अवैध घुसपैठ पर नियंत्रण के लिए प्रशासन कितना सतर्क है.
दीप राज दीपक 2022 में न्यूज़18 से जुड़े. वर्तमान में होम पेज पर कार्यरत. राजनीति और समसामयिक मामलों, सामाजिक, विज्ञान, शोध और वायरल खबरों में रुचि. क्रिकेट और मनोरंजन जगत की खबरों में भी दिलचस्पी. बनारस हिंदू व...और पढ़ें
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Location :
Agartala,West Tripura,Tripura
First Published :
September 19, 2025, 14:12 IST