विजय रूपाणी की न जाती जान, अगर मान लेते पत्‍नी की यह बात....

22 hours ago

Last Updated:June 13, 2025, 10:49 IST

गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का अहमदाबाद प्लेन क्रैश में निधन हो गया. एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 दुर्घटनाग्रस्त हो गई. सौराष्ट्र में शोक का माहौल है.

विजय रूपाणी की न जाती जान, अगर मान लेते पत्‍नी की यह बात....

पत्‍नी के साथ जाने का कार्यक्रम कैंसिल कर दिया था.

अहमदाबाद: गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री और सौराष्ट्र के प्रमुख नेता विजय रूपाणी का अहमदाबाद प्लेन क्रैश में दुखद निधन हो गया है. उनकी जान बच जाती, अगर वो पत्‍नी के साथ बुक टिकट पर सफर कर लेते. लेकिन उन्‍होंने पार्टी का हित सर्वोपरि रखा. इस वजह से पत्‍नी के साथ न जाकर 12 जून को जाने का फैसला किया और प्‍लेन क्रैश की चपेट आ गए.

जानकारी के अनुसार विजय रूपाणी ने अपनी पत्‍नी अंजलि रूपाणी के साथ 3 जून को विदेश यात्रा के लिए टिकट बुक करवाई थी. लेकिन विजय ने पंजाब और गुजरात में होने वाले उपचुनाव के कारण अपनी यात्रा स्थगित कर दी थी. उनकी पत्‍नी पहले ही लंदन पहुंच गई थीं. उन्होंने अपनी टिकट कैंसल करवा कर 12 जून की टिकट करवाई थी. पार्टी के काम को पहले रखने वाले रूपाणी ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वे अपने व्यक्तिगत सुख के बजाए पार्टी के हित को सर्वोपरि रखते थे.

वे गुरुवार सुबह गांधीनगर से अहमदाबाद एयरपोर्ट के लिए निकले और अपने पीए शैलेश मंडलिया और स्टाफ के साथ 11:45 बजे एयरपोर्ट पहुंचे. रूटीन के अनुसार टर्मिनल में प्रवेश करने के बाद वे प्लेन में बैठ गए. फिर कुछ ही मिनटों में यह दुर्घटना हो गई. हादसे के बाद सौराष्ट्र के लोगों ने प्रार्थनाएं शुरू कर दी थीं कि वे सुरक्षित हों. लेकिन ईश्‍वर को कुछ और ही मंजूर था. गुरुवार को राजकोट, मोरबी, अमरेली जैसी जगहों से हजारों लोग उनके पीए मंडलिया से पूछताछ कर रहे थे कि “रूपाणी साहब ठीक हैं ना?”

एयर इंडिया बोइंग 737 फ्लाइट AI-171, जो अहमदाबाद से लंदन जा रही थी, दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिससे पूरे राज्य में शोक और चिंता का माहौल छा गया है. विजयभाई का सौराष्ट्र पर गहरा प्रभाव रहा है. राजकोट से लेकर जूनागढ़, जामनगर से कच्छ तक के लोगों के लिए वे सिर्फ नेता नहीं, बल्कि एक सरल और जमीन से जुड़े मार्गदर्शक थे.

राजनीतिक दृष्टि से समर्पित और व्यवहारिक, और मानवीय रूप से नम्रता और जातिवाद से ऊपर उठे विजय रूपाणी के दुर्घटना में शामिल होने की खबर से उनके प्रशंसकों, कार्यकर्ताओं और सहानुभूति रखने वाले लाखों लोगों ने दिल से दुख व्यक्त किया है. उनके परिवार को बार-बार यह सवाल सताता रहेगा कि अगर विजयभाई ने 3 जून को पत्नी के साथ जाने का कार्यक्रम नहीं बदलते, तो आज शायद रूपाणी साहब हंसते-खेलते हमारे बीच होते.

Location :

Ahmadabad,Gujarat

homenation

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