Last Updated:July 15, 2025, 14:12 IST
Shimla Liquor Shop Protest: शिमला जिले की चेवड़ी पंचायत ने शराब ठेका खोलने के विरोध में सामूहिक इस्तीफा दिया. पंचायत प्रधान छविंद्र सिंह पाल ने बताया कि सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानीं और महिलाओं पर केस दर्ज कि...और पढ़ें

शिमला के सुन्नी इलाके में शराब के ठेके का विरोध.
हाइलाइट्स
शराब ठेका खोलने के विरोध में चेवड़ी पंचायत का सामूहिक इस्तीफासरकार ने महिलाओं की मांगें नहीं मानी, उल्टा केस दर्ज कियापंचायत ने सरकार को तीन दिन का अल्टीमेटम दियाशिमला. हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले में शराब का ठेका खोलने के विरोध में एक पंचायत ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया. लगातार ठेके खिलाफ महिला और पुरुष ठेके के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे. लेकिन सुक्खू सरकार ने उनकी बात नहीं सुनी तो नाराज होकर इस्तीफा दे दिया.
जानकारी के अनुसार, शिमला ग्रामीण विधानसभा के सुन्नी के चेवड़ी पंचायत के सभी पदाधिकारियों ने सामूहिक त्यागपत्र दे दिया है. पंचायत प्रधान, उप प्रधान और वार्ड मेंबर के अलावा महिला मंडलों के साथ नशा निवारण कमेटी ने भी इस्तीफा दिया है. इन पंचायत प्रतिनिधियों ने 12 दिन की हड़ताल के बाद सरकार के रवैये को देखते हुए यह फैसला लिया. पंचायत प्रधान छविंद्र सिंह पाल ने बताया कि सरकार ने 23 मई को शिमला ग्रामीण विधानसभा की चेवड़ी पंचायत के खेरा गांव में शराब का ठेका खोला है, जिससे गांव का माहौल बिगड़ रहा है. जिन महिलाओं ने शराब के ठेके का विरोध करने के लिए प्रदर्शन किया पुलिस ने उनके ख़िलाफ़ ही केस दर्ज कर लिया था.
ठेका बंद करने की मांग विभिन्न स्तर पर उठाते रहे.
पंचायत प्रधान छविंद्र सिंह पाल ने कहा कि इस दौरान ठेका बंद करने की मांग विभिन्न स्तर पर उठाते रहे, लेकिन उनकी मांग मानने के बजाय हड़ताल करने वाली महिलाओं पर उल्टा एफआईआर की गई. इससे नाराज होकर सभी ने अपने पद से इस्तीफा देने का निर्णय लिया. छविंद्र सिंह पाल ने कहा कि सरकार एक तरफ नशा मुक्ति की बात करती है और दूसरी तरफ जो पंचायतें नशे के खिलाफ आवाज उठा रही हैं, उन पर एफआईआर की जाती है. इसे देखते हुए उन्होंने नैतिक आधार पर इस्तीफा देने का फैसला लिया है.
पंचायत की तरफ से सरकार को तीन दिन का अल्टीमेटम दिया है.
उन्होंने बताया कि 11 दिन से आंदोलन चल रहा था. अब तक सरकार ने उनकी बात नहीं सुनी. कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह से भी मुलाकात की थी. लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. प्रधान ने कहा कि उन्होंने आबकारी विभाग से भी मेल के जरिये संपर्क किया था. एसडीएम से भी बात की गई थी. प्रधान ने कहा कि पुलिस ने महिलाओं के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. ऐसे में उन्होंने ग्राम सभा में चर्चा के बाद पूरी पंचायत ने इस्तीफा सौंपा है. अब पंचायत की तरफ से सरकार को तीन दिन का अल्टीमेटम दिया है.
प्रोजेक्ट की वजह से परेशानी
गौरतलब है कि गांव के पास ही बिजली विभाग का एक प्रोजेक्ट चल रहा है और इसमें बड़ी संख्या में बाहरी लोग काम करते हैं. ये लोग शराब खरीदने के लिए आते हैं और ऐसे में महिलाओं को आशंका है कि गांव का माहौल खराब होगा और इसी वजह से विरोध हो रहा है.
13 Years Experience in Print and Digital Journalism. Earlier used to Work With Dainik Bhaskar, IANS, Punjab Kesar and Amar Ujala . Currently, handling Haryana and Himachal Pradesh Region as a Bureau chief from ...और पढ़ें
13 Years Experience in Print and Digital Journalism. Earlier used to Work With Dainik Bhaskar, IANS, Punjab Kesar and Amar Ujala . Currently, handling Haryana and Himachal Pradesh Region as a Bureau chief from ...
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Location :
Shimla,Shimla,Himachal Pradesh